Psalm 1:1
क्या ही धन्य है वह पुरूष जो दुष्टों की युक्ति पर नहीं चलता, और न पापियों के मार्ग में खड़ा होता; और न ठट्ठा करने वालों की मण्डली में बैठता है!
Psalm 1:1 in Other Translations
King James Version (KJV)
Blessed is the man that walketh not in the counsel of the ungodly, nor standeth in the way of sinners, nor sitteth in the seat of the scornful.
American Standard Version (ASV)
Blessed is the man that walketh not in the counsel of the wicked, Nor standeth in the way of sinners, Nor sitteth in the seat of scoffers:
Bible in Basic English (BBE)
Happy is the man who does not go in the company of sinners, or take his place in the way of evil-doers, or in the seat of those who do not give honour to the Lord.
Darby English Bible (DBY)
Blessed is the man that walketh not in the counsel of the wicked, and standeth not in the way of sinners, and sitteth not in the seat of scorners;
Webster's Bible (WBT)
Blessed is the man that walketh not in the counsel of the ungodly, nor standeth in the way of sinners, nor sitteth in the seat of scoffers.
World English Bible (WEB)
Blessed is the man who doesn't walk in the counsel of the wicked, Nor stand in the way of sinners, Nor sit in the seat of scoffers;
Young's Literal Translation (YLT)
O the happiness of that one, who Hath not walked in the counsel of the wicked. And in the way of sinners hath not stood, And in the seat of scorners hath not sat;
| Blessed | אַ֥שְֽׁרֵי | ʾašrê | ASH-ray |
| is the man | הָאִ֗ישׁ | hāʾîš | ha-EESH |
| that | אֲשֶׁ֤ר׀ | ʾăšer | uh-SHER |
| walketh | לֹ֥א | lōʾ | loh |
| not | הָלַךְ֮ | hālak | ha-lahk |
| counsel the in | בַּעֲצַ֪ת | baʿăṣat | ba-uh-TSAHT |
| of the ungodly, | רְשָׁ֫עִ֥ים | rĕšāʿîm | reh-SHA-EEM |
| nor | וּבְדֶ֣רֶךְ | ûbĕderek | oo-veh-DEH-rek |
| standeth | חַ֭טָּאִים | ḥaṭṭāʾîm | HA-ta-eem |
| in the way | לֹ֥א | lōʾ | loh |
| of sinners, | עָמָ֑ד | ʿāmād | ah-MAHD |
| nor | וּבְמוֹשַׁ֥ב | ûbĕmôšab | oo-veh-moh-SHAHV |
| sitteth | לֵ֝צִ֗ים | lēṣîm | LAY-TSEEM |
| in the seat | לֹ֣א | lōʾ | loh |
| of the scornful. | יָשָֽׁב׃ | yāšāb | ya-SHAHV |
Cross Reference
भजन संहिता 26:4
मैं निकम्मी चाल चलने वालों के संग नहीं बैठा, और न मैं कपटियों के साथ कहीं जाऊंगा;
नीतिवचन 4:14
दुष्टों की बाट में पांव न धरना, और न बुरे लोगों के मार्ग पर चलना।
यिर्मयाह 15:17
तेरी छाया मुझ पर इुई; मैं मन बहलाने वालों के बीच बैठकर प्रसन्न नहीं हुआ; तेरे हाथ के दबाव से मैं अकेला बैठा, क्योंकि तू ने मुझे क्रोध से भर दिया था।
नीतिवचन 13:20
बुद्धिमानों की संगति कर, तब तू भी बुद्धिमान हो जाएगा, परन्तु मूर्खों का साथी नाश हो जाएगा।
भजन संहिता 119:1
क्या ही धन्य हैं वे जो चाल के खरे हैं, और यहोवा की व्यवस्था पर चलते हैं!
