यशैया 44:16
मानिसले आधा जस्तो काठ आगोमा बाल्छ। मानिसले त्यो आगोमा मासु पकाउछ र अघाउञ्जेल खान्छ। मानिसले आफूलाई न्यानो राख्नका लागि दाउरा बाल्दछ। त्यस मानिसले भन्छ, “असल! अब म न्यानो भएँ अनि म देख्नु सक्छु, त्यो आगोको उज्यालो कहाँसम्म पर्दछ।”
He burneth | חֶצְיוֹ֙ | ḥeṣyô | hets-YOH |
part | שָׂרַ֣ף | śārap | sa-RAHF |
thereof in | בְּמוֹ | bĕmô | beh-MOH |
the fire; | אֵ֔שׁ | ʾēš | aysh |
with | עַל | ʿal | al |
part | חֶצְיוֹ֙ | ḥeṣyô | hets-YOH |
thereof he eateth | בָּשָׂ֣ר | bāśār | ba-SAHR |
flesh; | יֹאכֵ֔ל | yōʾkēl | yoh-HALE |
he roasteth | יִצְלֶ֥ה | yiṣle | yeets-LEH |
roast, | צָלִ֖י | ṣālî | tsa-LEE |
satisfied: is and | וְיִשְׂבָּ֑ע | wĕyiśbāʿ | veh-yees-BA |
yea, | אַף | ʾap | af |
he warmeth | יָחֹם֙ | yāḥōm | ya-HOME |
himself, and saith, | וְיֹאמַ֣ר | wĕyōʾmar | veh-yoh-MAHR |
Aha, | הֶאָ֔ח | heʾāḥ | heh-AK |
warm, am I | חַמּוֹתִ֖י | ḥammôtî | ha-moh-TEE |
I have seen | רָאִ֥יתִי | rāʾîtî | ra-EE-tee |
the fire: | אֽוּר׃ | ʾûr | oor |