ਕਜ਼ਾૃ 5:28
“ਦੇਖੋ, ਉਹ ਸੀਸਰਾ ਦੀ ਮਾਂ ਖੜੀ, ਬਾਰੀ ਵਿੱਚੋਂ ਦੇਖ ਰਹੀ ਹੈ, ਪਰਦਿਆਂ ਵਿੱਚੋਂ ਦੇਖ ਰਹੀ ਅਤੇ ਰੋ ਰਹੀ ਹੈ। ‘ਸੀਸਰਾ ਦੇ ਰੱਥ ਨੇ ਇੰਨੀ ਦੇਰ ਕਿਉਂ ਲਾ ਦਿੱਤੀ ਹੈ? ਮੈਨੂੰ ਉਸ ਦੇ ਰੱਥਾਂ ਦੀ ਆਵਾਜ਼ ਕਿਉਂ ਸੁਣਦੀ ਨਹੀਂ?’
The mother | בְּעַד֩ | bĕʿad | beh-AD |
of Sisera | הַֽחַלּ֨וֹן | haḥallôn | ha-HA-lone |
looked out | נִשְׁקְפָ֧ה | nišqĕpâ | neesh-keh-FA |
at | וַתְּיַבֵּ֛ב | wattĕyabbēb | va-teh-ya-BAVE |
window, a | אֵ֥ם | ʾēm | ame |
and cried | סִֽיסְרָ֖א | sîsĕrāʾ | see-seh-RA |
through | בְּעַ֣ד | bĕʿad | beh-AD |
the lattice, | הָֽאֶשְׁנָ֑ב | hāʾešnāb | ha-esh-NAHV |
Why | מַדּ֗וּעַ | maddûaʿ | MA-doo-ah |
is his chariot | בֹּשֵׁ֤שׁ | bōšēš | boh-SHAYSH |
so long | רִכְבּוֹ֙ | rikbô | reek-BOH |
in coming? | לָב֔וֹא | lābôʾ | la-VOH |
why | מַדּ֣וּעַ | maddûaʿ | MA-doo-ah |
tarry | אֶֽחֱר֔וּ | ʾeḥĕrû | eh-hay-ROO |
the wheels | פַּֽעֲמֵ֖י | paʿămê | pa-uh-MAY |
of his chariots? | מַרְכְּבוֹתָֽיו׃ | markĕbôtāyw | mahr-keh-voh-TAIV |