Zechariah 8:3 in Hindi

Hindi Hindi Bible Zechariah Zechariah 8 Zechariah 8:3

Zechariah 8:3
यहोवा यों कहता है, मैं सिय्योन में लौट आया हूं, और यरूशेलम के बीच में वास किए रहूंगा, और यरूशलेम की सच्चाई का नगर कहलाएगा, और सेनाओं के यहोवा का पर्वत, पवित्र पर्वत कहलाएगा।

Zechariah 8:2Zechariah 8Zechariah 8:4

Zechariah 8:3 in Other Translations

King James Version (KJV)
Thus saith the LORD; I am returned unto Zion, and will dwell in the midst of Jerusalem: and Jerusalem shall be called a city of truth; and the mountain of the LORD of hosts the holy mountain.

American Standard Version (ASV)
Thus saith Jehovah: I am returned unto Zion, and will dwell in the midst of Jerusalem: and Jerusalem shall be called The city of truth; and the mountain of Jehovah of hosts, The holy mountain.

Bible in Basic English (BBE)
This is what the Lord has said: I have come back to Zion, and will make my living-place in Jerusalem: and Jerusalem will be named The town of good faith; and the mountain of the Lord of armies The holy mountain.

Darby English Bible (DBY)
Thus saith Jehovah: I am returned unto Zion, and will dwell in the midst of Jerusalem; and Jerusalem shall be called, The city of truth; and the mountain of Jehovah of hosts, The holy mountain.

World English Bible (WEB)
Thus says Yahweh: "I have returned to Zion, and will dwell in the midst of Jerusalem. Jerusalem shall be called 'The City of Truth;' and the mountain of Yahweh of Hosts, 'The Holy Mountain.'"

Young's Literal Translation (YLT)
Thus said Jehovah: I have turned back unto Zion, And I have dwelt in the midst of Jerusalem, And Jerusalem hath been called `The city of truth,' And the mountain of Jehovah of Hosts, `The holy mountain.'

Thus
כֹּ֚הkoh
saith
אָמַ֣רʾāmarah-MAHR
the
Lord;
יְהוָ֔הyĕhwâyeh-VA
returned
am
I
שַׁ֚בְתִּיšabtîSHAHV-tee
unto
אֶלʾelel
Zion,
צִיּ֔וֹןṣiyyônTSEE-yone
dwell
will
and
וְשָׁכַנְתִּ֖יwĕšākantîveh-sha-hahn-TEE
in
the
midst
בְּת֣וֹךְbĕtôkbeh-TOKE
of
Jerusalem:
יְרֽוּשָׁלִָ֑םyĕrûšālāimyeh-roo-sha-la-EEM
Jerusalem
and
וְנִקְרְאָ֤הwĕniqrĕʾâveh-neek-reh-AH
shall
be
called
יְרוּשָׁלִַ֙ם֙yĕrûšālaimyeh-roo-sha-la-EEM
a
city
עִ֣ירʿîreer
of
truth;
הָֽאֱמֶ֔תhāʾĕmetha-ay-MET
mountain
the
and
וְהַרwĕharveh-HAHR
of
the
Lord
יְהוָ֥הyĕhwâyeh-VA
of
hosts
צְבָא֖וֹתṣĕbāʾôttseh-va-OTE
the
holy
הַ֥רharhahr
mountain.
הַקֹּֽדֶשׁ׃haqqōdešha-KOH-desh

Cross Reference

जकर्याह 1:16
इस कारण यहोवा यों कहता है, अब मैं दया कर के यरूशलेम को लौट आया हूं; मेरा भवन उस में बनेगा, और यरूशलेम पर नापने की डोरी डाली जाएगी, सेनाओं के यहोवा की यही वाणी है।

जकर्याह 2:10
हे सिय्योन, ऊंचे स्वर से गा और आनन्द कर, क्योंकि देख, मैं आकर तेरे बीच में निवास करूंगा, यहोवा की यही वाणी है।

यशायाह 1:26
और मैं तुम में पहिले की नाईं न्यायी और आदि काल के समान मंत्री फिर नियुक्त करूंगा। उसके बाद तू धर्मपुरी और सती नगरी कहलाएगी॥

जकर्याह 14:20
उस समय घोड़ों की घंटियों पर भी यह लिखा रहेगा, यहोवा के लिये पवित्र। और यहोवा के भवन कि हंडिय़ां उन कटोरों के तुल्य पवित्र ठहरेंगी, जो वेदी के साम्हने रहते हैं।

यूहन्ना 1:14
और वचन देहधारी हुआ; और अनुग्रह और सच्चाई से परिपूर्ण होकर हमारे बीच में डेरा किया, और हम ने उस की ऐसी महिमा देखी, जैसी पिता के एकलौते की महिमा।

यूहन्ना 14:23
यीशु ने उस को उत्तर दिया, यदि कोई मुझ से प्रेम रखे, तो वह मेरे वचन को मानेगा, और मेरा पिता उस से प्रेम रखेगा, और हम उसके पास आएंगे, और उसके साथ वास करेंगे।

2 कुरिन्थियों 6:16
और मूरतों के साथ परमेश्वर के मन्दिर का क्या सम्बन्ध? क्योंकि हम तो जीवते परमेश्वर का मन्दिर हैं; जैसा परमेश्वर ने कहा है कि मैं उन में बसूंगा और उन में चला फिरा करूंगा; और मैं उन का परमेश्वर हूंगा, और वे मेरे लोग होंगे।

