Zechariah 1:12
तब यहोवा के दूत ने कहा, हे सेनाओं के यहोवा, तू जो यरूशलेम और यहूदा के नगरों पर सत्तर वर्ष से क्रोधित है, सो तू उन पर कब तक दया न करेगा?
Then the angel | וַיַּ֣עַן | wayyaʿan | va-YA-an |
Lord the of | מַלְאַךְ | malʾak | mahl-AK |
answered | יְהוָה֮ | yĕhwāh | yeh-VA |
and said, | וַיֹּאמַר֒ | wayyōʾmar | va-yoh-MAHR |
Lord O | יְהוָ֣ה | yĕhwâ | yeh-VA |
of hosts, | צְבָא֔וֹת | ṣĕbāʾôt | tseh-va-OTE |
how long | עַד | ʿad | ad |
מָתַ֗י | mātay | ma-TAI | |
wilt thou | אַתָּה֙ | ʾattāh | ah-TA |
not | לֹֽא | lōʾ | loh |
on mercy have | תְרַחֵ֣ם | tĕraḥēm | teh-ra-HAME |
אֶת | ʾet | et | |
Jerusalem | יְרוּשָׁלִַ֔ם | yĕrûšālaim | yeh-roo-sha-la-EEM |
cities the on and | וְאֵ֖ת | wĕʾēt | veh-ATE |
of Judah, | עָרֵ֣י | ʿārê | ah-RAY |
which against | יְהוּדָ֑ה | yĕhûdâ | yeh-hoo-DA |
thou hast had indignation | אֲשֶׁ֣ר | ʾăšer | uh-SHER |
these | זָעַ֔מְתָּה | zāʿamtâ | za-AM-ta |
threescore and ten | זֶ֖ה | ze | zeh |
years? | שִׁבְעִ֥ים | šibʿîm | sheev-EEM |
שָׁנָֽה׃ | šānâ | sha-NA |