Deuteronomy 26:2
तब जो देश तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे देता है, उसकी भूमि की भांति भांति की जो पहिली उपज तू अपने घर लाएगा, उस में से कुछ टोकरी में ले कर उस स्थान पर जाना, जिसे तेरा परमेश्वर यहोवा अपने नाम का निवास करने को चुन ले।
Deuteronomy 26:2 in Other Translations
King James Version (KJV)
That thou shalt take of the first of all the fruit of the earth, which thou shalt bring of thy land that the LORD thy God giveth thee, and shalt put it in a basket, and shalt go unto the place which the LORD thy God shall choose to place his name there.
American Standard Version (ASV)
that thou shalt take of the first of all the fruit of the ground, which thou shalt bring in from thy land that Jehovah thy God giveth thee; and thou shalt put it in a basket, and shalt go unto the place which Jehovah thy God shall choose, to cause his name to dwell there.
Bible in Basic English (BBE)
You are to take a part of the first-fruits of the earth, which you get from the land which the Lord your God is giving you, and put it in a basket, and go to the place marked out by the Lord your God, as the resting-place of his name.
Darby English Bible (DBY)
that thou shalt take of the first of all the fruit of the ground, which thou shalt bring of thy land which Jehovah thy God giveth thee, and shalt put it in a basket, and shalt go unto the place that Jehovah thy God will choose to cause his name to dwell there;
Webster's Bible (WBT)
That thou shalt take of the first of all the fruit of the earth, which thou shalt bring of thy land that the LORD thy God giveth thee, and shalt put it in a basket, and shalt go to the place which the LORD thy God shall choose to place his name there.
World English Bible (WEB)
that you shall take of the first of all the fruit of the ground, which you shall bring in from your land that Yahweh your God gives you; and you shall put it in a basket, and shall go to the place which Yahweh your God shall choose, to cause his name to dwell there.
Young's Literal Translation (YLT)
that thou hast taken of the first of all the fruits of the ground which thou dost bring in out of thy land which Jehovah thy God is giving to thee, and hast put `it' in a basket, and gone unto the place which Jehovah thy God doth choose to cause His name to tabernacle there.
| That thou shalt take | וְלָֽקַחְתָּ֞ | wĕlāqaḥtā | veh-la-kahk-TA |
| first the of | מֵֽרֵאשִׁ֣ית׀ | mērēʾšît | may-ray-SHEET |
| of all | כָּל | kāl | kahl |
| the fruit | פְּרִ֣י | pĕrî | peh-REE |
| earth, the of | הָֽאֲדָמָ֗ה | hāʾădāmâ | ha-uh-da-MA |
| which | אֲשֶׁ֨ר | ʾăšer | uh-SHER |
| thou shalt bring | תָּבִ֧יא | tābîʾ | ta-VEE |
| land thy of | מֵֽאַרְצְךָ֛ | mēʾarṣĕkā | may-ar-tseh-HA |
| that | אֲשֶׁ֨ר | ʾăšer | uh-SHER |
