Nehemiah 1:11
हे प्रभु बिनती यह है, कि तू अपने दास की प्रार्थना पर, और अपने उन दासों की प्रार्थना पर, जो तेरे नाम का भय मानना चाहते हैं, कान लगा, और आज अपने दास का काम सफल कर, और उस पुरुष को उस पर दयालु कर। (मैं तो राजा का पियाऊ था।)
O Lord, | אָנָּ֣א | ʾonnāʾ | oh-NA |
I beseech | אֲדֹנָ֗י | ʾădōnāy | uh-doh-NAI |
thee, let now | תְּהִ֣י | tĕhî | teh-HEE |
ear thine | נָ֣א | nāʾ | na |
be | אָזְנְךָֽ | ʾoznĕkā | oze-neh-HA |
attentive | קַ֠שֶּׁבֶת | qaššebet | KA-sheh-vet |
to | אֶל | ʾel | el |
the prayer | תְּפִלַּ֨ת | tĕpillat | teh-fee-LAHT |
servant, thy of | עַבְדְּךָ֜ | ʿabdĕkā | av-deh-HA |
and to | וְאֶל | wĕʾel | veh-EL |
the prayer | תְּפִלַּ֣ת | tĕpillat | teh-fee-LAHT |
servants, thy of | עֲבָדֶ֗יךָ | ʿăbādêkā | uh-va-DAY-ha |
who desire | הַֽחֲפֵצִים֙ | haḥăpēṣîm | ha-huh-fay-TSEEM |
to fear | לְיִרְאָ֣ה | lĕyirʾâ | leh-yeer-AH |
אֶת | ʾet | et | |
thy name: | שְׁמֶ֔ךָ | šĕmekā | sheh-MEH-ha |
and prosper, | וְהַצְלִֽיחָה | wĕhaṣlîḥâ | veh-hahts-LEE-ha |
I pray | נָּ֤א | nāʾ | na |
servant thy thee, | לְעַבְדְּךָ֙ | lĕʿabdĕkā | leh-av-deh-HA |
this day, | הַיּ֔וֹם | hayyôm | HA-yome |
and grant | וּתְנֵ֣הוּ | ûtĕnēhû | oo-teh-NAY-hoo |
mercy him | לְרַֽחֲמִ֔ים | lĕraḥămîm | leh-ra-huh-MEEM |
in the sight | לִפְנֵ֖י | lipnê | leef-NAY |
of this | הָאִ֣ישׁ | hāʾîš | ha-EESH |
man. | הַזֶּ֑ה | hazze | ha-ZEH |
For I | וַֽאֲנִ֛י | waʾănî | va-uh-NEE |
was | הָיִ֥יתִי | hāyîtî | ha-YEE-tee |
the king's | מַשְׁקֶ֖ה | mašqe | mahsh-KEH |
cupbearer. | לַמֶּֽלֶךְ׃ | lammelek | la-MEH-lek |