Numbers 11:10
और मूसा ने सब घरानों के आदमियों को अपने अपने डेरे के द्वार पर रोते सुना; और यहोवा का कोप अत्यन्त भड़का, और मूसा को भी बुरा मालूम हुआ।
Then Moses | וַיִּשְׁמַ֨ע | wayyišmaʿ | va-yeesh-MA |
heard | מֹשֶׁ֜ה | mōše | moh-SHEH |
אֶת | ʾet | et | |
the people | הָעָ֗ם | hāʿām | ha-AM |
weep | בֹּכֶה֙ | bōkeh | boh-HEH |
families, their throughout | לְמִשְׁפְּחֹתָ֔יו | lĕmišpĕḥōtāyw | leh-meesh-peh-hoh-TAV |
every man | אִ֖ישׁ | ʾîš | eesh |
in the door | לְפֶ֣תַח | lĕpetaḥ | leh-FEH-tahk |
tent: his of | אָֽהֳל֑וֹ | ʾāhŏlô | ah-hoh-LOH |
and the anger | וַיִּֽחַר | wayyiḥar | va-YEE-hahr |
of the Lord | אַ֤ף | ʾap | af |
kindled was | יְהוָה֙ | yĕhwāh | yeh-VA |
greatly; | מְאֹ֔ד | mĕʾōd | meh-ODE |
Moses | וּבְעֵינֵ֥י | ûbĕʿênê | oo-veh-ay-NAY |
also was displeased. | מֹשֶׁ֖ה | mōše | moh-SHEH |
רָֽע׃ | rāʿ | ra |