जकर्याह 5:9
तब मैं ने आंखें उठाईं, तो क्या देखा कि दो स्त्रियें चली जाती हैं जिन के पंख पवन में फैले हुए हैं, और उनके पंख लगलग के से हैं, और वे एपा को आकाश और पृथ्वी के बीच में उड़ाए लिए जा रही हैं।
Then lifted I up | וָאֶשָּׂ֨א | wāʾeśśāʾ | va-eh-SA |
eyes, mine | עֵינַ֜י | ʿênay | ay-NAI |
and looked, | וָאֵ֗רֶא | wāʾēreʾ | va-A-reh |
and, behold, | וְהִנֵּה֩ | wĕhinnēh | veh-hee-NAY |
out came there | שְׁתַּ֨יִם | šĕttayim | sheh-TA-yeem |
two | נָשִׁ֤ים | nāšîm | na-SHEEM |
women, | יֽוֹצְאוֹת֙ | yôṣĕʾôt | yoh-tseh-OTE |
wind the and | וְר֣וּחַ | wĕrûaḥ | veh-ROO-ak |
was in their wings; | בְּכַנְפֵיהֶ֔ם | bĕkanpêhem | beh-hahn-fay-HEM |
had they for | וְלָהֵ֥נָּה | wĕlāhēnnâ | veh-la-HAY-na |
wings | כְנָפַ֖יִם | kĕnāpayim | heh-na-FA-yeem |
like the wings | כְּכַנְפֵ֣י | kĕkanpê | keh-hahn-FAY |
stork: a of | הַחֲסִידָ֑ה | haḥăsîdâ | ha-huh-see-DA |
up lifted they and | וַתִּשֶּׂ֙אנָה֙ | wattiśśeʾnāh | va-tee-SEH-NA |
אֶת | ʾet | et | |
the ephah | הָ֣אֵיפָ֔ה | hāʾêpâ | HA-ay-FA |
between | בֵּ֥ין | bên | bane |
the earth | הָאָ֖רֶץ | hāʾāreṣ | ha-AH-rets |
and the heaven. | וּבֵ֥ין | ûbên | oo-VANE |
הַשָּׁמָֽיִם׃ | haššāmāyim | ha-sha-MA-yeem |