2 Kings 8:1
जिस स्त्री के बेटे को एलीशा ने जिलाया था, उस से उसने कहा था कि अपने घराने समेत यहां से जा कर जहां कहीं तू रह सके वहां रह; क्योंकि यहोवा की इच्छा है कि अकाल पड़े, और वह इस देश में सात वर्ष तक बना रहेगा।
2 Kings 8:1 in Other Translations
King James Version (KJV)
Then spake Elisha unto the woman, whose son he had restored to life, saying, Arise, and go thou and thine household, and sojourn wheresoever thou canst sojourn: for the LORD hath called for a famine; and it shall also come upon the land seven years.
American Standard Version (ASV)
Now Elisha had spoken unto the woman, whose son he had restored to life, saying, Arise, and go thou and thy household, and sojourn wheresoever thou canst sojourn: for Jehovah hath called for a famine; and it shall also come upon the land seven years.
Bible in Basic English (BBE)
Now Elisha had said to the woman whose son he had given back to life, Go now, with all the people of your house, and get a living-place for yourselves wherever you are able; for by the word of the Lord, there will be great need of food in the land; and this will go on for seven years.
Darby English Bible (DBY)
And Elisha had spoken to the woman whose son he had restored to life, saying, Rise up and go, thou and thy household, and sojourn wheresoever thou canst sojourn; for Jehovah has called for a famine, and it shall also come upon the land for seven years.
Webster's Bible (WBT)
Then Elisha spoke to the woman, whose son he had restored to life, saying, Arise, and go thou and thy household, and sojourn wherever thou canst sojourn: for the LORD hath called for a famine; and it shall also come upon the land seven years.
World English Bible (WEB)
Now Elisha had spoken to the woman, whose son he had restored to life, saying, Arise, and go you and your household, and sojourn wherever you can sojourn: for Yahweh has called for a famine; and it shall also come on the land seven years.
Young's Literal Translation (YLT)
And Elisha spake unto the woman whose son he had revived, saying, `Rise and go, thou and thy household, and sojourn where thou dost sojourn, for Jehovah hath called for a famine, and also, it is coming unto the land seven years.'
| Then spake | וֶֽאֱלִישָׁ֡ע | weʾĕlîšāʿ | veh-ay-lee-SHA |
| Elisha | דִּבֶּ֣ר | dibber | dee-BER |
| unto | אֶל | ʾel | el |
| woman, the | הָֽאִשָּׁה֩ | hāʾiššāh | ha-ee-SHA |
| whose | אֲשֶׁר | ʾăšer | uh-SHER |
| הֶֽחֱיָ֨ה | heḥĕyâ | heh-hay-YA | |
| son | אֶת | ʾet | et |
| life, to restored had he | בְּנָ֜הּ | bĕnāh | beh-NA |
| saying, | לֵאמֹ֗ר | lēʾmōr | lay-MORE |
| Arise, | ק֤וּמִי | qûmî | KOO-mee |
| go and | וּלְכִי֙ | ûlĕkiy | oo-leh-HEE |
| thou | אַ֣תְּי | ʾattĕy | AH-teh |
| and thine household, | וּבֵיתֵ֔ךְ | ûbêtēk | oo-vay-TAKE |
| sojourn and | וְג֖וּרִי | wĕgûrî | veh-ɡOO-ree |
| wheresoever | בַּֽאֲשֶׁ֣ר | baʾăšer | ba-uh-SHER |
| thou canst sojourn: | תָּג֑וּרִי | tāgûrî | ta-ɡOO-ree |
| for | כִּֽי | kî | kee |
| the Lord | קָרָ֤א | qārāʾ | ka-RA |
| hath called | יְהוָה֙ | yĕhwāh | yeh-VA |
| famine; a for | לָֽרָעָ֔ב | lārāʿāb | la-ra-AV |
| and it shall also | וְגַם | wĕgam | veh-ɡAHM |
| come | בָּ֥א | bāʾ | ba |
| upon | אֶל | ʾel | el |
| the land | הָאָ֖רֶץ | hāʾāreṣ | ha-AH-rets |
| seven | שֶׁ֥בַע | šebaʿ | SHEH-va |
| years. | שָׁנִֽים׃ | šānîm | sha-NEEM |
Cross Reference
Haggai 1:11
और मेरी आज्ञा से पृथ्वी और पहाड़ों पर, और अन्न और नये दाखमधु पर और ताजे तेल पर, और जो कुछ भूमि से उपजता है उस पर, और मनुष्यों और घरैलू पशुओं पर, और उनके परिश्रम की सारी कमाई पर भी अकाल पड़ा है॥
Psalm 105:16
फिर उसने उस देश में अकाल भेजा, और अन्न के सब आधार को दूर कर दिया।
2 Kings 4:31
