Isaiah 30:2 in Hindi

Hindi Hindi Bible Isaiah Isaiah 30 Isaiah 30:2

Isaiah 30:2
वे मुझ से बिन पूछे मिस्र को जाते हैं कि फिरौन की रक्षा में रहे और मिस्र की छाया में शरण लें।

Isaiah 30:1Isaiah 30Isaiah 30:3

Isaiah 30:2 in Other Translations

King James Version (KJV)
That walk to go down into Egypt, and have not asked at my mouth; to strengthen themselves in the strength of Pharaoh, and to trust in the shadow of Egypt!

American Standard Version (ASV)
that set out to go down into Egypt, and have not asked at my mouth; to strengthen themselves in the strength of Pharaoh, and to take refuge in the shadow of Egypt!

Bible in Basic English (BBE)
Who make a move to go down into Egypt, without authority from me; who are looking to the strength of Pharaoh for help, and whose hope is in the shade of Egypt.

Darby English Bible (DBY)
who walk to go down into Egypt, and have not asked of my mouth, -- to take refuge under the protection of Pharaoh, and trust in the shadow of Egypt!

World English Bible (WEB)
that set out to go down into Egypt, and have not asked at my mouth; to strengthen themselves in the strength of Pharaoh, and to take refuge in the shadow of Egypt!

Young's Literal Translation (YLT)
Who are walking to go down to Egypt, And My mouth have not asked, To be strong in the strength of Pharaoh, And to trust in the shadow of Egypt.

That
walk
הַהֹלְכִים֙hahōlĕkîmha-hoh-leh-HEEM
to
go
down
לָרֶ֣דֶתlāredetla-REH-det
into
Egypt,
מִצְרַ֔יִםmiṣrayimmeets-RA-yeem
not
have
and
וּפִ֖יûpîoo-FEE
asked
לֹ֣אlōʾloh
at
my
mouth;
שָׁאָ֑לוּšāʾālûsha-AH-loo
strengthen
to
לָעוֹז֙lāʿôzla-OZE
themselves
in
the
strength
בְּמָע֣וֹזbĕmāʿôzbeh-ma-OZE
of
Pharaoh,
פַּרְעֹ֔הparʿōpahr-OH
trust
to
and
וְלַחְס֖וֹתwĕlaḥsôtveh-lahk-SOTE
in
the
shadow
בְּצֵ֥לbĕṣēlbeh-TSALE
of
Egypt!
מִצְרָֽיִם׃miṣrāyimmeets-RA-yeem

Cross Reference

यिर्मयाह 43:7
और यहोवा की आज्ञा न मान कर वे मिस्र देश में तहपन्हेस नगर तक आ गए।

यशायाह 36:6
सुन, तू तो उस कुचले हुए नरकट अर्थात मिस्र पर भरोसा रखता है; उस पर यदि कोई टेक लगाए तो वह उसके हाथ में चुभकर छेद कर देगा। मिस्र का राजा फिरौन उन सब के साथ ऐसा ही करता है जो उस पर भरोसा रखते हैं।

गिनती 27:21
और वह एलीआजर याजक के साम्हने खड़ा हुआ करे, और एलीआजर उसके लिये यहोवा से ऊरीम की आज्ञा पूछा करे; और वह इस्त्राएलियों की सारी मण्डली समेत उसके कहने से जाया करे, और उसी के कहने से लौट भी आया करे।

यहेजकेल 29:6
तब मिस्र के सारे निवासी जान लेंगे कि मैं यहोवा हूँ। वे तो इस्राएल के घराने के लिये नरकट की टेक ठहरे थे।

विलापगीत 4:20
यहोवा का अभिषिक्त जो हमारा प्राण था, और जिसके विषय हम ने सोचा था कि अन्यजातियों के बीच हम उसकी शरण में जीवित रहेंगे, वह उनके खोदे हुए गड़हों में पकड़ा गया।

