जकर्याह 12:1
इस्राएल के विषय में यहोवा का कहा हुआ भारी वचन: यहोवा को आकाश का तानने वाला, पृथ्वी की नेव डालने वाला और मनुष्य की आत्मा का रचने वाला है, उसकी यह वाणी है,
The burden | מַשָּׂ֥א | maśśāʾ | ma-SA |
of the word | דְבַר | dĕbar | deh-VAHR |
of the Lord | יְהוָ֖ה | yĕhwâ | yeh-VA |
for | עַל | ʿal | al |
Israel, | יִשְׂרָאֵ֑ל | yiśrāʾēl | yees-ra-ALE |
saith | נְאֻם | nĕʾum | neh-OOM |
the Lord, | יְהוָ֗ה | yĕhwâ | yeh-VA |
which stretcheth forth | נֹטֶ֤ה | nōṭe | noh-TEH |
heavens, the | שָׁמַ֙יִם֙ | šāmayim | sha-MA-YEEM |
and layeth the foundation | וְיֹסֵ֣ד | wĕyōsēd | veh-yoh-SADE |
of the earth, | אָ֔רֶץ | ʾāreṣ | AH-rets |
formeth and | וְיֹצֵ֥ר | wĕyōṣēr | veh-yoh-TSARE |
the spirit | רֽוּחַ | rûaḥ | ROO-ak |
of man | אָדָ֖ם | ʾādām | ah-DAHM |
within | בְּקִרְבּֽוֹ׃ | bĕqirbô | beh-keer-BOH |