Romans 5:11 in Hindi

Hindi Hindi Bible Romans Romans 5 Romans 5:11

Romans 5:11
और केवल यही नहीं, परन्तु हम अपने प्रभु यीशु मसीह के द्वारा जिस के द्वारा हमारा मेल हुआ है, परमेश्वर के विषय में घमण्ड भी करते हैं॥

Romans 5:10Romans 5Romans 5:12

Romans 5:11 in Other Translations

King James Version (KJV)
And not only so, but we also joy in God through our Lord Jesus Christ, by whom we have now received the atonement.

American Standard Version (ASV)
and not only so, but we also rejoice in God through our Lord Jesus Christ, through whom we have now received the reconciliation.

Bible in Basic English (BBE)
And not only so, but we have joy in God through our Lord Jesus Christ, through whom we are now at peace with God.

Darby English Bible (DBY)
And not only [that], but [we are] making our boast in God, through our Lord Jesus Christ, through whom now we have received the reconciliation.

World English Bible (WEB)
Not only so, but we also rejoice in God through our Lord Jesus Christ, through whom we have now received the reconciliation.

Young's Literal Translation (YLT)
And not only `so', but we are also boasting in God, through our Lord Jesus Christ, through whom now we did receive the reconciliation;

And
οὐouoo
not
μόνονmononMOH-none
only
δέdethay
so,
but
ἀλλὰallaal-LA
also
we
καὶkaikay
joy
καυχώμενοιkauchōmenoikaf-HOH-may-noo
in
ἐνenane

τῷtoh
God
θεῷtheōthay-OH
through
διὰdiathee-AH
our
τοῦtoutoo

κυρίουkyrioukyoo-REE-oo
Lord
ἡμῶνhēmōnay-MONE
Jesus
Ἰησοῦiēsouee-ay-SOO
Christ,
Χριστοῦchristouhree-STOO
by
δι'dithee
whom
οὗhouoo
received
have
we
νῦνnynnyoon
now
τὴνtēntane
the
καταλλαγὴνkatallagēnka-tahl-la-GANE
atonement.
ἐλάβομενelabomenay-LA-voh-mane

Cross Reference

2 Corinthians 5:18
और सब बातें परमेश्वर की ओर से हैं, जिस ने मसीह के द्वारा अपने साथ हमारा मेल-मिलाप कर लिया, और मेल-मिलाप की सेवा हमें सौंप दी है।

Romans 5:10
क्योंकि बैरी होने की दशा में तो उसके पुत्र की मृत्यु के द्वारा हमारा मेल परमेश्वर के साथ हुआ फिर मेल हो जाने पर उसके जीवन के कारण हम उद्धार क्यों न पाएंगे?

Philippians 4:4
प्रभु में सदा आनन्दित रहो; मैं फिर कहता हूं, आनन्दित रहो।

Isaiah 61:10
मैं यहोवा के कारण अति आनन्दित होऊंगा, मेरा प्राण परमेश्वर के कारण मगन रहेगा; क्योंकि उसने मुझे उद्धार के वस्त्र पहिनाए, और धर्म की चद्दर ऐसे ओढ़ा दी है जैसे दूल्हा फूलों की माला से अपने आप को सजाता और दुल्हिन अपने गहनों से अपना सिंगार करती है।

Galatians 4:9
पर अब जो तुम ने परमेश्वर को पहचान लिया वरन परमेश्वर ने तुम को पहचाना, तो उन निर्बल और निकम्मी आदि-शिक्षा की बातों की ओर क्यों फिरते हो, जिन के तुम दोबारा दास होना चाहते हो?

Galatians 5:22
पर आत्मा का फल प्रेम, आनन्द, मेल, धीरज,

Philippians 3:1
निदान, हे मेरे भाइयो, प्रभु में आनन्दित रहो: वे ही बातें तुम को बार बार लिखने में मुझे तो कोई कष्ट नहीं होता, और इस में तुम्हारी कुशलता है।

Philippians 3:3
क्योंकि खतना वाले तो हम ही हैं जो परमेश्वर के आत्मा की अगुवाई से उपासना करते हैं, और मसीह यीशु पर घमण्ड करते हैं और शरीर पर भरोसा नहीं रखते।

Colossians 2:6
सो जैसे तुम ने मसीह यीशु को प्रभु करके ग्रहण कर लिया है, वैसे ही उसी में चलते रहो।

1 Peter 1:8
उस से तुम बिन देखे प्रेम रखते हो, और अब तो उस पर बिन देखे भी विश्वास करके ऐसे आनन्दित और मगन होते हो, जो वर्णन से बाहर और महिमा से भरा हुआ है।

1 Corinthians 10:16
वह धन्यवाद का कटोरा, जिस पर हम धन्यवाद करते हैं, क्या मसीह के लोहू की सहभागिता नहीं? वह रोटी जिसे हम तोड़ते हैं, क्या वह मसीह की देह की सहभागिता नहीं?

Romans 11:15
क्योंकि जब कि उन का त्याग दिया जाना जगत के मिलाप का कारण हुआ, तो क्या उन का ग्रहण किया जाना मरे हुओं में से जी उठने के बराबर न होगा?

Romans 3:29
क्या परमेश्वर केवल यहूदियों ही का है? क्या अन्यजातियों का नहीं? हां, अन्यजातियों का भी है।

Psalm 32:11
हे धर्मियों यहोवा के कारण आनन्दित और मगन हो, और हे सब सीधे मन वालों आनन्द से जयजयकार करो!

Psalm 43:4
तब मैं परमेश्वर की वेदी के पास जाऊंगा, उस ईश्वर के पास जो मेरे अति आनन्द का कुण्ड है; और हे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर मैं वीणा बजा बजाकर तेरा धन्यवाद करूंगा॥

Psalm 104:34
मेरा ध्यान करना, उसको प्रिय लगे, क्योंकि मैं तो यहोवा के कारण आनन्दित रहूंगा।

Psalm 149:2
इस्राएल अपने कर्ता के कारण आनन्दित हो, सिय्योन के निवासी अपने राजा के कारण मगन हों!

Habakkuk 3:17
क्योंकि चाहे अंजीर के वृक्षों में फूल न लगें, और न दाखलताओं में फल लगें, जलपाई के वृक्ष से केवल धोखा पाया जाए और खेतों में अन्न न उपजे, भेड़शालाओं में भेड़-बकरियां न रहें, और न थानों में गाय बैल हों,

Luke 1:46
तब मरियम ने कहा, मेरा प्राण प्रभु की बड़ाई करता है।

John 1:12
परन्तु जितनों ने उसे ग्रहण किया, उस ने उन्हें परमेश्वर के सन्तान होने का अधिकार दिया, अर्थात उन्हें जो उसके नाम पर विश्वास रखते हैं।

John 6:50
यह वह रोटी है जो स्वर्ग से उतरती है ताकि मनुष्य उस में से खाए और न मरे।

Romans 2:17
यदि तू यहूदी कहलाता है, और व्यवस्था पर भरोसा रखता है, और परमेश्वर के विषय में घमण्ड करता है।

1 Samuel 2:1
और हन्ना ने प्रार्थना करके कहा, मेरा मन यहोवा के कारण मगन है; मेरा सींग यहोवा के कारण ऊंचा, हुआ है। मेरा मुंह मेरे शत्रुओं के विरुद्ध खुल गया, क्योंकि मैं तेरे किए हुए उद्धार से आनन्दित हूं।