यिर्मयाह 42:20
क्योंकि जब तुम ने मुझ को यह कह कर अपने परमेश्वर यहोवा के पास भेज दिया कि हमारे निमित्त हमारे परमेश्वर यहोवा से प्रार्थना कर और जो कुछ हमारा परमेश्वर यहोवा कहे उसी के अनुसार हम को बता और हम वैसा ही करेंगे, तब तुम जान बूझ के अपने ही को धोखा देते थे।

यिर्मयाह 42:2
हमारी बिनती ग्रहण कर के अपने परमेश्वर यहोवा से हम सब बचे हुओं के लिये प्रार्थना कर, क्योंकि तू अपनी आंखों से देख रहा है कि हम जो पहले बहुत थे, अब थोड़े ही बच गए हैं।

यिर्मयाह 37:5
उस समय फिरौन की सेना चढ़ाई के लिये मिस्र से निकली; तब कसदी जो यरूशलेम को घेरे हुए थे, उसका समाचार सुनकर यरूश्लेम के पास से चले गए।

यिर्मयाह 21:2
हमारे लिये यहोवा से पूछ, क्योंकि बाबुल का राजा नबूकदनेस्सर हमारे विरुद्ध युद्ध कर रहा है; कदाचित यहोवा हम से अपने सब आश्चर्यकर्मों के अनुसार ऐसा व्यवहार करे कि वह हमारे पास से उठ जाए।

यशायाह 36:9
फिर तू रथों और सवारों के लिये मिस्र पर भरोसा रखकर मेरे स्वामी के छोटे से छोटे कर्मचारी को भी कैसे हटा सकेगा?

यशायाह 31:1
हाय उन पर जो सहायता पाने के लिये मिस्र को जाते हैं और घोड़ों का आसरा करते हैं; जो रथों पर भरोसा रखते क्योंकि वे बहुत हैं, और सवारों पर, क्योंकि वे अति बलवान हैं, पर इस्राएल के पवित्र की ओर दृष्टि नहीं करते और न यहोवा की खोज करते हैं!

यशायाह 20:5
तब वे कूश के कारण जिस पर उनकी आशा थी, और मिस्र के हेतु जिस पर वे फूलते थे व्याकुल और लज्जित हो जाएंगे।

यशायाह 18:1
हाय, पंखों की फड़फड़ाहट से भरे हुए देश, तू जो कूश की नदियों के परे है;

यशायाह 16:3
सम्मति करो, न्याय चुकाओ; दोपहर ही में अपनी छाया को रात के समान करो; घर से निकाले हुओं को छिपा रखो, जो मारे मारे फिरते हैं उन को मत पकड़वाओ।

2 राजा 17:4
परन्तु अश्शूर के राजा ने होशे को राजद्रोह की गोष्ठी करने वाला जान लिया, क्योंकि उसने “सो” नाम मिस्र के राजा के पास दूत भेजे, और अश्शूर के राजा के पास सालियाना भेंट भेजनी छोड़ दी; इस कारण अश्शूर के राजा ने उसको बन्द किया, और बेड़ी डालकर बन्दीगृह में डाल दिया।

1 राजा 22:7
परन्तु यहोशापात ने पूछा, क्या यहां यहोवा का और भी कोई नबी नहीं है जिस से हम पूछ लें?

न्यायियों 9:15
झड़बेरी ने उन वृक्षों से कहा, यदि तुम अपने ऊपर राजा होने को मेरा अभिषेक सच्चाई से करते हो, तो आकर मेरी छांह में शरण लो; और नहीं तो, झड़बेरी से आग निकलेगी जिस से लबानोन के देवदारू भी भस्म हो जाएंगे।

यहोशू 9:14
तब उन पुरूषों ने यहोवा से बिना सलाह लिये उनके भोजन में से कुछ ग्रहण किया।

व्यवस्थाविवरण 28:68
और यहोवा तुझ को नावों पर चढ़ाकर मिस्र में उस मार्ग से लौटा देगा, जिसके विषय में मैं ने तुझ से कहा था, कि वह फिर तेरे देखने में न आएगा; और वहाँ तुम अपने शत्रुओं के हाथ दास-दासी होने के लिये बिकाऊ तो रहोगे, परन्तु तुम्हारा कोई ग्राहक न होगा॥