Zechariah 1:15
और जो जातियां सुख से रहती हैं, उन से मैं क्रोधित हूं; क्योंकि मैं ने तो थोड़ा से क्रोध किया था, परन्तु उन्होंने विपत्ति को बढ़ा दिया।
And I | וְקֶ֤צֶף | wĕqeṣep | veh-KEH-tsef |
am very | גָּדוֹל֙ | gādôl | ɡa-DOLE |
sore | אֲנִ֣י | ʾănî | uh-NEE |
displeased | קֹצֵ֔ף | qōṣēp | koh-TSAFE |
with | עַל | ʿal | al |
the heathen | הַגּוֹיִ֖ם | haggôyim | ha-ɡoh-YEEM |
that are at ease: | הַשַּֽׁאֲנַנִּ֑ים | haššaʾănannîm | ha-sha-uh-na-NEEM |
for | אֲשֶׁ֤ר | ʾăšer | uh-SHER |
I | אֲנִי֙ | ʾăniy | uh-NEE |
was but a little | קָצַ֣פְתִּי | qāṣaptî | ka-TSAHF-tee |
displeased, | מְּעָ֔ט | mĕʿāṭ | meh-AT |
they and | וְהֵ֖מָּה | wĕhēmmâ | veh-HAY-ma |
helped | עָזְר֥וּ | ʿozrû | oze-ROO |
forward the affliction. | לְרָעָֽה׃ | lĕrāʿâ | leh-ra-AH |