भजन संहिता 35:4
जो मेरे प्राण के ग्राहक हैं वे लज्जित और निरादर हों! जो मेरी हानि की कल्पना करते हैं, वह पीछे हटाए जाएं और उनका मुंह काला हो!
Let them be confounded | יֵבֹ֣שׁוּ | yēbōšû | yay-VOH-shoo |
shame to put and | וְיִכָּלְמוּ֮ | wĕyikkolmû | veh-yee-kole-MOO |
that seek after | מְבַקְשֵׁ֪י | mĕbaqšê | meh-vahk-SHAY |
my soul: | נַ֫פְשִׁ֥י | napšî | NAHF-SHEE |
turned be them let | יִסֹּ֣גוּ | yissōgû | yee-SOH-ɡoo |
back | אָח֣וֹר | ʾāḥôr | ah-HORE |
confusion to brought and | וְיַחְפְּר֑וּ | wĕyaḥpĕrû | veh-yahk-peh-ROO |
that devise | חֹ֝שְׁבֵ֗י | ḥōšĕbê | HOH-sheh-VAY |
my hurt. | רָעָתִֽי׃ | rāʿātî | ra-ah-TEE |