2 इतिहास 18:16
तब मीकायाले भने, “मैले इस्राएलका सबै मानिसहरूलाई पर्वतहरूमा छरिएका देखें। तिनीहरू गोठाला बिनाका भेडाहरू जस्तै थिए। परमप्रभुले भन्नुभयो, ‘तिनीहरूका कुनै अगुवा छैन। प्रत्येक व्यक्तिलाई सकुशल घर फर्किन देऊ।”‘
Then he said, | וַיֹּ֗אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
see did I | רָאִ֤יתִי | rāʾîtî | ra-EE-tee |
אֶת | ʾet | et | |
all | כָּל | kāl | kahl |
Israel | יִשְׂרָאֵל֙ | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
scattered | נְפוֹצִ֣ים | nĕpôṣîm | neh-foh-TSEEM |
upon | עַל | ʿal | al |
the mountains, | הֶֽהָרִ֔ים | hehārîm | heh-ha-REEM |
as sheep | כַּצֹּ֕אן | kaṣṣōn | ka-TSONE |
that | אֲשֶׁ֥ר | ʾăšer | uh-SHER |
have no | אֵין | ʾên | ane |
shepherd: | לָהֶ֖ן | lāhen | la-HEN |
Lord the and | רֹעֶ֑ה | rōʿe | roh-EH |
said, | וַיֹּ֤אמֶר | wayyōʾmer | va-YOH-mer |
These | יְהוָה֙ | yĕhwāh | yeh-VA |
have no | לֹֽא | lōʾ | loh |
master; | אֲדֹנִ֣ים | ʾădōnîm | uh-doh-NEEM |
return them let | לָאֵ֔לֶּה | lāʾēlle | la-A-leh |
therefore every man | יָשׁ֥וּבוּ | yāšûbû | ya-SHOO-voo |
to his house | אִישׁ | ʾîš | eesh |
in peace. | לְבֵית֖וֹ | lĕbêtô | leh-vay-TOH |
בְּשָׁלֽוֹם׃ | bĕšālôm | beh-sha-LOME |