Numbers 13:20
और वह देश कैसा है, उपजाऊ है वा बंजर है, और उस में वृक्ष हैं वा नहीं। और तुम हियाव बान्धे चलो, और उस देश की उपज में से कुछ लेते भी आना। वह समय पहली पक्की दाखों का था।
And what | וּמָ֣ה | ûmâ | oo-MA |
the land | הָ֠אָרֶץ | hāʾāreṣ | HA-ah-rets |
it whether is, | הַשְּׁמֵנָ֨ה | haššĕmēnâ | ha-sheh-may-NA |
be fat | הִ֜וא | hiw | heev |
or | אִם | ʾim | eem |
lean, | רָזָ֗ה | rāzâ | ra-ZA |
whether there be | הֲיֵֽשׁ | hăyēš | huh-YAYSH |
wood | בָּ֥הּ | bāh | ba |
or therein, | עֵץ֙ | ʿēṣ | ayts |
not. | אִם | ʾim | eem |
courage, good of ye be And | אַ֔יִן | ʾayin | AH-yeen |
and bring | וְהִ֨תְחַזַּקְתֶּ֔ם | wĕhitḥazzaqtem | veh-HEET-ha-zahk-TEM |
of the fruit | וּלְקַחְתֶּ֖ם | ûlĕqaḥtem | oo-leh-kahk-TEM |
land. the of | מִפְּרִ֣י | mippĕrî | mee-peh-REE |
Now the time | הָאָ֑רֶץ | hāʾāreṣ | ha-AH-rets |
time the was | וְהַ֨יָּמִ֔ים | wĕhayyāmîm | veh-HA-ya-MEEM |
of the firstripe | יְמֵ֖י | yĕmê | yeh-MAY |
grapes. | בִּכּוּרֵ֥י | bikkûrê | bee-koo-RAY |
עֲנָבִֽים׃ | ʿănābîm | uh-na-VEEM |