Psalm 11:4 in Hindi

Hindi Hindi Bible Psalm Psalm 11 Psalm 11:4

Psalm 11:4
परमेश्वर अपने पवित्र भवन में है; परमेश्वर का सिंहासन स्वर्ग में है; उसकी आंखें मनुष्य की सन्तान को नित देखती रहती हैं और उसकी पलकें उन को जांचती हैं।

Psalm 11:3Psalm 11Psalm 11:5

Psalm 11:4 in Other Translations

King James Version (KJV)
The LORD is in his holy temple, the LORD's throne is in heaven: his eyes behold, his eyelids try, the children of men.

American Standard Version (ASV)
Jehovah is in his holy temple; Jehovah, his throne is in heaven; His eyes behold, his eyelids try, the children of men.

Bible in Basic English (BBE)
The Lord is in his holy Temple, the Lord's seat is in heaven; his eyes are watching and testing the children of men.

Darby English Bible (DBY)
Jehovah [is] in the temple of his holiness; Jehovah, -- his throne is in the heavens: his eyes behold, his eyelids try the children of men.

Webster's Bible (WBT)
The LORD is in his holy temple, the LORD'S throne is in heaven: his eyes behold, his eyelids try the children of men.

World English Bible (WEB)
Yahweh is in his holy temple. Yahweh is on his throne in heaven. His eyes observe. His eyes examine the children of men.

Young's Literal Translation (YLT)
`Jehovah `is' in his holy temple: Jehovah -- in the heavens `is' His throne. His eyes see -- His eyelids try the sons of men.

The
Lord
יְהוָ֤ה׀yĕhwâyeh-VA
holy
his
in
is
בְּֽהֵ֘יכַ֤לbĕhêkalbeh-HAY-HAHL
temple,
קָדְשׁ֗וֹqodšôkode-SHOH
the
Lord's
יְהוָה֮yĕhwāhyeh-VA
throne
בַּשָּׁמַ֪יִםbaššāmayimba-sha-MA-yeem
heaven:
in
is
כִּ֫סְא֥וֹkisʾôKEES-OH
his
eyes
עֵינָ֥יוʿênāyway-NAV
behold,
יֶחֱז֑וּyeḥĕzûyeh-hay-ZOO
eyelids
his
עַפְעַפָּ֥יוʿapʿappāywaf-ah-PAV
try,
יִ֝בְחֲנ֗וּyibḥănûYEEV-huh-NOO
the
children
בְּנֵ֣יbĕnêbeh-NAY
of
men.
אָדָֽם׃ʾādāmah-DAHM

Cross Reference

Psalm 103:19
यहोवा ने तो अपना सिंहासन स्वर्ग में स्थिर किया है, और उसका राज्य पूरी सृष्टि पर है।

Psalm 18:6
अपने संकट में मैं ने यहोवा परमेश्वर को पुकारा; मैं ने अपने परमेश्वर की दोहाई दी। और उसने अपने मन्दिर में से मेरी बातें सुनी। और मेरी दोहाई उसके पास पहुंचकर उसके कानों में पड़ी॥

Matthew 5:34
परन्तु मैं तुम से यह कहता हूं, कि कभी शपथ न खाना; न तो स्वर्ग की, क्योंकि वह परमेश्वर का सिंहासन है।

Habakkuk 2:20
परन्तु यहोवा अपने पवित्र मन्दिर में है; समस्त पृथ्वी उसके साम्हने शान्त रहे॥

Isaiah 66:1
यहोवा यों कहता है, आकाश मेरा सिंहासन और पृथ्वी मेरे चरणों की चौकी है; तुम मेरे लिये कैसा भवन बनाओगे, और मेरे विश्राम का कौन सा स्थान होगा?

