Luke 6:8 in Hindi

Hindi Hindi Bible Luke Luke 6 Luke 6:8

Luke 6:8
परन्तु वह उन के विचार जानता था; इसलिये उसने सूखे हाथ वाले मनुष्य से कहा; उठ, बीच में खड़ा हो: वह उठ खड़ा हुआ।

Luke 6:7Luke 6Luke 6:9

Luke 6:8 in Other Translations

King James Version (KJV)
But he knew their thoughts, and said to the man which had the withered hand, Rise up, and stand forth in the midst. And he arose and stood forth.

American Standard Version (ASV)
But he knew their thoughts; and he said to the man that had his hand withered, Rise up, and stand forth in the midst. And he arose and stood forth.

Bible in Basic English (BBE)
But he had knowledge of their thoughts; and he said to the man whose hand was dead, Get up and come into the middle. And he got up and came forward.

Darby English Bible (DBY)
But *he* knew their thoughts, and said to the man who had the withered hand, Get up, and stand in the midst. And having risen up he stood [there].

World English Bible (WEB)
But he knew their thoughts; and he said to the man who had the withered hand, "Rise up, and stand in the middle." He arose and stood.

Young's Literal Translation (YLT)
And he himself had known their reasonings, and said to the man having the withered hand, `Rise, and stand in the midst;' and he having risen, stood.

But
αὐτὸςautosaf-TOSE
he
δὲdethay
knew
ᾔδειēdeiA-thee
their
τοὺςtoustoos

διαλογισμοὺςdialogismousthee-ah-loh-gee-SMOOS
thoughts,
αὐτῶνautōnaf-TONE
and
καὶkaikay
said
εἶπενeipenEE-pane
to
the
τῷtoh
man
ἀνθρώπῳanthrōpōan-THROH-poh
which
had
τῷtoh
the
ξηρὰνxēranksay-RAHN
withered
ἔχοντιechontiA-hone-tee

τὴνtēntane
hand,
χεῖραcheiraHEE-ra
Rise
up,
ἜγειραιegeiraiA-gee-ray
and
καὶkaikay
stand
forth
στῆθιstēthiSTAY-thee
in
εἰςeisees
the
τὸtotoh
midst.
μέσον·mesonMAY-sone
And
hooh
he
δὲdethay
arose
ἀναστὰςanastasah-na-STAHS
and
stood
forth.
ἔστηestēA-stay

Cross Reference

Matthew 9:4
यीशु ने उन के मन की बातें मालूम करके कहा, कि तुम लोग अपने अपने मन में बुरा विचार क्यों कर रहे हो?

Revelation 2:23
और मैं उसके बच्चों को मार डालूंगा; और तब सब कलीसियाएं जान लेंगी कि हृदय और मन का परखने वाला मैं ही हूं: और मैं तुम में से हर एक को उसके कामों के अनुसार बदला दूंगा।

1 Peter 4:1
सो जब कि मसीह ने शरीर में होकर दुख उठाया तो तुम भी उस ही मनसा को धारण करके हथियार बान्ध लो क्योंकि जिसने शरीर में दुख उठाया, वह पाप से छूट गया।

Hebrews 4:13
और सृष्टि की कोई वस्तु उस से छिपी नहीं है वरन जिस से हमें काम है, उस की आंखों के साम्हने सब वस्तुएं खुली और बेपरदा हैं॥

Philippians 1:28
और किसी बात में विरोधियों से भय नहीं खाते यह उन के लिये विनाश का स्पष्ट चिन्ह है, परन्तु तुम्हारे लिये उद्धार का, और यह परमेश्वर की ओर से है।

Acts 26:26
राजा भी जिस के साम्हने मैं निडर होकर बोल रहा हूं, ये बातें जानता है, और मुझे प्रतीति है, कि इन बातों में से कोई उस से छिपी नहीं, क्योंकि यह घटना तो कोने में नहीं हुई।

Acts 20:24
परन्तु मैं अपने प्राण को कुछ नहीं समझता: कि उसे प्रिय जानूं, वरन यह कि मैं अपनी दौड़ को, और उस सेवाकाई को पूरी करूं, जो मैं ने परमेश्वर के अनुग्रह के सुसमाचार पर गवाही देने के लिये प्रभु यीशु से पाई है।

John 21:17
उस ने तीसरी बार उस से कहा, हे शमौन, यूहन्ना के पुत्र, क्या तू मुझ से प्रीति रखता है? पतरस उदास हुआ, कि उस ने उसे तीसरी बार ऐसा कहा; कि क्या तू मुझ से प्रीति रखता है? और उस से कहा, हे प्रभु, तू तो सब कुछ जानता है: तू यह जानता है कि मैं तुझ से प्रीति रखता हूं: यीशु ने उस से कहा, मेरी भेड़ों को चरा।

John 9:4
जिस ने मुझे भेजा है; हमें उसके काम दिन ही दिन में करना अवश्य है: वह रात आनेवाली है जिस में कोई काम नहीं कर सकता।

John 2:25
और उसे प्रयोजन न था, कि मनुष्य के विषय में कोई गवाही दे, क्योंकि वह आप ही जानता था, कि मनुष्य के मन में क्या है

Luke 5:22
यीशु ने उन के मन की बातें जानकर, उन से कहा कि तुम अपने मनों में क्या विवाद कर रहे हो?

Isaiah 42:4
वह न थकेगा और न हियाव छोड़ेगा जब तक वह न्याय को पृथ्वी पर स्थिर न करे; और द्वीपों के लोग उसकी व्यवस्था की बाट जाहेंगे॥

Psalm 44:21
तो क्या परमेश्वर इसका विचार न करता? क्योंकि वह तो मन की गुप्त बातों को जानता है।

Job 42:2
मैं जानता हूँ कि तू सब कुछ कर सकता है, और तेरी युक्तियों में से कोई रुक नहीं सकती।

1 Chronicles 29:17
और हे मेरे परमेश्वर! मैं जानता हूँ कि तू मन को जांचता है और सिधाई से प्रसन्न रहता है; मैं ने तो यह सब कुछ मन की सिधाई और अपनी इच्छा से दिया है; और अब मैं ने आनन्द से देखा है, कि तेरी प्रजा के लोग जो यहां उपस्थित हैं, वह अपनी इच्छा से तेरे लिये भेंट देते हैं।

1 Chronicles 28:9
और हे मेरे पुत्र सुलैमान! तू अपने पिता के परमेश्वर का ज्ञान रख, और खरे मन और प्रसन्न जीव से उसकी सेवा करता रह; क्योंकि यहोवा मन को जांचता और विचार में जो कुछ उत्पन्न होता है उसे समझता है। यदि तू उसकी खोज में रहे, तो वह तुझ को मिलेगा; परन्तु यदि तू उसको त्याग दे तो वह सदा के लिये तुझ को छोड़ देगा।