1 Samuel 15:11
कि मैं शाऊल को राजा बना के पछताता हूं; क्योंकि उसने मेरे पीछे चलना छोड़ दिया, और मेरी आज्ञाओं का पालन नहीं किया। तब शमूएल का क्रोध भड़का; और वह रात भर यहोवा की दोहाई देता रहा।
1 Samuel 15:11 in Other Translations
King James Version (KJV)
It repenteth me that I have set up Saul to be king: for he is turned back from following me, and hath not performed my commandments. And it grieved Samuel; and he cried unto the LORD all night.
American Standard Version (ASV)
It repenteth me that I have set up Saul to be king; for he is turned back from following me, and hath not performed my commandments. And Samuel was wroth; and he cried unto Jehovah all night.
Bible in Basic English (BBE)
It is no longer my pleasure for Saul to be king; for he is turned back from going in my ways, and has not done my orders. And Samuel was very sad, crying to the Lord in prayer all night.
Darby English Bible (DBY)
It repenteth me that I have set up Saul to be king; for he is turned away from following me, and hath not fulfilled my words. And Samuel was much grieved; and he cried to Jehovah all night.
Webster's Bible (WBT)
I repent that I have set up Saul to be king: for he is turned back from following me, and hath not performed my commandments. And it grieved Samuel; and he cried to the LORD all night.
World English Bible (WEB)
It repents me that I have set up Saul to be king; for he is turned back from following me, and has not performed my commandments. Samuel was angry; and he cried to Yahweh all night.
Young's Literal Translation (YLT)
`I have repented that I caused Saul to reign for king, for he hath turned back from after Me, and My words he hath not performed;' and it is displeasing to Samuel, and he crieth unto Jehovah all the night.
| It repenteth me | נִחַ֗מְתִּי | niḥamtî | nee-HAHM-tee |
| that | כִּֽי | kî | kee |
| I have set up | הִמְלַ֤כְתִּי | himlaktî | heem-LAHK-tee |
| אֶת | ʾet | et | |
| Saul | שָׁאוּל֙ | šāʾûl | sha-OOL |
| to be king: | לְמֶ֔לֶךְ | lĕmelek | leh-MEH-lek |
| for | כִּי | kî | kee |
| he is turned back | שָׁב֙ | šāb | shahv |
| following from | מֵאַֽחֲרַ֔י | mēʾaḥăray | may-ah-huh-RAI |
| me, and hath not | וְאֶת | wĕʾet | veh-ET |
| performed | דְּבָרַ֖י | dĕbāray | deh-va-RAI |
| my commandments. | לֹ֣א | lōʾ | loh |
| grieved it And | הֵקִ֑ים | hēqîm | hay-KEEM |
| Samuel; | וַיִּ֙חַר֙ | wayyiḥar | va-YEE-HAHR |
| and he cried | לִשְׁמוּאֵ֔ל | lišmûʾēl | leesh-moo-ALE |
| unto | וַיִּזְעַ֥ק | wayyizʿaq | va-yeez-AK |
| the Lord | אֶל | ʾel | el |
| all | יְהוָ֖ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| night. | כָּל | kāl | kahl |
| הַלָּֽיְלָה׃ | hallāyĕlâ | ha-LA-yeh-la |
Cross Reference
1 Samuel 13:13
शमूएल ने शाऊल से कहा, तू ने मूर्खता का काम किया है; तू ने अपने परमेश्वर यहोवा की आज्ञा को नहीं माना; नहीं तो यहोवा तेरा राज्य इस्राएलियों के ऊपर सदा स्थिर रखता।
Genesis 6:6
और यहोवा पृथ्वी पर मनुष्य को बनाने से पछताया, और वह मन में अति खेदित हुआ।
2 Samuel 24:16
परन्तु जब दूत ने यरूशलेम का नाश करने को उस पर अपना हाथ बढ़ाया, तब यहोवा वह विपत्ति डालकर शोकित हुआ, और प्रजा के नाश करने वाले दूत से कहा, बस कर; अब अपना हाथ खींच। और यहोवा का दूत उस समय अरौना नाम एक यबूसी के खलिहान के पास था।
Joshua 22:16
यहोवा की सारी मण्डली यह कहती है, कि तुम ने इस्राएल के परमेश्वर यहोवा का यह कैसा विश्वासघात किया; आज जो तुम ने एक वेदी बना ली है, इस में तुम ने उसके पीछे चलना छोड़कर उसके विरुद्ध आज बलवा किया है?
