Matthew 16:21
उस समय से यीशु अपने चेलों को बताने लगा, कि मुझे अवश्य है, कि यरूशलेम को जाऊं, और पुरनियों और महायाजकों और शास्त्रियों के हाथ से बहुत दुख उठाऊं; और मार डाला जाऊं; और तीसरे दिन जी उठूं।
Matthew 16:21 in Other Translations
King James Version (KJV)
From that time forth began Jesus to shew unto his disciples, how that he must go unto Jerusalem, and suffer many things of the elders and chief priests and scribes, and be killed, and be raised again the third day.
American Standard Version (ASV)
From that time began Jesus to show unto his disciples, that he must go unto Jerusalem, and suffer many things of the elders and chief priests and scribes, and be killed, and the third day be raised up.
Bible in Basic English (BBE)
From that time Jesus went on to make clear to his disciples how he would have to go up to Jerusalem, and undergo much at the hands of those in authority and the chief priests and scribes, and be put to death, and the third day come again from the dead.
Darby English Bible (DBY)
From that time Jesus began to shew to his disciples that he must go away to Jerusalem, and suffer many things from the elders and chief priests and scribes, and be killed, and the third day be raised.
World English Bible (WEB)
From that time, Jesus began to show his disciples that he must go to Jerusalem and suffer many things from the elders, chief priests, and scribes, and be killed, and the third day be raised up.
Young's Literal Translation (YLT)
From that time began Jesus to shew to his disciples that it is necessary for him to go away to Jerusalem, and to suffer many things from the elders, and chief priests, and scribes, and to be put to death, and the third day to rise.
| From | Ἀπὸ | apo | ah-POH |
| that time | τότε | tote | TOH-tay |
| forth began | ἤρξατο | ērxato | ARE-ksa-toh |
| ὁ | ho | oh | |
| Jesus | Ἰησοῦς | iēsous | ee-ay-SOOS |
| to shew | δεικνύειν | deiknyein | thee-KNYOO-een |
| his unto | τοῖς | tois | toos |
| μαθηταῖς | mathētais | ma-thay-TASE | |
| disciples, | αὐτοῦ | autou | af-TOO |
| how that | ὅτι | hoti | OH-tee |
| he | δεῖ | dei | thee |
| must | αὐτὸν | auton | af-TONE |
| go | ἀπελθεῖν | apelthein | ah-pale-THEEN |
| unto | εἰς | eis | ees |
| Jerusalem, | Ἱεροσόλυμα | hierosolyma | ee-ay-rose-OH-lyoo-ma |
| and | καὶ | kai | kay |
| suffer | πολλὰ | polla | pole-LA |
| many things | παθεῖν | pathein | pa-THEEN |
| of | ἀπὸ | apo | ah-POH |
| the | τῶν | tōn | tone |
| elders | πρεσβυτέρων | presbyterōn | prase-vyoo-TAY-rone |
| and | καὶ | kai | kay |
| chief priests | ἀρχιερέων | archiereōn | ar-hee-ay-RAY-one |
| and | καὶ | kai | kay |
| scribes, | γραμματέων | grammateōn | grahm-ma-TAY-one |
| and | καὶ | kai | kay |
| be killed, | ἀποκτανθῆναι | apoktanthēnai | ah-poke-tahn-THAY-nay |
| and | καὶ | kai | kay |
| be raised again | τῇ | tē | tay |
| the | τρίτῃ | tritē | TREE-tay |
| third | ἡμέρᾳ | hēmera | ay-MAY-ra |
| day. | ἐγερθῆναι | egerthēnai | ay-gare-THAY-nay |
Cross Reference
Matthew 27:63
हे महाराज, हमें स्मरण है, कि उस भरमाने वाले ने अपने जीते जी कहा था, कि मैं तीन दिन के बाद जी उठूंगा।
Matthew 17:22
और वे उसे मार डालेंगे, और वह तीसरे दिन जी उठेगा।
Matthew 17:12
परन्तु मैं तुम से कहता हूं, कि एलिय्याह आ चुका; और उन्होंने उसे नहीं पहचाना; परन्तु जैसा चाहा वैसा ही उसके साथ किया: इसी रीति से मनुष्य का पुत्र भी उन के हाथ से दुख उठाएगा।
Luke 24:6
वह यहां नहीं, परन्तु जी उठा है; स्मरण करो; कि उस ने गलील में रहते हुए तुम से कहा था।
Matthew 20:28
जैसे कि मनुष्य का पुत्र, वह इसलिये नहीं आया कि उस की सेवा टहल करी जाए, परन्तु इसलिये आया कि आप सेवा टहल करे और बहुतों की छुडौती के लिये अपने प्राण दे॥
Matthew 20:17
यीशु यरूशलेम को जाते हुए बारह चेलों को एकान्त में ले गया, और मार्ग में उन से कहने लगा।
Luke 17:25
परन्तु पहिले अवश्य है, कि वह बहुत दुख उठाए, और इस युग के लोग उसे तुच्छ ठहराएं।
1 Corinthians 15:3
इसी कारण मैं ने सब से पहिले तुम्हें वही बात पहुंचा दी, जो मुझे पहुंची थी, कि पवित्र शास्त्र के वचन के अनुसार यीशु मसीह हमारे पापों के लिये मर गया।
Acts 2:23
उसी को, जब वह परमेश्वर की ठहराई हुई मनसा और होनहार के ज्ञान के अनुसार पकड़वाया गया, तो तुम ने अधमिर्यों के हाथ से उसे क्रूस पर चढ़वा कर मार डाला।
John 2:19
यीशु ने उन को उत्तर दिया; कि इस मन्दिर को ढा दो, और मैं उसे तीन दिन में खड़ा कर दूंगा।
Luke 24:46
और उन से कहा, यों लिखा है; कि मसीह दु:ख उठाएगा, और तीसरे दिन मरे हुओं में से जी उठेगा।
Luke 24:26
क्या अवश्य न था, कि मसीह ये दुख उठाकर अपनी महिमा में प्रवेश करे?
