Acts 23:29
तब मैं ने जान लिया, कि वे अपनी व्यवस्था के विवादों के विषय में उस पर दोष लगाते हैं, परन्तु मार डाले जाने या बान्धे जाने के योग्य उस में कोई दोष नहीं।
Acts 23:29 in Other Translations
King James Version (KJV)
Whom I perceived to be accused of questions of their law, but to have nothing laid to his charge worthy of death or of bonds.
American Standard Version (ASV)
whom I found to be accused about questions of their law, but to have nothing laid to his charge worthy of death or of bonds.
Bible in Basic English (BBE)
Then it became clear to me that it was a question of their law, and that nothing was said against him which might be a reason for prison or death.
Darby English Bible (DBY)
whom I found to be accused of questions of their law, but to have no charge laid against him [making him] worthy of death or of bonds.
World English Bible (WEB)
I found him to be accused about questions of their law, but to have nothing laid to his charge worthy of death or of bonds.
Young's Literal Translation (YLT)
whom I found accused concerning questions of their law, and having no accusation worthy of death or bonds;
| Whom | ὃν | hon | one |
| I perceived | εὗρον | heuron | AVE-rone |
| to be accused | ἐγκαλούμενον | enkaloumenon | ayng-ka-LOO-may-none |
| of | περὶ | peri | pay-REE |
| questions | ζητημάτων | zētēmatōn | zay-tay-MA-tone |
| of their | τοῦ | tou | too |
| νόμου | nomou | NOH-moo | |
| law, | αὐτῶν | autōn | af-TONE |
| but | μηδὲν | mēden | may-THANE |
| have to | δὲ | de | thay |
| nothing | ἄξιον | axion | AH-ksee-one |
| laid to his charge | θανάτου | thanatou | tha-NA-too |
| worthy | ἢ | ē | ay |
| of death | δεσμῶν | desmōn | thay-SMONE |
| or | ἔγκλημα | enklēma | AYNG-klay-ma |
| of bonds. | ἔχοντα | echonta | A-hone-ta |
Cross Reference
प्रेरितों के काम 26:31
और अलग जाकर आपस में कहने लगे, यह मनुष्य ऐसा तो कुछ नहीं करता, जो मृत्यु या बन्धन के योग्य हो।
प्रेरितों के काम 18:15
परन्तु यदि यह वाद-विवाद शब्दों, और नामों, और तुम्हारे यहां की व्यवस्था के विषय में है, तो तुम ही जानो; क्योंकि मैं इन बातों का न्यायी बनना नहीं चाहता।
प्रेरितों के काम 25:25
परन्तु मैं ने जान लिया, कि उस ने ऐसा कुछ नहीं किया कि मार डाला जाए; और जब कि उस ने आप ही महाराजाधिराज की दोहाई दी, तो मैं ने उसे भेजने का उपाय निकाला।
प्रेरितों के काम 28:18
उन्होंने मुझे जांच कर छोड़ देना चाहा, क्योंकि मुझ में मृत्यु के योग्य कोई दोष न था।
प्रेरितों के काम 25:19
परन्तु अपने मत के, और यीशु नाम किसी मनुष्य के विषय में जो मर गया था, और पौलुस उस को जीवित बताता था, विवाद करते थे।
प्रेरितों के काम 25:11
यदि अपराधी हूं और मार डाले जाने योग्य कोई काम किया है; तो मरने से नहीं मुकरता; परन्तु जिन बातों का ये मुझ पर दोष लगाते हैं, यदि उन में से कोई बात सच न ठहरे, तो कोई मुझे उन के हाथ नहीं सौंप सकता: मैं कैसर की दोहाई देता हूं।
प्रेरितों के काम 25:7
जब वह आया, तो जो यहूदी यरूशलेम से आए थे, उन्होंने आस पास खड़े होकर उस पर बहुतेरे भारी दोष लगाए, जिन का प्रमाण वे नहीं दे सकते थे।
प्रेरितों के काम 24:10
तब हाकिम ने पौलुस को बोलने के लिये सैन किया तो उस ने उत्तर दिया, मैं यह जानकर कि तू बहुत वर्षों से इस जाति का न्याय करता है, आनन्द से अपना प्रत्युत्तर देता हूं।
प्रेरितों के काम 24:5
क्योंकि हम ने इस मनुष्य को उपद्रवी और जगत के सारे यहूदियों में बलवा कराने वाला, और नासरियों के कुपन्थ का मुखिया पाया है।
प्रेरितों के काम 23:6
तब पौलुस ने यह जानकर, कि कितने सदूकी और कितने फरीसी हैं, सभा में पुकारकर कहा, हे भाइयों, मैं फरीसी और फरीसियों के वंश का हूं, मरे हुओं की आशा और पुनरुत्थान के विषय में मेरा मुकद्दमा हो रहा है।