नीतिवचन 30:16
अधोलोक और बांझ की कोख, भूमि जो जल पी पी कर तृप्त नहीं होती, और आग जो कभी नहीं कहती, बस॥
The grave; | שְׁאוֹל֮ | šĕʾôl | sheh-OLE |
and the barren | וְעֹ֪צֶ֫ר | wĕʿōṣer | veh-OH-TSER |
womb; | רָ֥חַם | rāḥam | RA-hahm |
the earth | אֶ֭רֶץ | ʾereṣ | EH-rets |
that is not | לֹא | lōʾ | loh |
filled | שָׂ֣בְעָה | śābĕʿâ | SA-veh-ah |
with water; | מַּ֑יִם | mayim | MA-yeem |
and the fire | וְ֝אֵ֗שׁ | wĕʾēš | VEH-AYSH |
saith that | לֹא | lōʾ | loh |
not, | אָ֥מְרָה | ʾāmĕrâ | AH-meh-ra |
It is enough. | הֽוֹן׃ | hôn | hone |