Psalm 56:1
हे परमेश्वर, मुझ पर अनुग्रह कर, क्योंकि मनुष्य मुझे निगलना चाहते हैं। वे दिन भर लड़कर मुझे सताते हैं।
Psalm 56:1 in Other Translations
King James Version (KJV)
Be merciful unto me, O God: for man would swallow me up; he fighting daily oppresseth me.
American Standard Version (ASV)
Be merciful unto me, O God; for man would swallow me up: All the day long he fighting oppresseth me.
Bible in Basic English (BBE)
<To the chief music-maker; put to Jonath elem rehokim. Of David. Michtam. When the Philistines took him in Gath.> Have mercy on me, O God, for man is attempting my destruction; every day he makes cruel attacks against me.
Darby English Bible (DBY)
{To the chief Musician. On Jonathelem-rechokim. Of David. Michtam; when the Philistines took him in Gath.} Be gracious unto me, O God; for man would swallow me up: all the day long fighting he oppresseth me.
World English Bible (WEB)
> Be merciful to me, God, for man wants to swallow me up. All day long, he attacks and oppresses me.
Young's Literal Translation (YLT)
To the Overseer. -- `On the Dumb Dove far off.' -- A secret treasure of David, in the Philistines' taking hold of him in Gath. Favour me, O God, for man swallowed me up, All the day fighting he oppresseth me,
| Be merciful | חָנֵּ֣נִי | ḥonnēnî | hoh-NAY-nee |
| God: O me, unto | אֱ֭לֹהִים | ʾĕlōhîm | A-loh-heem |
| for | כִּֽי | kî | kee |
| man | שְׁאָפַ֣נִי | šĕʾāpanî | sheh-ah-FA-nee |
| up; me swallow would | אֱנ֑וֹשׁ | ʾĕnôš | ay-NOHSH |
| he fighting | כָּל | kāl | kahl |
| daily | הַ֝יּ֗וֹם | hayyôm | HA-yome |
| לֹחֵ֥ם | lōḥēm | loh-HAME | |
| oppresseth | יִלְחָצֵֽנִי׃ | yilḥāṣēnî | yeel-ha-TSAY-nee |
Cross Reference
भजन संहिता 69:13
परन्तु हे यहोवा, मेरी प्रार्थना तो तेरी प्रसन्नता के समय में हो रही है; हे परमेश्वर अपनी करूणा की बहुतायात से, और बचाने की अपनी सच्ची प्रतिज्ञा के अनुसार मेरी सुन ले।
भजन संहिता 57:1
हे परमेश्वर, मुझ पर अनुग्रह कर, मुझ पर अनुग्रह कर, क्योंकि मैं तेरा शरणागत हूं; और जब तक ये आपत्तियां निकल न जाएं, तब तक मैं तेरे पंखों के तले शरण लिए रहूंगा।
भजन संहिता 27:2
जब कुकर्मियों ने जो मुझे सताते और मुझी से बैर रखते थे, मुझे खा डालने के लिये मुझ पर चढ़ाई की, तब वे ही ठोकर खाकर गिर पड़े॥
भजन संहिता 16:1
हे ईश्वर मेरी रक्षा कर, क्योंकि मैं तेरा ही शरणागत हूं।
भजन संहिता 143:12
और करूणा करके मेरे शत्रुओं को सत्यानाश कर, और मेरे सब सताने वालों का नाश कर डाल, क्योंकि मैं तेरा दास हूं॥
नीतिवचन 1:12
हम अधोलोक की नाईं उन को जीवता, कबर में पड़े हुओं के समान समूचा निगल जाएं;
विलापगीत 2:2
यहोवा ने याकूब की सब बस्तियों को निठुरता से नष्ट किया है; उसने रोष में आकर यहूदा की पुत्री के दृढ़ गढ़ों को ढाकर मिट्टी में मिला दिया है; उसने हाकिमों समेत राज्य को अपवित्र ठहराया है।
विलापगीत 2:5
यहोवा शत्रु बन गया, उसने इस्राएल को निगल लिया; उसके सारे भवनों को उसने मिटा दिया, और उसके दृढ़ गढ़ों को नष्ट कर डाला है; और यहूदा की पुत्री का रोना-पीटना बहुत बढ़ाया है।
विलापगीत 2:16
तेरे सब शत्रुओं ने तुझ पर मुंह पसारा है, वे ताली बजाते और दांत पीसते हैं, वे कहते हैं, हम उसे निगल गए हैं! जिस दिन की बाट हम जोहते थे, वह यही है, वह हम को मिल गया, हम उसको देख चुके हैं!