मत्ती 7:13
सकेत फाटक से प्रवेश करो, क्योंकि चौड़ा है वह फाटक और चाकल है वह मार्ग जो विनाश को पहुंचाता है; और बहुतेरे हैं जो उस से प्रवेश करते हैं।
भजन संहिता 1:6
क्योंकि यहोवा धर्मियों का मार्ग जानता है, परन्तु दुष्टों का मार्ग नाश हो जाएगा॥
लैव्यवस्था 26:27
फिर यदि तुम इसके उपरान्त भी मेरी न सुनोगे, और मेरे विरुद्ध चलते ही रहोगे,
अय्यूब 21:16
देखो, उनका कुशल उनके हाथ में नहीं रहता, दुष्ट लोगों का विचार मुझ से दूर रहे।
लूका 11:28
उस ने कहा, हां; परन्तु धन्य वे हैं, जो परमेश्वर का वचन सुनते और मानते हैं॥
भजन संहिता 36:4
वह अपने बिछौने पर पड़े पड़े अनर्थ की कल्पना करता है; वह अपने कुमार्ग पर दृढ़ता से बना रहता है; बुराई से वह हाथ नहीं उठाता॥
नीतिवचन 1:15
तो, हे मेरे पुत्र तू उनके संग मार्ग में न चलना, वरन उनकी डगर में पांव भी न धरना;
उत्पत्ति 49:6
हे मेरे जीव, उनके मर्म में न पड़, हे मेरी महिमा, उनकी सभा में मत मिल; क्योंकि उन्होंने कोप से मनुष्यों को घात किया, और अपनी ही इच्छा पर चलकर बैलों की पूंछें काटी हैं॥
व्यवस्थाविवरण 28:2
फिर अपने परमेश्वर यहोवा की सुनने के कारण ये सब आर्शीवाद तुझ पर पूरे होंगे।
भजन संहिता 34:8
परखकर देखो कि यहोवा कैसा भला है! क्या ही धन्य है वह पुरूष जो उसकी शरण लेता है।
भजन संहिता 81:12
इसलिये मैं ने उसको उसके मन के हठ पर छोड़ दिया, कि वह अपनी ही युक्तियों के अनुसार चले।
भजन संहिता 26:12
मेरे पांव चौरस स्थान में स्थिर है; सभाओं में मैं यहोवा को धन्य कहा करूंगा॥
नीतिवचन 13:15
सुबुद्धि के कारण अनुग्रह होता है, परन्तु विश्वासघातियों का मार्ग कड़ा होता है।
भजन संहिता 106:3
क्या ही धन्य हैं वे जो न्याय पर चलते, और हर समय धर्म के काम करते हैं!
भजन संहिता 112:1
याह की स्तुति करो। क्या ही धन्य है वह पुरूष जो यहोवा का भय मानता है, और उसकी आज्ञाओं से अति प्रसन्न रहता है!
भजन संहिता 119:115
हे कुकर्मियों, मुझ से दूर हो जाओ, कि मैं अपने परमेश्वर की आज्ञाओं को पकड़े रहूं।
नीतिवचन 9:12
यदि तू बुद्धिमान हो, ते बुद्धि का फल तू ही भोगेगा; और यदि तू ठट्ठा करे, तो दण्ड केवल तू ही भोगेगा॥
1 राजा 16:31
उसने तो नबात के पुत्र यारोबाम के पापों में चलना हलकी सी बात जानकर, सीदोनियों के राजा एतबाल की बेटी ईजेबेल को ब्याह कर बाल देवता की उपासना की और उसको दण्डवत किया।
भजन संहिता 64:2
कुकर्मियों की गोष्ठी से, और अनर्थकारियों के हुल्लड़ से मेरी आड़ हो।
भजन संहिता 144:15
तो इस दशा में जो राज्य हो वह क्या ही धन्य होगा! जिस राज्य का परमेश्वर यहोवा है, वह क्या ही धन्य है!
नीतिवचन 1:22
हे भोले लोगो, तुम कब तक भोलेपन से प्रीति रखोगे? और हे ठट्ठा करने वालो, तुम कब तक ठट्ठा करने से प्रसन्न रहोगे? और हे मूर्खों, तुम कब तक ज्ञान से बैर रखोगे?
