Lamentations 1:3
यहूदा दु:ख और कठिन दासत्व से बचने के लिये परदेश चली गई; परन्तु अन्यजातियों में रहती हुई वह चैन नहीं पाती; उसके सब खदेड़ने वालों ने उसकी सकेती में उसे पकड़ लिया है।
Judah | גָּֽלְתָ֨ה | gālĕtâ | ɡa-leh-TA |
is gone into captivity | יְהוּדָ֤ה | yĕhûdâ | yeh-hoo-DA |
affliction, of because | מֵעֹ֙נִי֙ | mēʿōniy | may-OH-NEE |
great of because and | וּמֵרֹ֣ב | ûmērōb | oo-may-ROVE |
servitude: | עֲבֹדָ֔ה | ʿăbōdâ | uh-voh-DA |
she | הִ֚יא | hîʾ | hee |
dwelleth | יָשְׁבָ֣ה | yošbâ | yohsh-VA |
heathen, the among | בַגּוֹיִ֔ם | baggôyim | va-ɡoh-YEEM |
she findeth | לֹ֥א | lōʾ | loh |
no | מָצְאָ֖ה | moṣʾâ | mohts-AH |
rest: | מָנ֑וֹחַ | mānôaḥ | ma-NOH-ak |
all | כָּל | kāl | kahl |
persecutors her | רֹדְפֶ֥יהָ | rōdĕpêhā | roh-deh-FAY-ha |
overtook | הִשִּׂיג֖וּהָ | hiśśîgûhā | hee-see-ɡOO-ha |
her between | בֵּ֥ין | bên | bane |
the straits. | הַמְּצָרִֽים׃ | hammĕṣārîm | ha-meh-tsa-REEM |