Proverbs 2:10
क्योंकि बुद्धि तो तेरे हृदय में प्रवेश करेगी, और ज्ञान तुझे मनभाऊ लगेगा;
Proverbs 2:10 in Other Translations
King James Version (KJV)
When wisdom entereth into thine heart, and knowledge is pleasant unto thy soul;
American Standard Version (ASV)
For wisdom shall enter into thy heart, And knowledge shall be pleasant unto thy soul;
Bible in Basic English (BBE)
For wisdom will come into your heart, and knowledge will be pleasing to your soul;
Darby English Bible (DBY)
When wisdom entereth into thy heart and knowledge is pleasant unto thy soul,
World English Bible (WEB)
For wisdom will enter into your heart. Knowledge will be pleasant to your soul.
Young's Literal Translation (YLT)
For wisdom cometh into thy heart, And knowledge to thy soul is pleasant,
| When | כִּֽי | kî | kee |
| wisdom | תָב֣וֹא | tābôʾ | ta-VOH |
| entereth | חָכְמָ֣ה | ḥokmâ | hoke-MA |
| into thine heart, | בְלִבֶּ֑ךָ | bĕlibbekā | veh-lee-BEH-ha |
| knowledge and | וְ֝דַ֗עַת | wĕdaʿat | VEH-DA-at |
| is pleasant | לְֽנַפְשְׁךָ֥ | lĕnapšĕkā | leh-nahf-sheh-HA |
| unto thy soul; | יִנְעָֽם׃ | yinʿām | yeen-AM |
Cross Reference
भजन संहिता 119:111
मैं ने तेरी चितौनियों को सदा के लिये अपना निज भाग कर लिया है, क्योंकि वे मेरे हृदय के हर्ष का कारण हैं।
अय्यूब 23:12
उसकी आज्ञा का पालन करने से मैं न हटा, और मैं ने उसके वचन अपनी इच्छा से कहीं अधिक काम के जान कर सुरक्षित रखे।
कुलुस्सियों 3:16
मसीह के वचन को अपने हृदय में अधिकाई से बसने दो; और सिद्ध ज्ञान सहित एक दूसरे को सिखाओ, और चिताओ, और अपने अपने मन में अनुग्रह के साथ परमेश्वर के लिये भजन और स्तुतिगान और आत्मिक गीत गाओ।
यिर्मयाह 15:16
जब तेरे वचन मेरे पास पहुंचे, तब मैं ने उन्हें मानो खा लिया, और तेरे वचन मेरे मन के हर्ष और आनन्द का कारण हुए; क्योंकि, हे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा, मैं तेरा कहलाता हूँ।
नीतिवचन 24:13
हे मेरे पुत्र तू मधु खा, क्योंकि वह अच्छा है, और मधु का छत्ता भी, क्योंकि वह तेरे मुंह में मीठा लगेगा।
नीतिवचन 18:1
जो औरों से अलग हो जाता है, वह अपनी ही इच्छा पूरी करने के लिये ऐसा करता है,
नीतिवचन 14:33
समझ वाले के मन में बुद्धि वास किए रहती है, परन्तु मूर्खों के अन्त:काल में जो कुछ है वह प्रगट हो जाता है।
भजन संहिता 119:162
जैसे कोई बड़ी लूट पा कर हर्षित होता है, वैसे ही मैं तेरे वचन के कारण हर्षित हूं।
भजन संहिता 119:103
तेरे वचन मुझ को कैसे मीठे लगते हैं, वे मेरे मुंह में मधु से भी मीठे हैं!
भजन संहिता 119:97
अहा! मैं तेरी व्यवस्था में कैसी प्रीति रखता हूं! दिन भर मेरा ध्यान उसी पर लगा रहता है।
भजन संहिता 104:34
मेरा ध्यान करना, उसको प्रिय लगे, क्योंकि मैं तो यहोवा के कारण आनन्दित रहूंगा।
भजन संहिता 19:10
वे तो सोने से और बहुत कुन्दन से भी बढ़कर मनोहर हैं; वे मधु से और टपकने वाले छत्ते से भी बढ़कर मधुर हैं।