1 Samuel 15:3
इसलिये अब तू जा कर अमालेकियों को मार, और जो कुछ उनका है उसे बिना कोमलता किए सत्यानाश कर; क्या पुरूष, क्या स्त्री, क्या बच्चा, क्या दूधपिउवा, क्या गाय-बैल, क्या भेड़-बकरी, क्या ऊंट, क्या गदहा, सब को मार डाल॥
1 Samuel 15:9
परन्तु अगाग पर, और अच्छी से अच्छी भेड़-बकरियों, गाय-बैलों, मोटे पशुओं, और मेम्नों, और जो कुछ अच्छा था, उन पर शाऊल और उसकी प्रजा ने कोमलता की, और उन्हें सत्यानाश करना न चाहा; परन्तु जो कुछ तुच्छ और निकम्मा था उसको उन्होंने सत्यानाश किया॥
Luke 6:12
और उन दिनों में वह पहाड़ पर प्रार्थना करने को निकला, और परमेश्वर से प्रार्थना करने में सारी रात बिताई।
Jonah 4:2
और उसने यहोवा से यह कह कर प्रार्थना की, हे यहोवा जब मैं अपने देश में था, तब क्या मैं यही बात न कहता था? इसी कारण मैं ने तेरी आज्ञा सुनते ही तर्शीश को भाग जाने के लिये फुर्ती की; क्योंकि मैं जानता था कि तू अनुग्रहकारी और दयालु परमेश्वर है, विलम्ब से कोप करने वाला करूणानिधान है, और दु:ख देने से प्रसन्न नहीं होता।
Zephaniah 1:6
और जो यहोवा के पीछे चलने से लौट गए हैं, और जिन्होंने न तो यहोवा को ढूंढ़ा, और न उसकी खोज में लगे, उन को भी मैं सत्यानाश कर डालूंगा॥
Matthew 5:44
.परन्तु मैं तुम से यह कहता हूं, कि अपने बैरियों से प्रेम रखो और अपने सताने वालों के लिये प्रार्थना करो।
Matthew 24:13
परन्तु जो अन्त तक धीरज धरे रहेगा, उसी का उद्धार होगा।
Luke 19:41
जब वह निकट आया तो नगर को देखकर उस पर रोया।
Romans 9:1
मैं मसीह में सच कहता हूं, झूठ नहीं बोलता और मेरा विवेक भी पवित्र आत्मा में गवाही देता है।
Hebrews 10:38
और मेरा धर्मी जन विश्वास से जीवित रहेगा, और यदि वह पीछे हट जाए तो मेरा मन उस से प्रसन्न न होगा।
Jonah 3:10
जब परमेश्वर ने उनके कामों को देखा, कि वे कुमार्ग से फिर रहे हैं, तब परमेश्वर ने अपनी इच्छा बदल दी, और उनकी जो हानि करने की ठानी थी, उसको न किया॥
Amos 7:3
इसके विषय में यहोवा पछताया, और उस से कहा, ऐसी बात अब न होगी॥
1 Samuel 15:35
और शमूएल ने अपने जीवन भर शाऊल से फिर भेंट न की, क्योंकि शमूएल शाऊल के लिये विलाप करता रहा। और यहोवा शाऊल को इस्राएल का राजा बनाकर पछताता था॥
1 Kings 9:6
परन्तु यदि तुम लोग वा तुम्हारे वंश के लोग मेरे पीछे चलना छोड़ दें; और मेरी उन आज्ञाओं और विधियों को जो मैं ने तुम को दी हैं, न मानें, और जा कर पराये देवताओं की उपासना करे और उन्हें दण्डवत करने लगें,
Psalm 36:3
उसकी बातें अनर्थ और छल की हैं; उसने बुद्धि और भलाई के काम करने से हाथ उठाया है।
Psalm 78:41
वे बारबार ईश्वर की परीक्षा करते थे, और इस्त्राएल के पवित्र को खेदित करते थे।
Psalm 78:57
और मुड़ कर अपने पुरखाओं की नाईं विश्वासघात किया; उन्होंने निकम्मे धनुष की नाईं धोखा दिया।
Psalm 109:4
मेरे प्रेम के बदले में वे मुझ से विरोध करते हैं, परन्तु मैं तो प्रार्थना में लवलीन रहता हूं।
Psalm 110:4
यहोवा ने शपथ खाई और न पछताएगा, कि तू मेल्कीसेदेक की रीति पर सर्वदा का याजक है॥
Psalm 119:136
मेरी आंखों से जल की धारा बहती रहती है, क्योंकि लोग तेरी व्यवस्था को नहीं मानते॥
Psalm 125:5
परन्तु जो मुड़ कर टेढ़े मार्गों में चलते हैं, उन को यहोवा अनर्थकारियों के संग निकाल देगा! इस्राएल को शान्ति मिले!
Jeremiah 9:1
भला होता, कि मेरा सिर जल ही जल, और मेरी आंखें आँसुओं का सोता होतीं, कि मैं रात दिन अपने मारे हुए लोगों के लिये रोता रहता।
Jeremiah 9:18
वे फुतीं कर के हम लोगों के लिये शोक का गीत गाएं कि हमारी आंखों से आंसू बह चलें और हमारी पलकें जल बहाए।
Jeremiah 13:17
और यदि तुम इसे न सुनो, तो मैं अकेले में तुम्हारे गर्व के कारण रोऊंगा, और मेरी आंखों से आंसुओं की धारा बहती रहेगी, क्योंकि यहोवा की भेड़ें बंधुआ कर ली गई हैं।
Jeremiah 18:7
जब मैं किसी जाति वा राज्य के विषय कहूं कि उसे उखाड़ूंगा वा ढा दूंगा अथवा नाश करूंगा,
1 Samuel 12:23
फिर यह मुझ से दूर हो कि मैं तुम्हारे लिये प्रार्थना करना छोड़कर यहोवा के विरुद्ध पापी ठहरूं; मैं तो तुम्हें अच्छा और सीधा मार्ग दिखाता रहूंगा।