| the Lord | יְהוָ֧ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| thy God | אֱלֹהֶ֛יךָ | ʾĕlōhêkā | ay-loh-HAY-ha |
| giveth | נֹתֵ֥ן | nōtēn | noh-TANE |
| thee, and shalt put | לָ֖ךְ | lāk | lahk |
| basket, a in it | וְשַׂמְתָּ֣ | wĕśamtā | veh-sahm-TA |
| and shalt go | בַטֶּ֑נֶא | baṭṭeneʾ | va-TEH-neh |
| unto | וְהָֽלַכְתָּ֙ | wĕhālaktā | veh-ha-lahk-TA |
| place the | אֶל | ʾel | el |
| which | הַמָּק֔וֹם | hammāqôm | ha-ma-KOME |
| the Lord | אֲשֶׁ֤ר | ʾăšer | uh-SHER |
| thy God | יִבְחַר֙ | yibḥar | yeev-HAHR |
| choose shall | יְהוָ֣ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| to place | אֱלֹהֶ֔יךָ | ʾĕlōhêkā | ay-loh-HAY-ha |
| his name | לְשַׁכֵּ֥ן | lĕšakkēn | leh-sha-KANE |
| there. | שְׁמ֖וֹ | šĕmô | sheh-MOH |
| שָֽׁם׃ | šām | shahm |
Cross Reference
निर्गमन 23:19
अपनी भूमि की पहिली उपज का पहिला भाग अपने परमेश्वर यहोवा के भवन में ले आना। बकरी का बच्चा उसकी माता के दूध में न पकाना॥
निर्गमन 23:16
और जब तेरी बोई हुई खेती की पहिली उपज तैयार हो, तब कटनी का पर्ब्ब मानना। और वर्ष के अन्त में जब तू परिश्रम के फल बटोर के ढेर लगाए, तब बटोरन का पर्ब्ब मानना।
व्यवस्थाविवरण 16:10
तब अपने परमेश्वर यहोवा की आशीष के अनुसार उसके लिये स्वेच्छा बलि देकर अठवारों नाम पर्व्व मानना;
निर्गमन 34:26
अपनी भूमि की पहिली उपज का पहिला भाग अपने परमेश्वर यहोवा के भवन में ले आना। बकरी के बच्चे को उसकी मां के दूध में ने सिझाना।
यहेजकेल 44:30
और सब प्रकार की सब से पहिली उपज और सब प्रकार की उठाई हुई वस्तु जो तुम उठा कर चढ़ाओ, याजकों को मिला करे; और नये अन्न का पहिला गूंधा हुआ आटा भी याजक को दिया करना, जिस से तुम लोगों के घर में आशीष हो।
यहेजकेल 48:14
वे उस में से न तो कुछ बेचें, न दूसरी भूमि से बदलें; और न भूमि की पहिली उपज और किसी को दी जाए। क्योंकि वह यहोवा के लिये पवित्र है।
रोमियो 8:23
और केवल वही नहीं पर हम भी जिन के पास आत्मा का पहिला फल है, आप ही अपने में कराहते हैं; और लेपालक होने की, अर्थात अपनी देह के छुटकारे की बाट जोहते हैं।
रोमियो 11:16
जब भेंट का पहिला पेड़ा पवित्र ठहरा, तो पूरा गुंधा हुआ आटा भी पवित्र है: और जब जड़ पवित्र ठहरी, तो डालियां भी ऐसी ही हैं।
रोमियो 16:5
और उस कलीसिया को भी नमस्कार जो उन के घर में है। मेरे प्रिय इपैनितुस को जो मसीह के लिये आसिया का पहिला फल है, नमस्कार।
1 कुरिन्थियों 15:20
परन्तु सचमुच मसीह मुर्दों में से जी उठा है, और जो सो गए हैं, उन में पहिला फल हुआ।
1 कुरिन्थियों 15:23
परन्तु हर एक अपनी अपनी बारी से; पहिला फल मसीह; फिर मसीह के आने पर उसके लोग।
1 कुरिन्थियों 16:2
सप्ताह के पहिले दिन तुम में से हर एक अपनी आमदनी के अनुसार कुछ अपने पास रख छोड़ा करे, कि मेरे आने पर चन्दा न करना पड़े।
याकूब 1:18
उस ने अपनी ही इच्छा से हमें सत्य के वचन के द्वारा उत्पन्न किया, ताकि हम उस की सृष्टि की हुई वस्तुओं में से एक प्रकार के प्रथम फल हों॥
प्रकाशित वाक्य 14:4