उन से पहिले पहुंच कर गेहजी ने छड़ी को उस लड़के के मुंह पर रखा, परन्तु कोई शब्द न सुन पड़ा, और न उसने कान लगाया, तब वह एलीशा से मिलने को लौट आया, और उसको बतला दिया, कि लड़का नहीं जागा।
2 Kings 4:18
और जब लड़का बड़ा हो गया, तब एक दिन वह अपने पिता के पास लवने वालों के निकट निकल गया।
Genesis 12:10
और उस देश में अकाल पड़ा: और अब्राम मिस्र देश को चला गया कि वहां परदेशी हो कर रहे -- क्योंकि देश में भयंकर अकाल पड़ा था।
Genesis 41:27
फिर उनके पीछे जो दुर्बल और कुडौल गायें निकलीं, और जो सात छूछी और पुरवाई से मुरझाई हुई बालें निकाली, वे अकाल के सात वर्ष होंगे।
Leviticus 26:26
और जब मैं तुम्हारे लिये अन्न के आधार को दूर कर डालूंगा, तब दस स्त्रियां तुम्हारी रोटी एक ही तंदूर में पकाकर तौल तौलकर बांट देंगी; और तुम खाकर भी तृप्त न होगे॥
Ruth 1:1
जिन दिनों में न्यायी लोग न्याय करते थे उन दिनों में देश में अकाल पड़ा, तब यहूदा के बेतलेहेम का एक पुरूष अपनी स्त्री और दोनों पुत्रों को संग ले कर मोआब के देश में परदेशी हो कर रहने के लिये चला।
1 Kings 17:1
और तिशबी एलिय्याह जो गिलाद के परदेसियों में से था उसने अहाब से कहा, इस्राएल का परमेश्वर यहोवा जिसके सम्मुख मैं उपस्थित रहता हूँ, उसके जीवन की शपथ इन वर्षों में मेरे बिना कहे, न तो मेंह बरसेगा, और न ओस पड़ेगी।
1 Kings 18:2
तब एलिय्याह अपने आप को अहाब को दिखाने गया। उस समय शोमरोन में अकाल भारी था।
Luke 4:25
और मैं तुम से सच कहता हूं, कि एलिय्याह के दिनों में जब साढ़े तीन वर्ष तक आकाश बन्द रहा, यहां तक कि सारे देश में बड़ा आकाल पड़ा, तो इस्राएल में बहुत सी विधवाएं थीं।
Acts 11:28
उन में से अगबुस नाम एक ने खड़े होकर आत्मा की प्रेरणा से यह बताया, कि सारे जगत में बड़ा अकाल पकेगा, और वह अकाल क्लौदियुस के समय में पड़ा।
Luke 21:22
क्योंकि यह पलटा लेने के ऐसे दिन होंगे, जिन में लिखी हुई सब बातें पूरी हो जाएंगी।
Luke 21:11
और बड़ें बड़ें भूईडोल होंगे, और जगह जगह अकाल और मरियां पड़ेंगी, और आकाश में भयंकर बातें और बड़े बड़े चिन्ह प्रगट होंगे।
Genesis 41:25
तब यूसुफ ने फिरौन से कहा, फिरौन का स्वप्न एक ही है, परमेश्वर जो काम किया चाहता है, उसको उसने फिरौन को जताया है।
Genesis 41:32
और फिरौन ने जो यह स्वप्न दो बार देखा है इसका भेद यही है, कि यह बात परमेश्वर की ओर से नियुक्त हो चुकी है, और परमेश्वर इसे शीघ्र ही पूरा करेगा।
Genesis 47:4
फिर उन्होंने फिरौन से कहा, हम इस देश में परदेशी की भांति रहने के लिये आए हैं; क्योंकि कनान देश में भारी अकाल होने के कारण तेरे दासों को भेड़-बकरियों के लिये चारा न रहा: सो अपने दासों को गोशेन देश में रहने की आज्ञा दे।
Leviticus 26:19
और मैं तुम्हारे बल का घमण्ड तोड़ डालूंगा, और तुम्हारे लिये आकाश को मानो लोहे का और भूमि को मानो पीतल की बना दूंगा;
Deuteronomy 28:22
यहोवा तुझ को क्षयरोग से, और ज्वर, और दाह, और बड़ी जलन से, और तलवार से, और झुलस, और गेरूई से मारेगा; और ये उस समय तक तेरा पीछा किये रहेंगे, तब तक तू सत्यानाश न हो जाए।
Deuteronomy 28:38
तू खेत में बीज तो बहुत सा ले जाएगा, परन्तु उपज थोड़ी ही बटोरेगा; क्योंकि टिड्डियां उसे खा जाएंगी।
2 Samuel 21:1
दाऊद के दिनों में लगातार तीन बरस तक अकाल पड़ा; तो दाऊद ने यहोवा से प्रार्थना की। यहोवा ने कहा, यह शाऊल और उसके खूनी घराने के कारण हुआ, क्योंकि उसने गिबोनियों को मरवा डाला था।
2 Samuel 24:13
सो गाद ने दाऊद के पास जा कर इसका समाचार दिया, और उस से पूछा, क्या तेरे देश में सात वर्ष का अकाल पड़े? वा तीन महीने तक तेरे शत्रु तेरा पीछा करते रहें और तू उन से भागता रहे? वा तेरे देश में तीन दिन तक मरी फैली रहे? अब सोच विचार कर, कि मैं अपने भेजने वाले को क्या उत्तर दूं।
Psalm 107:34
वह फलवन्त भूमि को नोनी करता है, यह वहां के रहने वालों की दुष्टता के कारण होता है।
Jeremiah 25:29
देखो, जो नगर मेरा कहलाता है, मैं पहिले उसी में विपत्ति डालने लगूंगा, फिर क्या तुम लोग निर्दोष ठहर के बचोगे? तुम निर्दोष ठहर के न बचोगे, क्योंकि मैं पृथ्वी के सब रहने वालों पर तलवार चलाने पर हूँ, सेनाओं के यहोवा की यही वाणी हे।
Genesis 26:1
और उस देश में अकाल पड़ा, वह उस पहिले अकाल से अलग था जो इब्राहीम के दिनों में पड़ा था। सो इसहाक गरार को पलिश्तियों के राजा अबीमेलेक के पास गया।