Micah 3:1
और मैं ने कहा, हे याकूब के प्रधानों, हे इस्राएल के घराने के न्याइयों, सुनो! क्या न्याय का भेद जानना तुम्हारा काम नहीं?
And I said, | וָאֹמַ֗ר | wāʾōmar | va-oh-MAHR |
Hear, | שִׁמְעוּ | šimʿû | sheem-OO |
I pray you, | נָא֙ | nāʾ | na |
heads O | רָאשֵׁ֣י | rāʾšê | ra-SHAY |
of Jacob, | יַעֲקֹ֔ב | yaʿăqōb | ya-uh-KOVE |
and ye princes | וּקְצִינֵ֖י | ûqĕṣînê | oo-keh-tsee-NAY |
house the of | בֵּ֣ית | bêt | bate |
of Israel; | יִשְׂרָאֵ֑ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
Is it not | הֲל֣וֹא | hălôʾ | huh-LOH |
know to you for | לָכֶ֔ם | lākem | la-HEM |
לָדַ֖עַת | lādaʿat | la-DA-at | |
judgment? | אֶת | ʾet | et |
הַמִּשְׁפָּֽט׃ | hammišpāṭ | ha-meesh-PAHT |