भजन संहिता 96:11
आकाश आनन्द करे, और पृथ्वी मगन हो; समुद्र और उस में की सब वस्तुएं गरज उठें;
Let the heavens | יִשְׂמְח֣וּ | yiśmĕḥû | yees-meh-HOO |
rejoice, | הַ֭שָּׁמַיִם | haššāmayim | HA-sha-ma-yeem |
and let the earth | וְתָגֵ֣ל | wĕtāgēl | veh-ta-ɡALE |
glad; be | הָאָ֑רֶץ | hāʾāreṣ | ha-AH-rets |
let the sea | יִֽרְעַ֥ם | yirĕʿam | yee-reh-AM |
roar, | הַ֝יָּ֗ם | hayyām | HA-YAHM |
and the fulness | וּמְלֹאֽוֹ׃ | ûmĕlōʾô | oo-meh-loh-OH |