Jeremiah 1:15
यहोवा की यह वाणी है, मैं उत्तर दिशा के राज्यों और कुलों को बुलाऊंगा; और वे आकर यरूशलेम के फाटकों में और उसके चारों ओर की शहरपनाह, और यहूदा के और सब नगरों के साम्हने अपना अपना सिंहासन लगाएंगे।
For, | כִּ֣י׀ | kî | kee |
lo, | הִנְנִ֣י | hinnî | heen-NEE |
I will call | קֹרֵ֗א | qōrēʾ | koh-RAY |
all | לְכָֽל | lĕkāl | leh-HAHL |
families the | מִשְׁפְּח֛וֹת | mišpĕḥôt | meesh-peh-HOTE |
of the kingdoms | מַמְלְכ֥וֹת | mamlĕkôt | mahm-leh-HOTE |
north, the of | צָפ֖וֹנָה | ṣāpônâ | tsa-FOH-na |
saith | נְאֻם | nĕʾum | neh-OOM |
the Lord; | יְהוָ֑ה | yĕhwâ | yeh-VA |
come, shall they and | וּבָ֡אוּ | ûbāʾû | oo-VA-oo |
and they shall set | וְֽנָתְנוּ֩ | wĕnotnû | veh-note-NOO |
one every | אִ֨ישׁ | ʾîš | eesh |
his throne | כִּסְא֜וֹ | kisʾô | kees-OH |
at the entering | פֶּ֣תַח׀ | petaḥ | PEH-tahk |
gates the of | שַׁעֲרֵ֣י | šaʿărê | sha-uh-RAY |
of Jerusalem, | יְרוּשָׁלִַ֗ם | yĕrûšālaim | yeh-roo-sha-la-EEM |
and against | וְעַ֤ל | wĕʿal | veh-AL |
all | כָּל | kāl | kahl |
the walls | חוֹמֹתֶ֙יהָ֙ | ḥômōtêhā | hoh-moh-TAY-HA |
thereof round about, | סָבִ֔יב | sābîb | sa-VEEV |
against and | וְעַ֖ל | wĕʿal | veh-AL |
all | כָּל | kāl | kahl |
the cities | עָרֵ֥י | ʿārê | ah-RAY |
of Judah. | יְהוּדָֽה׃ | yĕhûdâ | yeh-hoo-DA |