भजन संहिता 87
1 उसकी नेव पवित्र पर्वतों में है;
2 और यहोवा सिय्योन के फाटकों को याकूब के सारे निवासों से बढ़ कर प्रीति रखता है।
3 हे परमेश्वर के नगर, तेरे विषय महिमा की बातें कही गई हैं।
4 मैं अपने जान- पहचान वालों से रहब और बाबेल की भी चर्चा करूंगा; पलिश्त, सोर और कूश को देखो, यह वहां उत्पन्न हुआ था।
5 और सिय्योन के विषय में यह कहा जाएगा, कि अमुक अमुक मनुष्य उस में उत्पन्न हुआ था; और परमप्रधान आप ही उसको स्थिर रखेगा।
6 यहोवा जब देश देश के लोगों के नाम लिख कर गिन लेगा, तब यह कहेगा, कि यह वहां उत्पन्न हुआ था॥
7 गवैये और नृतक दोनों कहेंगे कि हमारे सब सोते तुझी में पाए जाते हैं॥
1 A Psalm or Song for the sons of Korah.
2 His foundation is in the holy mountains.
3 The Lord loveth the gates of Zion more than all the dwellings of Jacob.
4 Glorious things are spoken of thee, O city of God. Selah.
5 I will make mention of Rahab and Babylon to them that know me: behold Philistia, and Tyre, with Ethiopia; this man was born there.
6 And of Zion it shall be said, This and that man was born in her: and the highest himself shall establish her.
7 The Lord shall count, when he writeth up the people, that this man was born there. Selah.
8 As well the singers as the players on instruments shall be there: all my springs are in thee.