Psalm 2:4
वह जो स्वर्ग में विराजमान है, हंसेगा, प्रभु उन को ठट्ठों में उड़ाएगा।

Psalm 33:13
यहोवा स्वर्ग से दृष्टि करता है, वह सब मनुष्यों को निहारता है;

Proverbs 15:3
यहोवा की आंखें सब स्थानों में लगी रहती हैं, वह बुरे भले दोनों को देखती रहती हैं।

Acts 7:49
कि प्रभु कहता है, स्वर्ग मेरा सिहांसन और पृथ्वी मेरे पांवों तले की पीढ़ी है, मेरे लिये तुम किस प्रकार का घर बनाओगे और मेरे विश्राम का कौन सा स्थान होगा

Revelation 4:2
और तुरन्त मैं आत्मा में आ गया; और क्या देखता हूं, कि एक सिंहासन स्वर्ग में धरा है, और उस सिंहासन पर कोई बैठा है।

Hebrews 4:13
और सृष्टि की कोई वस्तु उस से छिपी नहीं है वरन जिस से हमें काम है, उस की आंखों के साम्हने सब वस्तुएं खुली और बेपरदा हैं॥

2 Thessalonians 2:4
जो विरोध करता है, और हर एक से जो परमेश्वर, या पूज्य कहलाता है, अपने आप को बड़ा ठहराता है, यहां तक कि वह परमेश्वर के मन्दिर में बैठकर अपने आप को परमेश्वर प्रगट करता है।

Matthew 23:21
और जो मन्दिर की शपथ खाता है, वह उस की और उस में रहने वालों की भी शपथ खाता है।

1 Chronicles 17:5
क्योंकि जिस दिन से मैं इस्राएलियों को मिस्र से ले आया, आज के दिन तक मैं कभी घर में नहीं रहा; परन्तु एक तम्बू से दूसरे तम्बू को ओर एक निवास से दूसरे निवास को आया जाया करता हूँ।

2 Chronicles 16:9
देख, यहोवा की दृष्टि सारी पृथ्वी पर इसलिये फिरती रहती है कि जिनका मन उसकी ओर निष्कपट रहता है, उनकी सहायता में वह अपना सामर्थ दिखाए। तूने यह काम मूर्खता से किया है, इसलिये अब से तू लड़ाइयों में फंसा रहेगा।

Psalm 9:11
यहोवा जो सिय्योन में विराजमान है, उसका भजन गाओ! जाति जाति के लोगों के बीच में उसके महाकर्मों का प्रचार करो!

Psalm 34:15
यहोवा की आंखे धर्मियों पर लगी रहती हैं, और उसके कान भी उसकी दोहाई की ओर लगे रहते हैं।

Psalm 44:21
तो क्या परमेश्वर इसका विचार न करता? क्योंकि वह तो मन की गुप्त बातों को जानता है।

Psalm 66:7
जो पराक्रम से सर्वदा प्रभुता करता है, और अपनी आंखों से जाति जाति को ताकता है। हठीले अपने सिर न उठाएं॥

Jeremiah 17:10
मैं यहोवा मन की खोजता और हृदय को जांचता हूँ ताकि प्रत्येक जन को उसकी चाल-चलन के अनुसार अर्थात उसके कामों का फल दूं।

Jeremiah 23:24
फिर यहोवा की यह वाणी है, क्या कोई ऐसे गुप्त स्थानों में छिप सकता है, कि मैं उसे न देख सकूं? क्या स्वर्ग और पृथ्वी दोनों मुझ से परिपूर्ण नहीं हैं?

Micah 1:2
हे जाति-जाति के सब लोगों, सुनो! हे पृथ्वी तू उस सब समेत जो तुझ में है, ध्यान दे! और प्रभु यहोवा तुम्हारे विरुद्ध, वरन परमेश्वर अपने पवित्र मन्दिर में से तुम पर साक्षी दे।

Zechariah 2:13
हे सब प्राणियों! यहोवा के साम्हने चुपके रहो; क्योंकि वह जाग कर अपने पवित्र निवास स्थान से निकला है॥

Exodus 40:34
तब बादल मिलापवाले तम्बू पर छा गया, और यहोवा का तेज निवासस्थान में भर गया।