नीतिवचन 2:12
ताकि तुझे बुराई के मार्ग से, और उलट फेर की बातों के कहने वालों से बचाए,
नीतिवचन 3:34
ठट्ठा करने वालों से वह निश्चय ठट्ठा करता है और दीनों पर अनुग्रह करता है।
नीतिवचन 4:19
दुष्टों का मार्ग घोर अन्धकारमय है; वे नहीं जानते कि वे किस से ठोकर खाते हैं॥
नीतिवचन 19:29
ठट्ठा करने वालों के लिये दण्ड ठहराया जाता है, और मूर्खों की पीठ के लिये कोड़े हैं।
रोमियो 5:2
जिस के द्वारा विश्वास के कारण उस अनुग्रह तक, जिस में हम बने हैं, हमारी पहुंच भी हुई, और परमेश्वर की महिमा की आशा पर घमण्ड करें।
प्रकाशित वाक्य 22:14
धन्य वे हैं, जो अपने वस्त्र धो लेते हैं, क्योंकि उन्हें जीवन के पेड़ के पास आने का अधिकार मिलेगा, और वे फाटकों से हो कर नगर में प्रवेश करेंगे।
उत्पत्ति 5:24
और हनोक परमेश्वर के साथ साथ चलता था; फिर वह लोप हो गया क्योंकि परमेश्वर ने उसे उठा लिया।
इफिसियों 6:13
इसलिये परमेश्वर के सारे हथियार बान्ध लो, कि तुम बुरे दिन में साम्हना कर सको, और सब कुछ पूरा करके स्थिर रह सको।
यूहन्ना 20:29
यीशु ने उस से कहा, तू ने तो मुझे देखकर विश्वास किया है, धन्य वे हैं जिन्हों ने बिना देखे विश्वास किया॥
यूहन्ना 13:17
तुम तो ये बातें जानते हो, और यदि उन पर चलो, तो धन्य हो।
यहेजकेल 20:18
फिर मैं ने जंगल में उनकी सन्तान से कहा, अपने पुरखाओं की विधियों पर न चलो, न उनकी रीतियों को मानो और न उनकी मूरतें पूजकर अपने को अशुद्ध करो।
भजन संहिता 146:5
क्या ही धन्य वह है, जिसका सहायक याकूब का ईश्वर है, और जिसका भरोसा अपने परमेश्वर यहोवा पर है।
भजन संहिता 84:12
हे सेनाओं के यहोवा, क्या ही धन्य वह मनुष्य है, जो तुझ पर भरोसा रखता है!
अय्यूब 31:5
यदि मैं व्यर्थ चाल चालता हूं, वा कपट करने के लिये मेरे पैर दौड़े हों;
व्यवस्थाविवरण 33:29
हे इस्राएल, तू क्या ही धन्य है! हे यहोवा से उद्धार पाई हुई प्रजा, तेरे तुल्य कौन है? वह तो तेरी सहायता के लिये ढाल, और तेरे प्रताप के लिये तलवार है; तेरे शत्रु तुझे सराहेंगे, और तू उनके ऊंचे स्थानों को रौंदेगा॥
भजन संहिता 32:1
क्या ही धन्य है वह जिसका अपराध क्षमा किया गया, और जिसका पाप ढ़ाँपा गया हो।
भजन संहिता 146:9
यहोवा परदेशियों की रक्षा करता है; और अनाथों और विधवा को तो सम्भालता है; परन्तु दुष्टों के मार्ग को टेढ़ा मेढ़ा करता है॥
भजन संहिता 115:12
यहोवा ने हम को स्मरण किया है; वह आशीष देगा; वह इस्राएल के घराने को आशीष देगा; वह हारून के घराने को आशीष देगा।
मत्ती 16:17
यीशु ने उस को उत्तर दिया, कि हे शमौन योना के पुत्र, तू धन्य है; क्योंकि मांस और लोहू ने नहीं, परन्तु मेरे पिता ने जो स्वर्ग में है, यह बात तुझ पर प्रगट की है।
यिर्मयाह 17:7
धन्य है वह पुरुष जो यहोवा पर भरोसा रखता है, जिसने परमेश्वर को अपना आधार माना हो।
भजन संहिता 2:12
पुत्र को चूमो ऐसा न हो कि वह क्रोध करे, और तुम मार्ग ही में नाश हो जाओ; क्योंकि क्षण भर में उसका क्रोध भड़कने को है॥ धन्य हैं वे जिनका भरोसा उस पर है॥
1 पतरस 4:3
क्योंकि अन्यजातियों की इच्छा के अनुसार काम करने, और लुचपन की बुरी अभिलाषाओं, मतवालापन, लीलाक्रीड़ा, पियक्कड़पन, और घृणित मूर्तिपूजा में जहां तक हम ने पहिले समय गंवाया, वही बहुत हुआ।
लूका 23:51
और उन के विचार और उन के इस काम से प्रसन्न न था; और वह यहूदियों के नगर अरिमतीया का रहनेवाला और परमेश्वर के राज्य की बाट जोहनेवाला था।
अय्यूब 10:3
क्या तुझे अन्धेर करना, और दुष्टों की युक्ति को सफल कर के अपने हाथों के बनाए हुए को निकम्मा जानना भला लगता है?