भजन संहिता 65:6
तू जो पराक्रम का फेंटा कसे हुए, अपनी सामर्थ्य के पर्वतों को स्थिर करता है;
Which by his strength | מֵכִ֣ין | mēkîn | may-HEEN |
setteth fast | הָרִ֣ים | hārîm | ha-REEM |
mountains; the | בְּכֹח֑וֹ | bĕkōḥô | beh-hoh-HOH |
being girded | נֶ֝אְזָ֗ר | neʾzār | NEH-ZAHR |
with power: | בִּגְבוּרָֽה׃ | bigbûrâ | beeɡ-voo-RA |