1 John 5:13
मैं ने तुम्हें, जो परमेश्वर के पुत्र के नाम पर विश्वास करते हो, इसलिये लिखा है; कि तुम जानो, कि अनन्त जीवन तुम्हारा है।
1 John 5:13 in Other Translations
King James Version (KJV)
These things have I written unto you that believe on the name of the Son of God; that ye may know that ye have eternal life, and that ye may believe on the name of the Son of God.
American Standard Version (ASV)
These things have I written unto you, that ye may know that ye have eternal life, `even' unto you that believe on the name of the Son of God.
Bible in Basic English (BBE)
I have put these things in writing for you who have faith in the name of the Son of God, so that you may be certain that you have eternal life.
Darby English Bible (DBY)
These things have I written to you that ye may know that ye have eternal life who believe on the name of the Son of God.
World English Bible (WEB)
These things I have written to you who believe in the name of the Son of God, that you may know that you have eternal life, and that you may continue to believe in the name of the Son of God.
Young's Literal Translation (YLT)
These things I did write to you who are believing in the name of the Son of God, that ye may know that life ye have age-during, and that ye may believe in the name of the Son of God.
| These things | Ταῦτα | tauta | TAF-ta |
| have I written | ἔγραψα | egrapsa | A-gra-psa |
| you unto | ὑμῖν | hymin | yoo-MEEN |
| τοῖς | tois | toos | |
| that believe | πιστεύουσιν | pisteuousin | pee-STAVE-oo-seen |
| on | εἰς | eis | ees |
| the | τὸ | to | toh |
| name | ὄνομα | onoma | OH-noh-ma |
| of the | τοῦ | tou | too |
| Son | υἱοῦ | huiou | yoo-OO |
of | τοῦ | tou | too |
| God; | Θεοῦ, | theou | thay-OO |
| that | ἵνα | hina | EE-na |
| know may ye | εἰδῆτε | eidēte | ee-THAY-tay |
| that | ὅτι | hoti | OH-tee |
| ye have | ζωὴν | zōēn | zoh-ANE |
| eternal | ἔχετε | echete | A-hay-tay |
| life, | αἰώνιον | aiōnion | ay-OH-nee-one |
| and | καὶ | kai | kay |
| that | ἵνα | hina | EE-na |
| believe may ye | πιστεύητε | pisteuēte | pee-STAVE-ay-tay |
| on | εἰς | eis | ees |
| the | τὸ | to | toh |
| name | ὄνομα | onoma | OH-noh-ma |
| the of | τοῦ | tou | too |
| Son | ὑιοῦ | huiou | yoo-OO |
| of | τοῦ | tou | too |
| God. | Θεοῦ, | theou | thay-OO |
Cross Reference
यूहन्ना 20:31
परन्तु ये इसलिये लिखे गए हैं, कि तुम विश्वास करो, कि यीशु ही परमेश्वर का पुत्र मसीह है: और विश्वास करके उसके नाम से जीवन पाओ॥
यूहन्ना 1:12
परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उस ने उन्हें परमेश्वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं।
1 यूहन्ना 3:23
और उस की आज्ञा यह है कि हम उसके पुत्र यीशु मसीह के नाम पर विश्वास करें और जैसा उस ने हमें आज्ञा दी है उसी के अनुसार आपस में प्रेम रखें।
गलातियों 4:6
और तुम जो पुत्र हो, इसलिये परमेश्वर ने अपने पुत्र के आत्मा को, जो हे अब्बा, हे पिता कह कर पुकारता है, हमारे हृदय में भेजा है।
