Isaiah 47:10
तू ने अपनी दुष्टता पर भरोसा रखा, तू ने कहा, मुझे कोई नहीं देखता; तेरी बुद्धि और ज्ञान ने तुझे बहकाया और तू ने अपने मन में कहा, मैं ही हूं और मेरे सिवाय कोई दूसरा नहीं।
For thou hast trusted | וַתִּבְטְחִ֣י | wattibṭĕḥî | va-teev-teh-HEE |
in thy wickedness: | בְרָעָתֵ֗ךְ | bĕrāʿātēk | veh-ra-ah-TAKE |
said, hast thou | אָמַרְתְּ֙ | ʾāmarĕt | ah-ma-ret |
None | אֵ֣ין | ʾên | ane |
seeth | רֹאָ֔נִי | rōʾānî | roh-AH-nee |
me. Thy wisdom | חָכְמָתֵ֥ךְ | ḥokmātēk | hoke-ma-TAKE |
and thy knowledge, | וְדַעְתֵּ֖ךְ | wĕdaʿtēk | veh-da-TAKE |
it | הִ֣יא | hîʾ | hee |
hath perverted | שׁוֹבְבָ֑תֶךְ | šôbĕbātek | shoh-veh-VA-tek |
thee; and thou hast said | וַתֹּאמְרִ֣י | wattōʾmĕrî | va-toh-meh-REE |
heart, thine in | בְלִבֵּ֔ךְ | bĕlibbēk | veh-lee-BAKE |
I | אֲנִ֖י | ʾănî | uh-NEE |
am, and none else beside | וְאַפְסִ֥י | wĕʾapsî | veh-af-SEE |
עֽוֹד׃ | ʿôd | ode |