होशे 8:8
इस्राएल निगला गया; अब वे अन्यजातियों में ऐसे निकम्मे ठहरे जैसे तुच्छ बरतन ठहरता है।
1 कुरिन्थियों 15:54
और जब यह नाशमान अविनाश को पहिन लेगा, और यह मरनहार अमरता को पहिन लेगा, तक वह वचन जो लिखा है, पूरा हो जाएगा, कि जय ने मृत्यु को निगल लिया।
भजन संहिता 136:17
उसने बड़े बड़े राजा मारे, उसकी करूणा सदा की है।
भजन संहिता 136:15
और फिरौन को सेना समेत लाल समुद्र में डाल दिया, उसकी करूणा सदा की है।
भजन संहिता 136:10
उसने मिस्त्रियों के पहिलौठों को मारा, उसकी करूणा सदा की है॥
1 शमूएल 29:4
तब पलिश्ती हाकिम उस से क्रोधित हुए; और उस से कहा, उस पुरूष को लौटा दे, कि वह उस स्थान पर जाए जो तू ने उसके लिये ठहराया है; वह हमारे संग लड़ाई में न आने पाएगा, कहीं ऐसा न हो कि वह लड़ाई में हमारा विराधी बन जाए। फिर वह अपने स्वामी से किस रीति से मेल करे? क्या लोगों के सिर कटवाकर न करेगा?
भजन संहिता 21:9
तू अपने मुख के सम्मुख उन्हें जलते हुए भट्टे की नाईं जलाएगा। यहोवा अपने क्रोध में उन्हें निगल जाएगा, और आग उन को भस्म कर डालेगी।
भजन संहिता 31:9
हे यहोवा, मुझ पर अनुग्रह कर क्योंकि मैं संकट में हूं; मेरी आंखे वरन मेरा प्राण और शरीर सब शोक के मारे घुले जाते हैं।
भजन संहिता 35:25
वे मन में न कहने पाएं, कि आहा! हमारी तो इच्छा पूरी हुई! वह यह न कहें कि हम उसे निगल गए हैं॥
भजन संहिता 58:1
हे मनुष्यों, क्या तुम सचमुच धर्म की बात बोलते हो? और हे मनुष्यवंशियों क्या तुम सीधाई से न्याय करते हो?
भजन संहिता 59:1
हे मेरे परमेश्वर, मुझ को शत्रुओं से बचा, मुझे ऊंचे स्थान पर रखकर मेरे विरोधियों से बचा,
भजन संहिता 59:10
परमेश्वर करूणा करता हुआ मुझ से मिलेगा; परमेश्वर मेरे द्रोहियों के विषय मेरी इच्छा पूरी कर देगा॥
भजन संहिता 60:1
हे परमेश्वर तू ने हम को त्याग दिया, और हम को तोड़ डाला है; तू क्रोधित हुआ; फिर हम को ज्यों का त्यों कर दे।
भजन संहिता 106:17
भूमि फट कर दातान को निगल गई, और अबीराम के झुण्ड को ग्रस लिया।
भजन संहिता 124:3
तो वे हम को उसी समय जीवित निगल जाते, जब उनका क्रोध हम पर भड़का था,
1 शमूएल 21:11
और आकीश के कर्मचारियों ने आकीश से कहा, क्या वह उस देश का राजा दाऊद नहीं है? क्या लोगों ने उसी के विषय नाचते नाचते एक दूसरे के साथ यह गाना न गया था, कि शाऊल ने हजारों को, और दाऊद ने लाखों को मारा है?