इफिसियों 2:21
जिस में सारी रचना एक साथ मिलकर प्रभु में एक पवित्र मन्दिर बनती जाती है।

कुलुस्सियों 2:9
क्योंकि उस में ईश्वरत्व की सारी परिपूर्णता सदेह वास करती है।

प्रकाशित वाक्य 21:3
फिर मैं ने सिंहासन में से किसी को ऊंचे शब्द से यह कहते सुना, कि देख, परमेश्वर का डेरा मनुष्यों के बीच में है; वह उन के साथ डेरा करेगा, और वे उसके लोग होंगे, और परमेश्वर आप उन के साथ रहेगा; और उन का परमेश्वर होगा।

प्रकाशित वाक्य 21:10
और वह मुझे आत्मा में, एक बड़े और ऊंचे पहाड़ पर ले गया, और पवित्र नगर यरूशलेम को स्वर्ग पर से परमेश्वर के पास से उतरते दिखाया।

योएल 3:21
क्योंकि उनका खून, जो अब तक मैं ने पवित्र नहीं ठहराया था, उसे अब पवित्र ठहराऊंगा, क्योंकि यहोवा सिय्योन में वास किए रहता है॥

योएल 3:17
इस प्रकार तुम जानोगे कि यहोवा जो अपने पवित्र पर्वत सिय्योन पर वास किए रहता है, वही हमारा परमेश्वर है। और यरूशलेम पवित्र ठहरेगा, और परदेशी उस में हो कर फिर न जाने पाएंगे॥

यहेजकेल 48:35
नगर की चारों अलंगों का घेरा अठारह हजार बांस का हो, और उस दिन से आगे को नगर का नाम “यहोवा शाम्मा” रहेगा।

यशायाह 1:21
जो नगरी सती थी सो क्योंकर व्यभिचारिन हो गई! वह न्याय से भरी थी और उस में धर्म पाया जाता था, परन्तु अब उस में हत्यारे ही पाए जाते हैं। तेरी चान्दी घातु का मैल हो गई,

यशायाह 2:2
अन्त के दिनों में ऐसा होगा कि यहोवा के भवन का पर्वत सब पहाड़ों पर दृढ़ किया जाएगा, और सब पहाडिय़ों से अधिक ऊंचा किया जाएगा; और हर जाति के लागे धारा की नाईं उसकी ओर चलेंगें।

यशायाह 11:9
मेरे सारे पवित्र पर्वत पर न तो कोई दु:ख देगा और न हानि करेगा; क्योंकि पृथ्वी यहोवा के ज्ञान से ऐसी भर जाएगी जैसा जल समुद्र में भरा रहता है॥

यशायाह 12:6
हे सिय्योन में बसने वाली तू जयजयकार कर और ऊंचे स्वर से गा, क्योंकि इस्राएल का पवित्र तुझ में महान है॥

यशायाह 60:14
तेरे दु:ख देने वालों की सन्तान तेरे पास सिर झुकाए हुए आंएगें; और जिन्होंने तेरा तिरस्कार किया सब तेरे पांवों पर गिरकर दण्डवत करेंगे; वे तेरा नाम यहोवा का नगर, इस्राएल के पवित्र का सिय्योन रखेंगे॥

यशायाह 65:25
भेडिय़ा और मेम्ना एक संग चरा करेंगे, और सिंह बैल की नाईं भूसा खाएगा; और सर्प का आहार मिट्टी ही रहेगा। मेरे सारे पवित्र पर्वत पर न तो कोई किसी को दु:ख देगा और न कोई किसी की हानि करेगा, यहोवा का यही वचन है॥

यशायाह 66:20
और जैसे इस्राएली लोग अन्नबलि को शुद्ध पात्र में धरकर यहोवा के भवन में ले आते हैं, वैसे ही वे तुम्हारे सब भाइयों को घोड़ों, रथों, पालकियों, खच्चरों और साड़नियों पर चढ़ा चढ़ाकर मेरे पवित्र पर्वत यरूशलेम पर यहोवा की भेंट के लिये ले आएंगे, यहोवा का यही वचन है।

यिर्मयाह 30:10
इसलिये हे मेरे दास याकूब, तेरे लिये यहोवा की यह वाणी है, मत डर; हे इस्राएल, विस्मित न हो; क्योंकि मैं दूर देश से तुझे और तेरे वंश को बंधुआई के देश से छुड़ा ले आऊंगा। तब याकूब लौट कर, चैन और सुख से रहेगा, और कोई उसको डराने न पाएगा।

यिर्मयाह 31:23
इस्राएल का परमेश्वर सेनाओं का यहोवा यों कहता है: जब मैं यहूदी बंधुओं को उनके देश के नगरों में लौटाऊंगा, तब उन में यह आशीर्वाद फिर दिया जाएगा: हे धर्मभरे वासस्थान, हे पवित्र पर्वत, यहोवा तुझे आशीष दे!

यिर्मयाह 33:16
उन दिनों में यहूदा बचा रहेगा और यरूशलेम निडर बसा रहेगा; और उसका नाम यह रखा जाएगा अय्रात् यहोवा हमारी धामिर्कता।

प्रकाशित वाक्य 21:27
और उस में कोई अपवित्र वस्तु था घृणित काम करनेवाला, या झूठ का गढ़ने वाला, किसी रीति से प्रवेश न करेगा; पर केवल वे लोग जिन के नाम मेम्ने के जीवन की पुस्तक में लिखे हैं॥