Zechariah 1:14 in Hindi

Hindi Hindi Bible Zechariah Zechariah 1 Zechariah 1:14

Zechariah 1:14
तब जो दूत मुझ से बातें करता था, उसने मुझ से कहा, तू पुकार कर कह कि सेनाओं का यहोवा यों कहता है, मुझे यरूशलेम और सिय्योन के लिये बड़ी जलन हुई है।

Zechariah 1:13Zechariah 1Zechariah 1:15

Zechariah 1:14 in Other Translations

King James Version (KJV)
So the angel that communed with me said unto me, Cry thou, saying, Thus saith the LORD of hosts; I am jealous for Jerusalem and for Zion with a great jealousy.

American Standard Version (ASV)
So the angel that talked with me said unto me, Cry thou, saying, Thus saith Jehovah of hosts: I am jealous for Jerusalem and for Zion with a great jealousy.

Bible in Basic English (BBE)
And the angel who was talking to me said to me, Let your voice be loud and say, These are the words of the Lord of armies: I am greatly moved about the fate of Jerusalem and of Zion.

Darby English Bible (DBY)
And the angel that talked with me said unto me, Cry, saying, Thus saith Jehovah of hosts: I am jealous for Jerusalem and for Zion with a great jealousy,

World English Bible (WEB)
So the angel who talked with me said to me, "Proclaim, saying, 'Thus says Yahweh of Hosts: "I am jealous for Jerusalem and for Zion with a great jealousy.

Young's Literal Translation (YLT)
And the messenger who is speaking with me, saith unto me, `Call, saying: Thus said Jehovah of Hosts: I have been zealous for Jerusalem, and for Zion `with' great zeal.

So
the
angel
וַיֹּ֣אמֶרwayyōʾmerva-YOH-mer
that
communed
אֵלַ֗יʾēlayay-LAI
with
me
said
הַמַּלְאָךְ֙hammalʾokha-mahl-oke
unto
הַדֹּבֵ֣רhaddōbērha-doh-VARE
me,
Cry
בִּ֔יbee
thou,
saying,
קְרָ֣אqĕrāʾkeh-RA
Thus
לֵאמֹ֔רlēʾmōrlay-MORE
saith
כֹּ֥הkoh
Lord
the
אָמַ֖רʾāmarah-MAHR
of
hosts;
יְהוָ֣הyĕhwâyeh-VA
I
am
jealous
צְבָא֑וֹתṣĕbāʾôttseh-va-OTE
Jerusalem
for
קִנֵּ֧אתִיqinnēʾtîkee-NAY-tee
and
for
Zion
לִירוּשָׁלִַ֛םlîrûšālaimlee-roo-sha-la-EEM
with
a
great
וּלְצִיּ֖וֹןûlĕṣiyyônoo-leh-TSEE-yone
jealousy.
קִנְאָ֥הqinʾâkeen-AH
גְדוֹלָֽה׃gĕdôlâɡeh-doh-LA

Cross Reference

योएल 2:18
तब यहोवा को अपने देश के विषय में जलन हुई, और उसने अपनी प्रजा पर तरस खाया।

जकर्याह 1:17
फिर यह भी पुकार कर कह कि सेनाओं का यहोवा यों कहता है, मेरे नगर फिर उत्तम वस्तुओं से भर जाएंगे, और यहोवा फिर सिय्योन को शान्ति देगा; और यरूशलेम को फिर अपना ठहराएगा॥

जकर्याह 1:9
तब मैं ने कहा, हे मेरे प्रभु ये कौन हैं? तब जो दूत मुझ से बातें करता था, उसने मुझ से कहा, मैं तुझे बताऊंगा कि ये कौन हैं।

यशायाह 40:6
बोलने वाले का वचन सुनाई दिया, प्रचार कर! मैं ने कहा, मैं क्या प्रचार करूं? सब प्राणी घास हैं, उनकी शोभा मैदान के फूल के समान है।

जकर्याह 8:2
सेनाओं का यहोवा यों कहता है: सिय्योन के लिये मुझे बड़ी जलन हुई वरन बहुत ही जलजलाहट मुझ में उत्पन्न हुई है।

जकर्याह 4:1
फिर जो दूत मुझ से बातें करता था, उसने आकर मुझे ऐसा जगाया जैसा कोई नींद से जगाया जाए।

जकर्याह 2:3
तब मैं ने क्या देखा, कि जो दूत मुझ से बातें करता था वह चला गया, और दूसरा दूत उस से मिलने के लिये आकर,

जकर्याह 1:13
और यहोवा ने उत्तर में उस दूत से जो मुझ से बातें करता था, अच्छी अच्छी और शान्ति की बातें कहीं।

नहूम 1:2
यहोवा जल उठने वाला और बदला लेने वाला ईश्वर है; यहोवा बदला लेने वाला और जलजलाहट करने वाला है; यहोवा अपने द्रोहियों से बदला लेता है, और अपने शत्रुओं का पाप नहीं भूलता।

होशे 11:8
हे एप्रैम, मैं तुझे क्योंकर छोड़ दूं? हे इस्राएल, मैं क्योंकर तुझे शत्रु के वश में कर दूं? मैं क्योंकर तुझे अदमा की नाईं छोड़ दूं, और सबोयीम के समान कर दूं? मेरा हृदय तो उलट पुलट हो गया, मेरा मन स्नेह के मारे पिघल गया है।

यशायाह 63:15
स्वर्ग से, जो तेरा पवित्र और महिमापूर्ण वासस्थान है, दृष्टि कर। तेरी जलन और पराक्रम कहां रहे? तेरी दया और करूणा मुझ पर से हट गई हैं।

यशायाह 59:17
उसने धर्म को झिलम की नाईं पहिन लिया, और उसके सिर पर उद्धार का टोप रखा गया; उसने पलटा लेने का वस्त्र धारण किया, और जलजलाहट को बागे की नाईं पहिन लिया है।

यशायाह 42:13
यहोवा वीर की नाईं निकलेगा और योद्धा के समान अपनी जलन भड़काएगा, वह ऊंचे शब्द से ललकारेगा और अपने शत्रुओं पर जयवन्त होगा॥

यशायाह 40:1
तुम्हारा परमेश्वर यह कहता है, मेरी प्रजा को शान्ति दो, शान्ति!

यशायाह 38:22
और हिजकिय्याह ने पूछा था कि इसका क्या चिन्ह है कि मैं यहोवा के भवन को फिर जाने पाऊंगा?

यशायाह 9:7
उसकी प्रभुता सर्वदा बढ़ती रहेगी, और उसकी शान्ति का अन्त न होगा, इसलिये वे उसको दाऊद की राजगद्दी पर इस समय से ले कर सर्वदा के लिये न्याय और धर्म के द्वारा स्थिर किए ओर संभाले रहेगा। सेनाओं के यहोवा की धुन के द्वारा यह हो जाएगा॥