ये वे हैं, जो स्त्रियों के साथ अशुद्ध नहीं हुए, पर कुंवारे हैं: ये वे ही हैं, कि जहां कहीं मेम्ना जाता है, वे उसके पीछे हो लेते हैं: ये तो परमेश्वर के निमित्त पहिले फल होने के लिये मनुष्यों में से मोल लिए गए हैं।
यहेजकेल 20:40
क्योंकि प्रभु यहोवा की यह वाणी है कि इस्राएल का सारा घराना अपने देश में मेरे पवित्र पर्वत पर, इस्राएल के ऊंचे पर्वत पर, सब का सब मेरी उपासना करेगा; वही मैं उन से प्रसन्न हूंगा, और वहीं मैं तुम्हारी उठाई हुई भेंटें और चढ़ाई हुई उत्तम उत्तम वस्तुएं, और तुमहारी सब पवित्र की हुई वस्तुएं तुम से लिया करूंगा।
यिर्मयाह 2:3
इस्राएल, यहोवा के लिये पवित्र और उसकी पहली अपज थी। उसे खाने वाले सब दोषी ठहरेंगे और विपत्ति में पड़ेंगे, यहोवा की यही वाणी है।
लैव्यवस्था 2:12
तुम इन को पहिली उपज का चढ़ावा करके यहोवा के लिये चढ़ाना, पर वे सुखदायक सुगन्ध के लिये वेदी पर चढ़ाए न जाएं।
लैव्यवस्था 2:14
और यदि तू यहोवा के लिये पहिली उपज का अन्नबलि चढ़ाए, तो अपनी पहिली उपज के अन्नबलि के लिये आग से झुलसाई हुई हरी हरी बालें, अर्थात हरी हरी बालों को मींजके निकाल लेना, तब अन्न को चढ़ाना।
गिनती 18:12
फिर उत्तम से उत्तम नया दाखमधु, और गेहूं, अर्थात इनकी पहली उपज जो वे यहोवा को दें, वह मैं तुझ को देता हूं।
व्यवस्थाविवरण 12:5
किन्तु जो स्थान तुम्हारा परमेश्वर यहोवा तुम्हारे सब गोत्रों में से चुन लेगा, कि वहां अपना नाम बनाए रखे, उसके उसी निवासस्थान के पास जाया करना;
व्यवस्थाविवरण 18:4
तू उसका अपनी पहिली उपज का अन्न, नया दाखमधु, और टटका तेल, और अपनी भेंड़ों का वह ऊन देना जो पहिली बार कतरा गया हो।
यहोशू 18:1
फिर इस्राएलियों को सारी मण्डली ने शीलो में इकट्ठी हो कर वहां मिलापवाले तम्बू को खड़ा किया; क्योंकि देश उनके वश में आ गया था।
2 राजा 4:42
और कोई मतुष्य बालशालीशा से, पहिले उपजे हुए जव की बीस रोटियां, और अपनी बोरी में हरी बालें परमेश्वर के भक्त के पास ले आया; तो एलीशा ने कहा, उन लोगों को खाने के लिये दे।
2 इतिहास 6:6
परन्तु मैं ने यरूशलेम को इसलिये चुना है, कि मेरा नाम वहां हो, और दाऊद को चुन लिया है कि वह मेरी प्रजा इस्राएल पर प्रधान हो।
2 इतिहास 31:5
यह आज्ञा सुनते ही इस्राएली अन्न, नया दाखमधु, टटका तेल, मधु आादि खेती की सब भांति की पहिली उपज बहुतायत से देने, और सब वस्तुओं का दशमांश अधिक मात्रा में लाने लगे।
नहेमायाह 10:35
और अपनी अपनी भूमि की पहिली उपज और सब भांति के वृक्षों के पहिले फल प्रति वर्ष यहोवा के भवन में ले आएंगे।
नहेमायाह 12:44
उसी दिन खज़ानों के, उठाई हुई भेंटों के, पहिली पहिली उपज के, और दशमांशों की कोठरियों के अधिकारी ठहराए गए, कि उन में नगर नगर के खेतों के अनुसार उन वस्तुओं को जमा करें, जो व्यवस्था के अनुसार याजकों और लेवियों के भाग में की थीं; क्योंकि यहूदी उपस्थित याजकों और लेवियों के कारण आनन्दित थे।
नहेमायाह 13:31
फिर मैं ने लकड़ी की भेंट ले आने के विशेष समय ठहरा दिए, और पहिली पहिली उपज के देने का प्रबन्ध भी किया। हे मेरे परमेश्वर! मेरे हित के लिये मुझे स्मरण कर।
नीतिवचन 3:9
अपनी संपत्ति के द्वारा और अपनी भूमि की पहिली उपज दे देकर यहोवा की प्रतिष्ठा करना;
निर्गमन 22:29
अपने खेतों की उपज और फलों के रस में से कुछ मुझे देने में विलम्ब न करना। अपने बेटों में से पहिलौठे को मुझे देना।