James 4:9
दुखी होओ, और शोक करा, और रोओ: तुम्हारी हंसी शोक में और तुम्हारा आनन्द उदासी में बदल जाए।
James 4:9 in Other Translations
King James Version (KJV)
Be afflicted, and mourn, and weep: let your laughter be turned to mourning, and your joy to heaviness.
American Standard Version (ASV)
Be afflicted, and mourn, and weep: let your laughter be turned to mourning, and your joy to heaviness.
Bible in Basic English (BBE)
Be troubled, with sorrow and weeping; let your laughing be turned to sorrow and your joy to grief.
Darby English Bible (DBY)
Be wretched, and mourn, and weep: let your laughter be turned to mourning, and [your] joy to heaviness.
World English Bible (WEB)
Lament, mourn, and weep. Let your laughter be turned to mourning, and your joy to gloom.
Young's Literal Translation (YLT)
be exceeding afflicted, and mourn, and weep, let your laughter to mourning be turned, and the joy to heaviness;
| Be afflicted, | ταλαιπωρήσατε | talaipōrēsate | ta-lay-poh-RAY-sa-tay |
| and | καὶ | kai | kay |
| mourn, | πενθήσατε | penthēsate | pane-THAY-sa-tay |
| and | καὶ | kai | kay |
| weep: | κλαύσατε | klausate | KLAF-sa-tay |
| be your let | ὁ | ho | oh |
| γέλως | gelōs | GAY-lose | |
| laughter | ὑμῶν | hymōn | yoo-MONE |
| turned | εἰς | eis | ees |
| to | πένθος | penthos | PANE-those |
| mourning, | μεταστραφήτω | metastraphētō | may-ta-stra-FAY-toh |
| and | καὶ | kai | kay |
| your | ἡ | hē | ay |
| joy | χαρὰ | chara | ha-RA |
| to | εἰς | eis | ees |
| heaviness. | κατήφειαν | katēpheian | ka-TAY-fee-an |
Cross Reference
Luke 6:25
परन्तु हाय तुम पर; जो अब तृप्त हो, क्योंकि भूखे होगे: हाय, तुम पर; जो अब हंसते हो, क्योंकि शोक करोगे और रोओगे।
Matthew 5:4
धन्य हैं वे, जो शोक करते हैं, क्योंकि वे शांति पाएंगे।
Proverbs 14:13
हंसी के समय भी मन उदास होता है, और आनन्द के अन्त में शोक होता है।
Jeremiah 31:18
निश्चय मैं ने एप्रैम को ये बातें कह कर विलाप करते सुना है कि तू ने मेरी ताड़ना की, और मेरी ताड़ना ऐसे बछड़े की सी हुई जो निकाला न गया हो; परन्तु अब तू मुझे फेर, तब मैं फिरूंगा, क्योंकि तू मेरा परमेश्वर है।
Ezekiel 16:63
जिस से तू स्मरण कर के लज्जित हो, और लज्जा के मारे फिर कभी मुंह न खोले। यह उस समय होगा, जब मैं तेरे सब कामों को ढांपूंगा, प्रभु यहोवा की यही वाणी है।
James 5:1
हे धनवानों सुन तो लो; तुम अपने आने वाले क्लेशों पर चिल्ला-चिल्लाकर रोओ।
Revelation 18:7
जितनी उस ने अपनी बड़ाई की और सुख-विलास किया; उतनी उस को पीड़ा, और शोक दो; क्योंकि वह अपने मन में कहती है, मैं रानी हो बैठी हूं, विधवा नहीं; और शोक में कभी न पडूंगी।
2 Corinthians 7:10
क्योंकि परमेश्वर-भक्ति का शोक ऐसा पश्चाताप उत्पन्न करता है जिस का परिणाम उद्धार है और फिर उस से पछताना नहीं पड़ता: परन्तु संसारी शोक मृत्यु उत्पन्न करता है।
Luke 16:25
परन्तु इब्राहीम ने कहा; हे पुत्र स्मरण कर, कि तू अपने जीवन में अच्छी वस्तुएं ले चुका है, और वैसे ही लाजर बुरी वस्तुएं: परन्तु अब वह यहां शान्ति पा रहा है, और तू तड़प रहा है।
Luke 6:21
धन्य हो तुम, जो अब भूखे हो; क्योंकि तृप्त किए जाओगे; धन्य हो तुम, जो अब रोते हो, क्योंकि हंसोगे।
Zechariah 12:10
और मैं दाऊद के घराने और यरूशलेम के निवासियों पर अपना अनुग्रह करने वाली और प्रार्थना सिखाने वाली आत्मा उण्डेलूंगा, तब वे मुझे ताकेंगे अर्थात जिसे उन्होंने बेधा है, और उसके लिये ऐसे रोएंगे जैसे एकलौते पुत्र के लिये रोते-पीटते हैं, और ऐसा भारी शोक करेंगे, जैसा पहिलौठे के लिये करते हैं।
Ezekiel 7:16
और उन में से जो बच निकलेंगे वे बचेंगे तो सही परन्तु अपने अपने अधर्म में फंसे रहकर तराइयों में रहने वाले कबूतरों की नाईं पहाड़ों के ऊपर विलाप करते रहेंगे।
Lamentations 5:15
हमारे मन का हर्ष जाता रहा, हमारा नाचना विलाप में बदल गया है।
Job 30:31
इस कारण मेरी वीणा से विलाप और मेरी बांसुरी से रोने की ध्वनि निकलती है।
Psalm 119:67
उससे पहिले कि मैं दु:खित हुआ, मैं भटकता था; परन्तु अब मैं तेरे वचन को मानता हूं।
Psalm 119:71
मुझे जो दु:ख हुआ वह मेरे लिये भला ही हुआ है, जिस से मैं तेरी विधियों को सीख सकूं।
Psalm 126:5
जो आंसू बहाते हुए बोते हैं, वे जयजयकार करते हुए लवने पाएंगे।
Ecclesiastes 2:2
मैं ने हंसी के विषय में कहा, यह तो बावलापन है, और आनन्द के विषय में, उस से क्या प्राप्त होता है?
Ecclesiastes 7:2
जेवनार के घर जाने से शोक ही के घर जाना उत्तम है; क्योंकि सब मनुष्यों का अन्त यही है, और जो जीवित है वह मन लगाकर इस पर सोचेगा।
Isaiah 22:12
उस समय सेनाओं के प्रभु यहोवा ने रोने-पीटने, सिर मुंडाने और टाट पहिनने के लिये कहा था;
Jeremiah 31:9
वे आंसू बहाते हुए आएंगे और गिड़गिड़ाते हुए मेरे द्वारा पहुंचाए जाएंगे, मैं उन्हें नदियों के किनारे किनारे से और ऐसे चौरस मार्ग से ले आऊंगा, जिस से वे ठोकर न खाने पाएंगे; क्योंकि मैं इस्राएल का पिता हूँ, और एप्रैम मेरा जेठा है।
Jeremiah 31:13
उस समय उनकी कुमारियां नाचती हुई हर्ष करेंगी, और जवान और बूढ़े एक संग आनन्द करेंगे। क्योंकि मैं उनके शोक को दूर कर के उन्हें आनन्दित करूंगा, मैं उन्हें शान्ति दूंगा, और दु:ख के बदले आनन्द दूंगा।
Psalm 119:136
मेरी आंखों से जल की धारा बहती रहती है, क्योंकि लोग तेरी व्यवस्था को नहीं मानते॥