Jeremiah 50:33
सेनाओं का यहोवा यों कहता है, इस्राएल और यहूदा दोनों बराबर पिसे हुए हैं; और जितनों ने उन को बंधुआ किया वे उन्हें पकड़े रहते हैं, और जाने नहीं देते।
Thus | כֹּ֤ה | kō | koh |
saith | אָמַר֙ | ʾāmar | ah-MAHR |
the Lord | יְהוָ֣ה | yĕhwâ | yeh-VA |
of hosts; | צְבָא֔וֹת | ṣĕbāʾôt | tseh-va-OTE |
The children | עֲשׁוּקִ֛ים | ʿăšûqîm | uh-shoo-KEEM |
Israel of | בְּנֵי | bĕnê | beh-NAY |
and the children | יִשְׂרָאֵ֥ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
of Judah | וּבְנֵי | ûbĕnê | oo-veh-NAY |
oppressed were | יְהוּדָ֖ה | yĕhûdâ | yeh-hoo-DA |
together: | יַחְדָּ֑ו | yaḥdāw | yahk-DAHV |
and all | וְכָל | wĕkāl | veh-HAHL |
that took them captives | שֹֽׁבֵיהֶם֙ | šōbêhem | shoh-vay-HEM |
fast; them held | הֶחֱזִ֣יקוּ | heḥĕzîqû | heh-hay-ZEE-koo |
they refused | בָ֔ם | bām | vahm |
to let them go. | מֵאֲנ֖וּ | mēʾănû | may-uh-NOO |
שַׁלְּחָֽם׃ | šallĕḥām | sha-leh-HAHM |