यशैया 29:12
अथवा तिमीले त्यो पुस्तक त्यस मानिसलाई दिन सक्छौ जसले पढन सक्दैन्। अनि त्यस मानिसलाई पढ भनेर भन्। त्यस मानिसले भन्नेछ, “म यो पुस्तक पढन सक्तिन किनभने म पढन जान्दिन्।”
And the book | וְנִתַּ֣ן | wĕnittan | veh-nee-TAHN |
is delivered | הַסֵּ֗פֶר | hassēper | ha-SAY-fer |
to | עַל֩ | ʿal | al |
that him | אֲשֶׁ֨ר | ʾăšer | uh-SHER |
is not learned, | לֹֽא | lōʾ | loh |
יָדַ֥ע | yādaʿ | ya-DA | |
סֵ֛פֶר | sēper | SAY-fer | |
saying, | לֵאמֹ֖ר | lēʾmōr | lay-MORE |
Read | קְרָ֣א | qĕrāʾ | keh-RA |
this, | נָא | nāʾ | na |
I pray thee: | זֶ֑ה | ze | zeh |
saith, he and | וְאָמַ֕ר | wĕʾāmar | veh-ah-MAHR |
I am not learned. | לֹ֥א | lōʾ | loh |
יָדַ֖עְתִּי | yādaʿtî | ya-DA-tee | |
סֵֽפֶר׃ | sēper | SAY-fer |