Micah 3:4
वे उस समय यहोवा की दोहाई देंगे, परन्तु वह उनकी न सुनेगा, वरन उस समय वह उनके बुरे कामों के कारण उन से मुंह फेर लेगा॥
Micah 3:4 in Other Translations
King James Version (KJV)
Then shall they cry unto the LORD, but he will not hear them: he will even hide his face from them at that time, as they have behaved themselves ill in their doings.
American Standard Version (ASV)
Then shall they cry unto Jehovah, but he will not answer them; yea, he will hide his face from them at that time, according as they have wrought evil in their doings.
Bible in Basic English (BBE)
Then they will be crying to the Lord for help, but he will not give them an answer: yes, he will keep his face veiled from them at that time, because their acts have been evil.
Darby English Bible (DBY)
Then shall they cry unto Jehovah, but he will not answer them; and he will hide his face from them at that time, according as they have wrought evil in their doings.
World English Bible (WEB)
Then they will cry to Yahweh, But he will not answer them. Yes, he will hide his face from them at that time, Because they made their deeds evil."
Young's Literal Translation (YLT)
Then do they cry unto Jehovah, And He doth not answer them, And hideth His face from them at that time, As they have made evil their doings.
| Then | אָ֚ז | ʾāz | az |
| shall they cry | יִזְעֲק֣וּ | yizʿăqû | yeez-uh-KOO |
| unto | אֶל | ʾel | el |
| the Lord, | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| not will he but | וְלֹ֥א | wĕlōʾ | veh-LOH |
| hear | יַעֲנֶ֖ה | yaʿăne | ya-uh-NEH |
| hide even will he them: | אוֹתָ֑ם | ʾôtām | oh-TAHM |
| his face | וְיַסְתֵּ֨ר | wĕyastēr | veh-yahs-TARE |
| from them at that | פָּנָ֤יו | pānāyw | pa-NAV |
| time, | מֵהֶם֙ | mēhem | may-HEM |
| as | בָּעֵ֣ת | bāʿēt | ba-ATE |
| they have behaved themselves ill | הַהִ֔יא | hahîʾ | ha-HEE |
| in their doings. | כַּאֲשֶׁ֥ר | kaʾăšer | ka-uh-SHER |
| הֵרֵ֖עוּ | hērēʿû | hay-RAY-oo | |
| מַעַלְלֵיהֶֽם׃ | maʿallêhem | ma-al-lay-HEM |
Cross Reference
यशायाह 1:15
जब तुम मेरी ओर हाथ फैलाओ, तब मैं तुम से मुंह फेर लूंगा; तुम कितनी ही प्रार्थना क्यों न करो, तौभी मैं तुम्हारी न सुनूंगा; क्योंकि तुम्हारे हाथ खून से भरे हैं।
नीतिवचन 1:28
उस समय वे मुझे पुकारेंगे, और मैं न सुनूंगी; वे मुझे यत्न से तो ढूंढ़ेंगे, परन्तु न पाएंगे।
भजन संहिता 18:41
उन्होंने दोहाई तो दी परन्तु उन्हें कोई भी बचाने वाला न मिला, उन्होंने यहोवा की भी दोहाई दी, परन्तु उसने भी उन को उत्तर न दिया।
मत्ती 7:22
उस दिन बहुतेरे मुझ से कहेंगे; हे प्रभु, हे प्रभु, क्या हम ने तेरे नाम से भविष्यद्वाणी नहीं की, और तेरे नाम से दुष्टात्माओं को नहीं निकाला, और तेरे नाम से बहुत अचम्भे के काम नहीं किए?
यहेजकेल 8:18
इसलिये मैं भी जलजलाहट के साथ काम करूंगा, न मैं दया करूंगा और न मैं कोमलता करूंगा; और चाहे वे मेरे कानों में ऊंचे शब्द से पुकारें, तौभी मैं उनकी बात न सुनूंगा।
यशायाह 3:11
दुष्ट पर हाय!उसका बुरा होगा, क्योंकि उसके कामों का फल उसको मिलेगा।
याकूब 2:13
क्योंकि जिस ने दया नहीं की, उसका न्याय बिना दया के होगा: दया न्याय पर जयवन्त होती है॥
रोमियो 2:8
पर जो विवादी हैं, और सत्य को नहीं मानते, वरन अधर्म को मानते हैं, उन पर क्रोध और कोप पड़ेगा।
यूहन्ना 9:31
हम जानते हैं कि परमेश्वर पापियों की नहीं सुनता परन्तु यदि कोई परमेश्वर का भक्त हो, और उस की इच्छा पर चलता है, तो वह उस की सुनता है।
लूका 13:25
जब घर का स्वामी उठकर द्वार बन्द कर चुका हो, और तुम बाहर खड़े हुए द्वार खटखटाकर कहने लगो, हे प्रभु, हमारे लिये खोल दे, और वह उत्तर दे कि मैं तुम्हें नहीं जानता, तुम कहां के हो?
जकर्याह 7:13
और सेनाओं के यहोवा का यह वचन हुआ, कि जैसे मेरे पुकारने पर उन्होंने नहीं सुना, वैसे ही उसके पुकारने पर मैं भी न सुनूंगा;
मीका 2:3
इस कारण, यहोवा यों कहता है, मैं इस कुल पर ऐसी विपत्ति डालने पर हूं, जिस के नीचे से तुम अपनी गर्दन हटा न सकोगे; क्योंकि वह विपत्ति का समय होगा।
यिर्मयाह 33:5
कसदियों से युद्ध करने को वे लोग आते तो हैं, परन्तु मैं क्रोध और जलजलाहट में आकर उन को मरवाऊंगा और उनकी लोथें उसी स्थान में भर दूंगा; क्योंकि उनकी दुष्टता के कारण मैं ने इस नगर से मुख फेर लिया है।
यिर्मयाह 5:31
भचिष्यद्वक्ता झूठमूठ भविष्यद्वाणी करते हैं; और याजक उनके सहारे से प्रभुता करते हैं; मेरी प्रजा को यह भाता भी है, परन्तु अन्त के समय तुम क्या करोगे?
यिर्मयाह 2:27
वे काठ से कहते हैं, तू मेरा बाप है, और पत्थर से कहते हैं, तू ने मुझे जन्म दिया है। इस प्रकार उन्होंने मेरी ओर मुंह नहीं पीठ ही फेरी है; परन्तु विपत्ति के समय वे कहते हैं, उठ कर हमें बचा!
यशायाह 59:1
सुनो, यहोवा का हाथ ऐसा छोटा नहीं हो गया कि उद्धार न कर सके, न वह ऐसा बहिरा हो गया है कि सुन न सके;
नीतिवचन 28:9
जो अपना कान व्यवस्था सुनने से फेर लेता है, उसकी प्रार्थना घृणित ठहरती है।
व्यवस्थाविवरण 32:19
इन बातों को देखकर यहोवा ने उन्हें तुच्छ जाना, क्योंकि उसके बेटे-बेटियों ने उसे रिस दिलाई थी॥
व्यवस्थाविवरण 31:17
उस समय मेरा कोप इन पर भड़केगा, और मैं भी इन्हें त्यागकर इन से अपना मुंह छिपा लूंगा, और ये आहार हो जाएंगे; और बहुत सी विपत्तियां और क्लेश इन पर आ पड़ेंगे, यहां तक कि ये उस समय कहेंगे, क्या ये विपत्तियां हम पर इस कारण तो नहीं आ पड़ीं, क्योंकि हमारा परमेश्वर हमारे मध्य में नहीं रहा?