Psalm 67:4
राज्य राज्य के लोग आनन्द करें, और जयजयकार करें, क्योंकि तू देश देश के लोंगों का न्याय धर्म से करेगा, और पृथ्वी के राज्य राज्य के लोगों की अगुवाई करेगा॥
Psalm 67:4 in Other Translations
King James Version (KJV)
O let the nations be glad and sing for joy: for thou shalt judge the people righteously, and govern the nations upon earth. Selah.
American Standard Version (ASV)
Oh let the nations be glad and sing for joy; For thou wilt judge the peoples with equity, And govern the nations upon earth. Selah
Bible in Basic English (BBE)
O let the nations be glad, and make song of joy; for you will be the judge of the peoples in righteousness, guiding the nations of the earth. (Selah.)
Darby English Bible (DBY)
Let the nations rejoice and sing for joy: for thou wilt judge the peoples equitably; and the nations upon earth, thou wilt guide them. Selah.
Webster's Bible (WBT)
Let the people praise thee, O God; let all the people praise thee.
World English Bible (WEB)
Oh let the nations be glad and sing for joy, For you will judge the peoples with equity, And govern the nations on earth. Selah.
Young's Literal Translation (YLT)
Rejoice and sing do nations, For Thou judgest peoples uprightly, And peoples on earth comfortest. Selah.
| O let the nations | יִֽשְׂמְח֥וּ | yiśĕmḥû | yee-sem-HOO |
| be glad | וִֽירַנְּנ֗וּ | wîrannĕnû | vee-ra-neh-NOO |
| joy: for sing and | לְאֻ֫מִּ֥ים | lĕʾummîm | leh-OO-MEEM |
| for | כִּֽי | kî | kee |
| judge shalt thou | תִשְׁפֹּ֣ט | tišpōṭ | teesh-POTE |
| the people | עַמִּ֣ים | ʿammîm | ah-MEEM |
| righteously, | מִישֹׁ֑ר | mîšōr | mee-SHORE |
| govern and | וּלְאֻמִּ֓ים׀ | ûlĕʾummîm | oo-leh-oo-MEEM |
| the nations | בָּאָ֖רֶץ | bāʾāreṣ | ba-AH-rets |
| upon earth. | תַּנְחֵ֣ם | tanḥēm | tahn-HAME |
| Selah. | סֶֽלָה׃ | selâ | SEH-la |
Cross Reference
Psalm 98:9
यह यहोवा के साम्हने हो, क्योंकि वह पृथ्वी का न्याय करने को आने वाला है। वह धर्म से जगत का, और सीधाई से देश देश के लोगों का न्याय करेगा॥
Romans 2:5
पर अपनी कठोरता और हठीले मन के अनुसार उसके क्रोध के दिन के लिये, जिस में परमेश्वर का सच्चा न्याय प्रगट होगा, अपने निमित क्रोध कमा रहा है।
Acts 17:31
क्योंकि उस ने एक दिन ठहराया है, जिस में वह उस मनुष्य के द्वारा धर्म से जगत का न्याय करेगा, जिसे उस ने ठहराया है और उसे मरे हुओं में से जिलाकर, यह बात सब पर प्रामाणित कर दी है॥
Revelation 11:15
और जब सातवें दूत ने तुरही फूंकी, तो स्वर्ग में इस विषय के बड़े बड़े शब्द होने लगे कि जगत का राज्य हमारे प्रभु का, और उसके मसीह का हो गया।
Galatians 4:27
क्योंकि लिखा है, कि हे बांझ, तू जो नहीं जनती आनन्द कर, तु जिस को पीड़ाएं नहीं उठतीं गला खोलकर जय जयकार कर, क्योंकि त्यागी हुई की सन्तान सुहागिन की सन्तान से भी अधिक है।
Romans 15:10
फिर कहा है, हे जाति जाति के सब लोगों, उस की प्रजा के साथ आनन्द करो।
Isaiah 55:4
सुनो, मैं ने उसको राज्य राज्य के लोगों के लिये साक्षी और प्रधान और आज्ञा देने वाला ठहराया है।
Isaiah 54:1
हे बांझ तू जो पुत्रहीन है जयजयकार कर; तू जिसे जन्माने की पीड़े नहीं हुई, गला खोल कर जयजयकार कर और पुकार! क्योंकि त्यागी हुई के लड़के सुहागिन के लड़कों से अधिक होंगे, यहोवा का यही वचन है।
Isaiah 42:10
हे समुद्र पर चलने वालो, हे समुद्र के सब रहने वालो, हे द्वीपो, तुम सब अपने रहने वालो समेत यहोवा के लिये नया गीत गाओ और पृथ्वी की छोर से उसकी स्तुति करो।
Isaiah 24:14
वे लोग गला खोल कर जयजयकार करेंगे, और यहोवा के महात्म्य को देख कर समुद्र से ललकारेंगे।
Psalm 138:4
हे यहोवा, पृथ्वी के सब राजा तेरा धन्यवाद करेंगे, क्योंकि उन्होंने तेरे वचन सुने हैं;
Psalm 96:10
जाति जाति में कहो, यहोवा राजा हुआ है! और जगत ऐसा स्थिर है, कि वह टलने का नहीं; वह देश देश के लोगों का न्याय सीधाई से करेगा॥
Psalm 82:6
मैं ने कहा था कि तुम ईश्वर हो, और सब के सब परमप्रधान के पुत्र हो;
Psalm 9:8
और वह आप ही जगत का न्याय धर्म से करेगा, वह देश देश के लोगों का मुकद्दमा खराई से निपटाएगा॥
Psalm 2:8
मुझ से मांग, और मैं जाति जाति के लोगों को तेरी सम्पत्ति होने के लिये, और दूर दूर के देशों को तेरी निज भूमि बनने के लिये दे दूंगा।
Deuteronomy 32:43
हे अन्यजातियों, उसकी प्रजा के साथ आनन्द मनाओ; क्योंकि वह अपने दासों के लोहू का पलटा लेगा, और अपने द्रोहियों को बदला देगा, और अपने देश और अपनी प्रजा के पाप के लिये प्रायश्चित देगा।
Genesis 18:25
इस प्रकार का काम करना तुझ से दूर रहे कि दुष्ट के संग धर्मी को भी मार डाले और धर्मी और दुष्ट दोनों की एक ही दशा हो। यह तुझ से दूर रहे: क्या सारी पृथ्वी का न्यायी न्याय न करे?