रोमियो 8:15
क्योंकि तुम को दासत्व की आत्मा नहीं मिली, कि फिर भयभीत हो परन्तु लेपालकपन की आत्मा मिली है, जिस से हम हे अब्बा, हे पिता कह कर पुकारते हैं।
यूहन्ना 3:18
जो उस पर विश्वास करता है, उस पर दंड की आज्ञा नहीं होती, परन्तु जो उस पर विश्वास नहीं करता, वह दोषी ठहर चुका; इसलिये कि उस ने परमेश्वर के एकलौते पुत्र के नाम पर विश्वास नहीं किया।
1 यूहन्ना 5:10
जो परमेश्वर के पुत्र पर विश्वास करता है, वह अपने ही में गवाही रखता है; जिस ने परमेश्वर को प्रतीति नहीं की, उस ने उसे झूठा ठहराया; क्योंकि उस ने उस गवाही पर विश्वास नहीं किया, जो परमेश्वर ने अपने पुत्र के विषय में दी है।
1 यूहन्ना 2:26
मैं ने ये बातें तुम्हें उन के विषय में लिखी हैं, जो तुम्हें भरमाते हैं।
1 यूहन्ना 2:21
मैं ने तुम्हें इसलिये नहीं लिखा, कि तुम सत्य को नहीं जानते, पर इसलिये, कि उसे जानते हो, और इसलिये कि कोई झूठ, सत्य की ओर से नहीं।
1 यूहन्ना 2:13
हे पितरों, मैं तुम्हें इसलिये लिखता हूं, कि जो आदि से है, तुम उसे जानते हो: हे जवानों, मैं तुम्हें इसलिये लिखता हूं, कि तुम ने उस दुष्ट पर जय पाई है: हे लड़कों मैं ने तुम्हें इसलिये लिखा है, कि तुम पिता को जान गए हो।
1 यूहन्ना 2:1
हे मेरे बालकों, मैं ये बातें तुम्हें इसलिये लिखता हूं, कि तुम पाप न करो; और यदि कोई पाप करे, तो पिता के पास हमारा एक सहायक है, अर्थात धार्मिक यीशु मसीह।
1 यूहन्ना 1:4
और ये बातें हम इसलिये लिखते हैं, कि हमारा आनन्द पूरा हो जाए॥
यूहन्ना 2:23
जब वह यरूशलेम में फसह के समय पर्व में था, तो बहुतों ने उन चिन्हों को जो वह दिखाता था देखकर उसके नाम पर विश्वास किया।
2 पतरस 1:10
इस कारण हे भाइयों, अपने बुलाए जाने, और चुन लिये जाने को सिद्ध करने का भली भांति यत्न करते जाओ, क्योंकि यदि ऐसा करोगे, तो कभी भी ठोकर न खाओगे।
1 पतरस 5:12
मैं ने सिलवानुस के हाथ, जिस मैं विश्वासयोग्य भाई समझता हूं, संक्षेप में लिख कर तुम्हें समझाया है और यह गवाही दी है कि परमेश्वर का सच्चा अनुग्रह यही है, इसी में स्थिर रहो।
1 तीमुथियुस 1:15
यह बात सच और हर प्रकार से मानने के योग्य है, कि मसीह यीशु पापियों का उद्धार करने के लिये जगत में आया, जिन में सब से बड़ा मैं हूं।
2 कुरिन्थियों 5:1
क्योंकि हम जानते हैं, कि जब हमारा पृथ्वी पर का डेरा सरीखा घर गिराया जाएगा तो हमें परमेश्वर की ओर से स्वर्ग पर एक ऐसा भवन मिलेगा, जो हाथों से बना हुआ घर नहीं परन्तु चिरस्थाई है।
प्रेरितों के काम 4:12
और किसी दूसरे के द्वारा उद्धार नहीं; क्योंकि स्वर्ग के नीचे मनुष्यों में और कोई दूसरा नाम नहीं दिया गया, जिस के द्वारा हम उद्धार पा सकें॥
प्रेरितों के काम 3:16
और उसी के नाम ने, उस विश्वास के द्वारा जो उसके नाम पर है, इस मनुष्य को जिसे तुम देखते हो और जानते भी हो सामर्थ दी है; और निश्चय उसी विश्वास ने जो उसके द्वारा है, इस को तुम सब के साम्हने बिलकुल भला चंगा कर दिया है।
यूहन्ना 21:24
यह वही चेला है, जो इन बातों की गवाही देता है और जिस ने इन बातों को लिखा है और हम जानते हैं, कि उस की गवाही सच्ची है।
1 यूहन्ना 1:1
उस जीवन के वचन के विषय में जो आदि से था, जिसे हम ने सुना, और जिसे अपनी आंखों से देखा, वरन जिसे हम ने ध्यान से देखा; और हाथों से छूआ।