Jeremiah 20:8
क्योंकि जब मैं बातें करता हूँ, तब मैं जोर से पुकार पुकारकर ललकारता हूँ कि उपद्रव और उत्पात हुआ, हां उत्पात! क्योंकि यहोवा का वचन दिन भर मेरे लिये निन्दा और ठट्ठा का कारण होता रहता है।
For | כִּֽי | kî | kee |
since | מִדֵּ֤י | middê | mee-DAY |
I spake, | אֲדַבֵּר֙ | ʾădabbēr | uh-da-BARE |
I cried out, | אֶזְעָ֔ק | ʾezʿāq | ez-AK |
cried I | חָמָ֥ס | ḥāmās | ha-MAHS |
violence | וָשֹׁ֖ד | wāšōd | va-SHODE |
and spoil; | אֶקְרָ֑א | ʾeqrāʾ | ek-RA |
because | כִּֽי | kî | kee |
word the | הָיָ֨ה | hāyâ | ha-YA |
of the Lord | דְבַר | dĕbar | deh-VAHR |
was made | יְהוָ֥ה | yĕhwâ | yeh-VA |
reproach a | לִ֛י | lî | lee |
unto me, and a derision, | לְחֶרְפָּ֥ה | lĕḥerpâ | leh-her-PA |
daily. | וּלְקֶ֖לֶס | ûlĕqeles | oo-leh-KEH-les |
כָּל | kāl | kahl | |
הַיּֽוֹם׃ | hayyôm | ha-yome |