Isaiah 53:5
परन्तु वह हमारे ही अपराधो के कारण घायल किया गया, वह हमारे अधर्म के कामों के हेतु कुचला गया; हमारी ही शान्ति के लिये उस पर ताड़ना पड़ी कि उसके कोड़े खाने से हम चंगे हो जाएं।
Isaiah 53:5 in Other Translations
King James Version (KJV)
But he was wounded for our transgressions, he was bruised for our iniquities: the chastisement of our peace was upon him; and with his stripes we are healed.
American Standard Version (ASV)
But he was wounded for our transgressions, he was bruised for our iniquities; the chastisement of our peace was upon him; and with his stripes we are healed.
Bible in Basic English (BBE)
But it was for our sins he was wounded, and for our evil doings he was crushed: he took the punishment by which we have peace, and by his wounds we are made well.
Darby English Bible (DBY)
But he was wounded for our transgressions, he was bruised for our iniquities; the chastisement of our peace was upon him, and with his stripes we are healed.
World English Bible (WEB)
But he was pierced for our transgressions, he was crushed for our iniquities; the punishment that brought our peace was on him; and by his wounds we are healed.
Young's Literal Translation (YLT)
And he is pierced for our transgressions, Bruised for our iniquities, The chastisement of our peace `is' on him, And by his bruise there is healing to us.
| But he | וְהוּא֙ | wĕhûʾ | veh-HOO |
| was wounded | מְחֹלָ֣ל | mĕḥōlāl | meh-hoh-LAHL |
| for our transgressions, | מִפְּשָׁעֵ֔נוּ | mippĕšāʿēnû | mee-peh-sha-A-noo |
| bruised was he | מְדֻכָּ֖א | mĕdukkāʾ | meh-doo-KA |
| for our iniquities: | מֵעֲוֺנֹתֵ֑ינוּ | mēʿăwōnōtênû | may-uh-voh-noh-TAY-noo |
| chastisement the | מוּסַ֤ר | mûsar | moo-SAHR |
| of our peace | שְׁלוֹמֵ֙נוּ֙ | šĕlômēnû | sheh-loh-MAY-NOO |
| was upon | עָלָ֔יו | ʿālāyw | ah-LAV |
| stripes his with and him; | וּבַחֲבֻרָת֖וֹ | ûbaḥăburātô | oo-va-huh-voo-ra-TOH |
| we are healed. | נִרְפָּא | nirpāʾ | neer-PA |
| לָֽנוּ׃ | lānû | la-NOO |
Cross Reference
1 पतरस 2:24
वह आप ही हमारे पापों को अपनी देह पर लिए हुए क्रूस पर चढ़ गया जिस से हम पापों के लिये मर कर के धामिर्कता के लिये जीवन बिताएं: उसी के मार खाने से तुम चंगे हुए।
1 पतरस 3:18
इसलिये कि मसीह ने भी, अर्थात अधमिर्यों के लिये धर्मी ने पापों के कारण एक बार दुख उठाया, ताकि हमें परमेश्वर के पास पहुंचाए: वह शरीर के भाव से तो घात किया गया, पर आत्मा के भाव से जिलाया गया।
रोमियो 5:6
क्योंकि जब हम निर्बल ही थे, तो मसीह ठीक समय पर भक्तिहीनों के लिये मरा।
मत्ती 20:28
जैसे कि मनुष्य का पुत्र, वह इसलिये नहीं आया कि उस की सेवा टहल करी जाए, परन्तु इसलिये आया कि आप सेवा टहल करे और बहुतों की छुडौती के लिये अपने प्राण दे॥
