Job 40:2
क्या जो बकवास करता है वह सर्वशक्तिमान से झगड़ा करे? जो ईश्वर से विवाद करता है वह इसका उत्तर दे।
Job 40:2 in Other Translations
King James Version (KJV)
Shall he that contendeth with the Almighty instruct him? he that reproveth God, let him answer it.
American Standard Version (ASV)
Shall he that cavilleth contend with the Almighty? He that argueth with God, let him answer it.
Bible in Basic English (BBE)
Get your strength together like a man of war: I will put questions to you, and you will give me the answers.
Darby English Bible (DBY)
Shall he that will contend with the Almighty instruct [him]? he that reproveth +God, let him answer it.
Webster's Bible (WBT)
Gird up thy loins now like a man: I will demand of thee, and declare thou to me.
World English Bible (WEB)
"Shall he who argues contend with the Almighty? He who argues with God, let him answer it."
Young's Literal Translation (YLT)
Is the striver with the Mighty instructed? The reprover of God, let him answer it.
| Shall he that contendeth | הֲ֭רֹב | hărōb | HUH-rove |
| with | עִם | ʿim | eem |
| Almighty the | שַׁדַּ֣י | šadday | sha-DAI |
| instruct | יִסּ֑וֹר | yissôr | YEE-sore |
| reproveth that he him? | מוֹכִ֖יחַ | môkîaḥ | moh-HEE-ak |
| God, | אֱל֣וֹהַּ | ʾĕlôah | ay-LOH-ah |
| let him answer | יַעֲנֶֽנָּה׃ | yaʿănennâ | ya-uh-NEH-na |
Cross Reference
Job 33:13
तू उस से क्यों झगड़ता है? क्योंकि वह अपनी किसी बात का लेखा नहीं देता।
Isaiah 45:9
हाय उस पर जो अपने रचने वाले से झगड़ता है! वह तो मिट्टी के ठीकरों में से एक ठीकरा ही है! क्या मिट्टी कुम्हार से कहेगी, तू यह क्या करता है? क्या कारीगर का बनाया हुआ कार्य उसके विषय कहेगा कि उसके हाथ नहीं है?
Job 9:3
चाहे वह उस से मुक़द्दमा लड़ना भी चाहे तौभी मनुष्य हजार बातों में से एक का भी उत्तर न दे सकेगा।
Ecclesiastes 6:10
जो कुछ हुआ है उसका नाम युग के आरम्भ से रखा गया है, और यह प्रगट है कि वह आदमी है, कि वह उस से जो उस से अधिक शक्तिमान है झगड़ा नहीं कर सकता है।
Isaiah 40:14
उसने किस से सम्मति ली और किस ने उसे समझाकर न्याय का पथ बता दिया और ज्ञान सिखा कर बुद्धि का मार्ग जता दिया है?
Isaiah 50:8
जो मुझे धर्मी ठहराता है वह मेरे निकट है। मेरे साथ कौन मुकद्दमा करेगा? हम आमने-साम्हने खड़े हों। मेरा विरोधी कौन है? वह मेरे निकट आए।
Ezekiel 18:2
तुम लोग जो इस्राएल के देश के विषय में यह कहावत कहते हो, कि जंगली अंगूर तो पुरखा लोग खाते, परन्तु दांत खट्टे होते हैं लड़के-बालों के। इसका क्या अर्थ है?
Matthew 20:11
जब मिला, तो वह गृहस्थ पर कुडकुड़ा के कहने लगे।
Romans 9:19
सो तू मुझ से कहेगा, वह फिर क्यों दोष लगाता है? कौन उस की इच्छा का साम्हना करता है?
Romans 11:34
प्रभु कि बुद्धि को किस ने जाना या उसका मंत्री कौन हुआ?
1 Corinthians 2:16
क्योंकि प्रभु का मन किस ने जाना है, कि उसे सिखलाए? परन्तु हम में मसीह का मन है॥
1 Corinthians 10:22
क्या हम प्रभु को रिस दिलाते हैं ?क्या हम उस से शक्तिमान हैं?
Job 30:21
तू बदलकर मुझ पर कठोर हो गया है; और अपने बली हाथ से मुझे सताता है।
Job 27:2
मैं ईश्वर के जीवन की शपथ खाता हूँ जिसने मेरा न्याय बिगाड़ दिया, अर्थात उस सर्वशक्तिमान के जीवन की जिसने मेरा प्राण कड़ुआ कर दिया।
Job 19:6
तो यह जान लो कि ईश्वर ने मुझे गिरा दिया है, और मुझे अपने जाल में फंसा लिया है।
Job 3:20
दु:खियों को उजियाला, और उदास मन वालों को जीवन क्यों दिया जाता है?
Job 3:23
उजियाला उस पुरुष को क्यों मिलता है जिसका मार्ग छिपा है, जिसके चारों ओर ईश्वर ने घेरा बान्ध दिया है?
Job 7:12
क्या मैं समुद्र हूँ, वा मगरमच्छ हूँ, कि तू मुझ पर पहरा बैठाता है?
Job 7:19
तू कब तक मेरी ओर आंख लगाए रहेगा, और इतनी देर के लिये भी मुझे न छोड़ेगा कि मैं अपना थूक निगल लूं?
Job 9:17
वह तो आंधी चला कर मुझे तोड़ डालता है, और बिना कारण मेरे चोट पर चोट लगाता है।
Job 9:32
क्योंकि वह मेरे तुल्य मनुष्य नहीं है कि मैं उस से वादविवाद कर सकूं, और हम दोनों एक दूसरे से मुक़द्दमा लड़ सकें।
Job 10:3
क्या तुझे अन्धेर करना, और दुष्टों की युक्ति को सफल कर के अपने हाथों के बनाए हुए को निकम्मा जानना भला लगता है?
Job 10:14
जो मैं पाप करूं, तो तू उसका लेखा लेगा; और अधर्म करने पर मुझे निर्दोष न ठहराएगा।
Job 13:21
अपनी ताड़ना मुझ से दूर कर ले, और अपने भय से मुझे भयभीत न कर।
Job 14:16
परन्तु अब तू मेरे पग पग को गिनता है, क्या तू मेरे पाप की ताक में लगा नहीं रहता?
Job 16:11
ईश्वर ने मुझे कुटिलों के वश में कर दिया, और दुष्ट लोगों के हाथ में फेंक दिया है।
Job 3:11
मैं गर्भ ही में क्यों न मर गया? पेट से निकलते ही मेरा प्राण क्यों न छूटा?