Psalm 32:9
तुम घोड़े और खच्चर के समान न बनो जो समझ नहीं रखते, उनकी उमंग लगाम और बाग से रोकनी पड़ती है, नहीं तो वे तेरे वश में नहीं आने के॥
Be | אַל | ʾal | al |
ye not | תִּֽהְי֤וּ׀ | tihĕyû | tee-heh-YOO |
as the horse, | כְּס֥וּס | kĕsûs | keh-SOOS |
mule, the as or | כְּפֶרֶד֮ | kĕpered | keh-feh-RED |
which have no | אֵ֤ין | ʾên | ane |
understanding: | הָ֫בִ֥ין | hābîn | HA-VEEN |
mouth whose | בְּמֶֽתֶג | bĕmeteg | beh-MEH-teɡ |
must be held in | וָרֶ֣סֶן | wāresen | va-REH-sen |
with bit | עֶדְי֣וֹ | ʿedyô | ed-YOH |
bridle, and | לִבְל֑וֹם | liblôm | leev-LOME |
lest | בַּ֝֗ל | bal | bahl |
they come near | קְרֹ֣ב | qĕrōb | keh-ROVE |
unto thee. | אֵלֶֽיךָ׃ | ʾēlêkā | ay-LAY-ha |