Malachi 3:16
तब यहोवा का भय मानने वालों ने आपस में बातें की, और यहोवा ध्यान धर कर उनकी सुनता था; और जो यहोवा का भय मानते और उसके नाम का सम्मान करते थे, उनके स्मरण के निमित्त उसके साम्हने एक पुस्तक लिखी जाती थी।
Then | אָ֧ז | ʾāz | az |
they that feared | נִדְבְּר֛וּ | nidbĕrû | need-beh-ROO |
the Lord | יִרְאֵ֥י | yirʾê | yeer-A |
spake often | יְהוָ֖ה | yĕhwâ | yeh-VA |
one | אִ֣ישׁ | ʾîš | eesh |
to | אֶל | ʾel | el |
another: | רֵעֵ֑הוּ | rēʿēhû | ray-A-hoo |
and the Lord | וַיַּקְשֵׁ֤ב | wayyaqšēb | va-yahk-SHAVE |
hearkened, | יְהוָה֙ | yĕhwāh | yeh-VA |
and heard | וַיִּשְׁמָ֔ע | wayyišmāʿ | va-yeesh-MA |
book a and it, | וַ֠יִּכָּתֵב | wayyikkātēb | VA-yee-ka-tave |
of remembrance | סֵ֣פֶר | sēper | SAY-fer |
was written | זִכָּר֤וֹן | zikkārôn | zee-ka-RONE |
before | לְפָנָיו֙ | lĕpānāyw | leh-fa-nav |
feared that them for him | לְיִרְאֵ֣י | lĕyirʾê | leh-yeer-A |
the Lord, | יְהוָ֔ה | yĕhwâ | yeh-VA |
thought that and | וּלְחֹשְׁבֵ֖י | ûlĕḥōšĕbê | oo-leh-hoh-sheh-VAY |
upon his name. | שְׁמֽוֹ׃ | šĕmô | sheh-MOH |