Luke 18:31
फिर उस ने बारहों को साथ लेकर उन से कहा; देखो, हम यरूशलेम को जाते हैं, और जितनी बातें मनुष्य के पुत्र के लिये भविष्यद्वक्ताओं के द्वारा लिखी गई हैं वे सब पूरी होंगी।
Luke 9:44
परन्तु जब सब लोग उन सब कामों से जो वह करता था, अचम्भा कर रहे थे, तो उस ने अपने चेलों से कहा; ये बातें तुम्हारे कानों में पड़ी रहें, क्योंकि मनुष्य का पुत्र मनुष्यों के हाथ में पकड़वाया जाने को है।
Nehemiah 12:7
सल्लू, आमोक, हिल्किय्याह और यदायाह। येशू के दिनों में याजकों और उनके भाइयों के मुख्य मुख्य पुरुष, ये ही थे।
Matthew 16:28
मैं तुम से सच कहता हूं, कि जो यहां खड़े हैं, उन में से कितने ऐसे हैं; कि जब तक मनुष्य के पुत्र को उसके राज्य में आते हुए न देख लेंगे, तब तक मृत्यु का स्वाद कभी न चखेंगे।
Matthew 26:2
तुम जानते हो, कि दो दिन के बाद फसह का पर्व्व होगा; और मनुष्य का पुत्र क्रूस पर चढ़ाए जाने के लिये पकड़वाया जाएगा।
Matthew 26:47
वह यह कह ही रहा था, कि देखो यहूदा जो बारहों में से एक था, आया, और उसके साथ महायाजकों और लोगों के पुरनियों की ओर से बड़ी भीड़, तलवारें और लाठियां लिए हुए आई।
Matthew 27:12
जब महायाजक और पुरिनए उस पर दोष लगा रहे थे, तो उस ने कुछ उत्तर नहीं दिया।
Mark 8:31
और वह उन्हें सिखाने लगा, कि मनुष्य के पुत्र के लिये अवश्य है, कि वह बहुत दुख उठाए, और पुरिनए और महायाजक और शास्त्री उसे तुच्छ समझकर मार डालें और वह तीन दिन के बाद जी उठे।
Mark 9:31
क्योंकि वह अपने चेलों को उपदेश देता और उन से कहता था, कि मनुष्य का पुत्र मनुष्यों के हाथ में पकड़वाया जाएगा, और वे उसे मार डालेंगे, और वह मरने के तीन दिन बाद जी उठेगा।
Mark 10:32
और वे यरूशलेम को जाते हुए मार्ग में थे, और यीशु उन के आगे आगे जा रहा था: और वे अचम्भा करने लगे और जो उसके पीछे पीछे चलते थे डरने लगे, तब वह फिर उन बारहों को लेकर उन से वे बातें कहने लगा, जो उस पर आने वाली थीं।
Luke 9:22
और उस ने कहा, मनुष्य के पुत्र के लिये अवश्य है, कि वह बहुत दुख उठाए, और पुरिनए और महायाजक और शास्त्री उसे तुच्छ समझकर मार डालें, और वह तीसरे दिन जी उठे।
Luke 9:31
ये महिमा सहित दिखाई दिए; और उसके मरने की चर्चा कर रहे थे, जो यरूशलेम में होनेवाला था।
1 Chronicles 24:1
फिर हारून की सन्तान के दल ये थे। हारून के पुत्र तो नादाब, अबीहू, एलीआजर और ईतामार थे।