रोमियो 4:25
वह हमारे अपराधों के लिये पकड़वाया गया, और हमारे धर्मी ठहरने के लिये जिलाया भी गया॥
2 कुरिन्थियों 5:21
जो पाप से अज्ञात था, उसी को उस ने हमारे लिये पाप ठहराया, कि हम उस में होकर परमेश्वर की धामिर्कता बन जाएं॥
1 कुरिन्थियों 15:3
इसी कारण मैं ने सब से पहिले तुम्हें वही बात पहुंचा दी, जो मुझे पहुंची थी, कि पवित्र शास्त्र के वचन के अनुसार यीशु मसीह हमारे पापों के लिये मर गया।
इब्रानियों 10:10
उसी इच्छा से हम यीशु मसीह की देह के एक ही बार बलिदान चढ़ाए जाने के द्वारा पवित्र किए गए हैं।
यशायाह 53:6
हम तो सब के सब भेड़ों की नाईं भटक गए थे; हम में से हर एक ने अपना अपना मार्ग लिया; और यहोवा ने हम सभों के अधर्म का बोझ उसी पर लाद दिया॥
इब्रानियों 10:14
क्योंकि उस ने एक ही चढ़ावे के द्वारा उन्हें जो पवित्र किए जाते हैं, सर्वदा के लिये सिद्ध कर दिया है।
इब्रानियों 9:12
और बकरों और बछड़ों के लोहू के द्वारा नहीं, पर अपने ही लोहू के द्वारा एक ही बार पवित्र स्थान में प्रवेश किया, और अनन्त छुटकारा प्राप्त किया।
इफिसियों 5:2
और प्रेम में चलो; जैसे मसीह ने भी तुम से प्रेम किया; और हमारे लिये अपने आप को सुखदायक सुगन्ध के लिये परमेश्वर के आगे भेंट करके बलिदान कर दिया।
रोमियो 3:24
परन्तु उसके अनुग्रह से उस छुटकारे के द्वारा जो मसीह यीशु में है, सेंत मेंत धर्मी ठहराए जाते हैं।
इब्रानियों 9:28
वैसे ही मसीह भी बहुतों के पापों को उठा लेने के लिये एक बार बलिदान हुआ और जो लोग उस की बाट जोहते हैं, उन के उद्धार के लिये दूसरी बार बिना पाप के दिखाई देगा॥
रोमियो 5:15
पर जैसा अपराध की दशा है, वैसी अनुग्रह के वरदान की नहीं, क्योंकि जब एक मनुष्य के अपराध से बहुत लोग मरे, तो परमेश्वर का अनुग्रह और उसका जो दान एक मनुष्य के, अर्थात यीशु मसीह के अनुग्रह से हुआ बहुतेरे लागों पर अवश्य ही अधिकाई से हुआ।
यशायाह 53:10
तौभी यहोवा को यही भाया कि उसे कुचले; उसी ने उसको रोगी कर दिया; जब तू उसका प्राण दोषबलि करे, तब वह अपना वंश देखने पाएगा, वह बहुत दिन जीवित रहेगा; उसके हाथ से यहोवा की इच्छा पूरी हो जाएगी।
उत्पत्ति 3:15
और मैं तेरे और इस स्त्री के बीच में, और तेरे वंश और इसके वंश के बीच में बैर उत्पन्न करुंगा, वह तेरे सिर को कुचल डालेगा, और तू उसकी एड़ी को डसेगा।
जकर्याह 13:7
सेनाओं के यहोवा की यह वाणी है, हे तलवार, मेरे ठहराए हुए चरवाहे के विरुद्ध अर्थात जो पुरूष मेरा स्वजाति है, उसके विरुद्ध चल। तू उस चरवाहे को काट, तब भेड़-बकरियां तितर-बितर हो जाएंगी; और बच्चों पर मैं अपने हाथ बढ़ाऊंगा।
दानिय्येल 9:24
तेरे लोगों और तेरे पवित्र नगर के लिये सत्तर सप्ताह ठहराए गए हैं कि उनके अन्त तक अपराध का होना बन्द हो, और पापों को अन्त और अधर्म का प्रायश्चित्त किया जाए, और युगयुग की धामिर्कता प्रगट होए; और दर्शन की बात पर और भविष्यवाणी पर छाप दी जाए, और परमपवित्र का अभिषेक किया जाए।