Numbers 16:15
तब मूसा का कोप बहुत भड़क उठा, और उसने यहोवा से कहा, उन लोगों की भेंट की ओर दृष्टि न कर। मैं ने तो उन से एक गदहा भी नहीं लिया, और न उन में से किसी की हानि की है।
Numbers 16:15 in Other Translations
King James Version (KJV)
And Moses was very wroth, and said unto the LORD, Respect not thou their offering: I have not taken one ass from them, neither have I hurt one of them.
American Standard Version (ASV)
And Moses was very wroth, and said unto Jehovah, Respect not thou their offering: I have not taken one ass from them, neither have I hurt one of them.
Bible in Basic English (BBE)
Then Moses was very angry, and said to the Lord, Give no attention to their offering: not one of their asses have I taken, or done wrong to any of them.
Darby English Bible (DBY)
Then Moses was very wroth, and said to Jehovah, Have no regard to their oblation: not one ass have I taken from them, neither have I hurt one of them.
Webster's Bible (WBT)
And Moses was very wroth, and said to the LORD, Respect not thou their offering: I have not taken one ass from them, neither have I hurt one of them.
World English Bible (WEB)
Moses was very angry, and said to Yahweh, "Don't respect their offering: I have not taken one donkey from them, neither have I hurt one of them."
Young's Literal Translation (YLT)
And it is very displeasing to Moses, and he saith unto Jehovah, `Turn not Thou unto their present; not one ass from them have I taken, nor have I afflicted one of them.'
| And Moses | וַיִּ֤חַר | wayyiḥar | va-YEE-hahr |
| was very | לְמֹשֶׁה֙ | lĕmōšeh | leh-moh-SHEH |
| wroth, | מְאֹ֔ד | mĕʾōd | meh-ODE |
| and said | וַיֹּ֙אמֶר֙ | wayyōʾmer | va-YOH-MER |
| unto | אֶל | ʾel | el |
| Lord, the | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
| Respect | אַל | ʾal | al |
| תֵּ֖פֶן | tēpen | TAY-fen | |
| not | אֶל | ʾel | el |
| thou their offering: | מִנְחָתָ֑ם | minḥātām | meen-ha-TAHM |
| not have I | לֹ֠א | lōʾ | loh |
| taken | חֲמ֨וֹר | ḥămôr | huh-MORE |
| one | אֶחָ֤ד | ʾeḥād | eh-HAHD |
| ass | מֵהֶם֙ | mēhem | may-HEM |
| from them, neither | נָשָׂ֔אתִי | nāśāʾtî | na-SA-tee |
| hurt I have | וְלֹ֥א | wĕlōʾ | veh-LOH |
| הֲרֵעֹ֖תִי | hărēʿōtî | huh-ray-OH-tee | |
| one | אֶת | ʾet | et |
| of them. | אַחַ֥ד | ʾaḥad | ah-HAHD |
| מֵהֶֽם׃ | mēhem | may-HEM |
Cross Reference
Genesis 4:4
और हाबिल भी अपनी भेड़-बकरियों के कई एक पहिलौठे बच्चे भेंट चढ़ाने ले आया और उनकी चर्बी भेंट चढ़ाई; तब यहोवा ने हाबिल और उसकी भेंट को तो ग्रहण किया,
2 Corinthians 7:2
हमें अपने हृदय में जगह दो: हम ने न किसी से अन्याय किया, न किसी को बिगाड़ा, और न किसी को ठगा।
1 Thessalonians 2:10
तुम आप ही गवाह हो: और परमेश्वर भी, कि तुम्हारे बीच में जो विश्वास रखते हो हम कैसी पवित्रता और धामिर्कता और निर्दोषता से रहे।
Ephesians 4:26
क्रोध तो करो, पर पाप मत करो: सूर्य अस्त होने तक तुम्हारा क्रोध न रहे।
2 Corinthians 12:14
देखो, मैं तीसरी बार तुम्हारे पास आने को तैयार हूं, और मैं तुम पर कोई भार न रखूंगा; क्योंकि मैं तुम्हारी सम्पत्ति नहीं, वरन तुम ही को चाहता हूं: क्योंकि लड़के-बालों को माता-पिता के लिये धन बटोरना न चाहिए, पर माता-पिता को लड़के-बालों के लिये।
2 Corinthians 1:12
क्योंकि हम अपने विवेक की इस गवाही पर घमण्ड करते हैं, कि जगत में और विशेष करके तुम्हारे बीच हमारा चरित्र परमेश्वर के योग्य ऐसी पवित्रता और सच्चाई सहित था, जो शारीरिक ज्ञान से नहीं, परन्तु परमेश्वर के अनुग्रह के साथ था।
1 Corinthians 9:15
परन्तु मैं इन में से कोई भी बात काम में न लाया, और मैं ने तो ये बातें इसलिये नहीं लिखीं, कि मेरे लिये ऐसा किया जाए, क्योंकि इस से तो मेरा मरना ही भला है; कि कोई मेरा घमण्ड व्यर्थ ठहराए।
Acts 20:33
मैं ने किसी की चान्दी सोने या कपड़े का लालच नहीं किया।
Mark 3:5
और उस ने उन के मन की कठोरता से उदास होकर, उन को क्रोध से चारों ओर देखा, और उस मनुष्य से कहा, अपना हाथ बढ़ा उस ने बढ़ाया, और उसका हाथ अच्छा हो गया।
Matthew 5:22
परन्तु मैं तुम से यह कहता हूं, कि जो कोई अपने भाई पर क्रोध करेगा, वह कचहरी में दण्ड के योग्य होगा: और जो कोई अपने भाई को निकम्मा कहेगा वह महासभा में दण्ड के योग्य होगा; और जो कोई कहे “अरे मूर्ख” वह नरक की आग के दण्ड के योग्य होगा।
Isaiah 1:10
हे सदोम के न्याइयों, यहोवा का वचन सुनो! हे अमोरा की प्रजा, हमारे परमेश्वर की शिक्षा पर कान लगा।
1 Samuel 12:3
मैं उपस्थित हूं; इसलिये तुम यहोवा के साम्हने, और उसके अभिषिक्त के सामने मुझ पर साक्षी दो, कि मैं ने किस का बैल ले लिया? वा किस का गदहा ले लियो? वा किस पर अन्धेर किया? वा किस को पीसा? वा किस के हाथ से अपनी आंखें बन्द करने के लिये घूस लिया? बताओ, और मैं वह तुम को फेर दूंगा?
Numbers 16:6
इसलिये, हे कोरह, तुम अपनी सारी मण्डली समेत यह करो, अर्थात अपना अपना धूपदान ठीक करो;
Numbers 12:3
मूसा तो पृथ्वी भर के रहने वाले मनुष्यों से बहुत अधिक नम्र स्वभाव का था।
Exodus 32:19
छावनी के पास आते ही मूसा को वह बछड़ा और नाचना देख पड़ा, तब मूसा का कोप भड़क उठा, और उसने तख्तियों को अपने हाथों से पर्वत के नीचे पटककर तोड़ डाला।