Jeremiah 30:15
तू अपने घाव के मारे क्यों चिल्लाती है? तेरी पीड़ा की कोई औषध नहीं। तेरे बड़े अधर्म और भारी पापों के कारण मैं ने तुझ से ऐसा व्यवहार किया है।
Why | מַה | ma | ma |
criest | תִּזְעַק֙ | tizʿaq | teez-AK |
thou for | עַל | ʿal | al |
thine affliction? | שִׁבְרֵ֔ךְ | šibrēk | sheev-RAKE |
sorrow thy | אָנ֖וּשׁ | ʾānûš | ah-NOOSH |
is incurable | מַכְאֹבֵ֑ךְ | makʾōbēk | mahk-oh-VAKE |
for | עַ֣ל׀ | ʿal | al |
the multitude | רֹ֣ב | rōb | rove |
iniquity: thine of | עֲוֹנֵ֗ךְ | ʿăwōnēk | uh-oh-NAKE |
because thy sins | עָֽצְמוּ֙ | ʿāṣĕmû | ah-tseh-MOO |
were increased, | חַטֹּאתַ֔יִךְ | ḥaṭṭōʾtayik | ha-toh-TA-yeek |
done have I | עָשִׂ֥יתִי | ʿāśîtî | ah-SEE-tee |
these | אֵ֖לֶּה | ʾēlle | A-leh |
things unto thee. | לָֽךְ׃ | lāk | lahk |