Jeremiah 22:20
लबानोन पर चढ़कर हाय हाय कर, तब बाशान जा कर ऊंचे स्वर से चिल्ला; फिर अबारीम पहाड़ पर जा कर हाय-हाय कर, क्योंकि तेरे सब मित्र नाश हो गए हैं।
Jeremiah 22:20 in Other Translations
King James Version (KJV)
Go up to Lebanon, and cry; and lift up thy voice in Bashan, and cry from the passages: for all thy lovers are destroyed.
American Standard Version (ASV)
Go up to Lebanon, and cry; and lift up thy voice in Bashan, and cry from Abarim; for all thy lovers are destroyed.
Bible in Basic English (BBE)
Go up to Lebanon and give a cry; let your voice be loud in Bashan, crying out from Abarim; for all your lovers have come to destruction
Darby English Bible (DBY)
Go up to Lebanon, and cry; and give forth thy voice in Bashan, and cry from [the heights of] Abarim: for all thy lovers are destroyed.
World English Bible (WEB)
Go up to Lebanon, and cry; and lift up your voice in Bashan, and cry from Abarim; for all your lovers are destroyed.
Young's Literal Translation (YLT)
Go up to Lebanon, and cry, And in Bashan give forth thy voice, And cry from Abarim, For destroyed have been all loving thee.
| Go up | עֲלִ֤י | ʿălî | uh-LEE |
| to Lebanon, | הַלְּבָנוֹן֙ | hallĕbānôn | ha-leh-va-NONE |
| and cry; | וּֽצְעָ֔קִי | ûṣĕʿāqî | oo-tseh-AH-kee |
| up lift and | וּבַבָּשָׁ֖ן | ûbabbāšān | oo-va-ba-SHAHN |
| thy voice | תְּנִ֣י | tĕnî | teh-NEE |
| Bashan, in | קוֹלֵ֑ךְ | qôlēk | koh-LAKE |
| and cry | וְצַֽעֲקִי֙ | wĕṣaʿăqiy | veh-tsa-uh-KEE |
| from the passages: | מֵֽעֲבָרִ֔ים | mēʿăbārîm | may-uh-va-REEM |
| for | כִּ֥י | kî | kee |
| all | נִשְׁבְּר֖וּ | nišbĕrû | neesh-beh-ROO |
| thy lovers | כָּל | kāl | kahl |
| are destroyed. | מְאַהֲבָֽיִךְ׃ | mĕʾahăbāyik | meh-ah-huh-VA-yeek |
Cross Reference
गिनती 27:12
फिर यहोवा ने मूसा से कहा, इस अबारीम नाम पर्वत के ऊपर चढ़ के उस देश को देख ले जिसे मैं ने इस्त्राएलियों को दिया है।
यहेजकेल 23:22
इस कारण हे ओहोलीबा, परमेश्वर यहोवा तुझ से यों कहता है, देख, मैं तेरे मित्रों को उभारकर जिन से तेरा मन फिर गया चारों ओर से तेरे विरुद्ध ले आऊंगा।
विलापगीत 1:2
रात को वह फूट फूट कर रोती है, उसके आंसू गालों पर ढलकते हैं; उसके सब यारों में से अब कोई उसे शान्ति नहीं देता; उसके सब मित्रों ने उस से विश्वासघात किया, और उसके शत्रु बन गए हैं।
यहेजकेल 23:9
इस कारण मैं ने उसको उन्हीं अश्शूरी मित्रों के हाथ कर दिया जिन पर वह मोहित हुई थी।
विलापगीत 1:19
मैं ने अपने मित्रों को पुकारा परन्तु उन्होंने भी मुझे छोखा दिया; जब मेरे याजक और पुरनिये इसलिये भोजनवस्तु ढूंढ़ रहे थे कि खाने से उनका जी हरा हो जाए, तब नगर ही में उनके प्राण छूट गए।
यिर्मयाह 30:13
तेरा मुक़द्दमा लड़ने के लिये कोई नहीं, तेरा घाव बान्धने के लिये न पट्टी, न मलहम है।
यिर्मयाह 25:17
सो मैं ने यहोवा के हाथ से वह कटोरा ले कर उन सब जातियों को जिनके पास यहोवा ने मुझे भेजा, पिला दिया।
यिर्मयाह 25:9
इसलिये सुनो, मैं उत्तर में रहने वाले सब कुलों को बुलाऊंगा, और अपने दास बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर को बुलवा भेजूंगा; और उन सभों को इस देश और इसके निवासियों के विरुद्ध और इसके आस पास की सब जातियों के विरुद्ध भी ले आऊंगा; और इन सब देशों का मैं सत्यानाश कर के उन्हें ऐसा उजाड़ दूंगा कि लोग इन्हें देख कर ताली बजाएंगे; वरन ये सदा उजड़े ही रहेंगे, यहोवा की यही वाणी है।
यिर्मयाह 22:22
तेरे सब चरवाहे वायु से उड़ाए जाएंगे, और तेरे मित्र बंधुआई में चले जाएंगे; निश्चय तू उस समय अपनी सारी बुराइयों के कारण लज्जित होगी और तेरा मुंह काला हो जाएगा।
यिर्मयाह 4:30
और तू जब उजड़ेगी तब क्या करेगी? चाहे तू लाल रंग के वस्त्र पहिने और सोने के आभूषण धारण करे और अपनी आंखों में अंजन लगाए, परन्तु व्यर्थ ही तू अपना शृंगार करेगी। क्योंकि तेरे मित्र तुझे निकम्मी जानते हैं; वे तेरे प्राणों के खोजी हैं।
यिर्मयाह 2:36
तू क्यों नया मार्ग पकड़ने के लिये इतनी डांवाडोल फिरती है? जैसे अश्शूरियों से तू लज्जित हुई वैसे ही मिस्रियों से भी होगी।
यशायाह 31:1
हाय उन पर जो सहायता पाने के लिये मिस्र को जाते हैं और घोड़ों का आसरा करते हैं; जो रथों पर भरोसा रखते क्योंकि वे बहुत हैं, और सवारों पर, क्योंकि वे अति बलवान हैं, पर इस्राएल के पवित्र की ओर दृष्टि नहीं करते और न यहोवा की खोज करते हैं!
यशायाह 30:1
यहोवा की यह वाणी है, हाय उन बलवा करने वाले लड़कों पर जो युक्ति तो करते परन्तु मेरी ओर से नहीं; वाचा तो बान्धते परन्तु मेरे आत्मा के सिखाये नहीं; और इस प्रकार पाप पर पाप बढ़ाते हैं।
यशायाह 20:5
तब वे कूश के कारण जिस पर उनकी आशा थी, और मिस्र के हेतु जिस पर वे फूलते थे व्याकुल और लज्जित हो जाएंगे।
2 राजा 24:7
और मिस्र का राजा अपने देश से बाहर फिर कभी न आया, क्योंकि बाबेल के राजा ने मिस्र के नाले से ले कर परात महानद तक जितना देश मिस्र के राजा का था, सब को अपने वश में कर लिया था।
व्यवस्थाविवरण 32:49
उस अबारीम पहाड़ की नबो नाम चोटी पर, जो मोआब देश में यरीहो के साम्हने है, चढ़कर कनान देश जिसे मैं इस्राएलियों की निज भूमि कर देता हूं उसको देख ले।