भजन संहिता 59:16
परन्तु मैं तेरी सामर्थ्य का यश गाऊंगा, और भोर को तेरी करूणा का जयजयकार करूंगा। क्योंकि तू मेरा ऊंचा गढ़ है, और संकट के समय मेरा शरणस्थान ठहरा है।
But I | וַאֲנִ֤י׀ | waʾănî | va-uh-NEE |
will sing | אָשִׁ֣יר | ʾāšîr | ah-SHEER |
of thy power; | עֻזֶּךָ֮ | ʿuzzekā | oo-zeh-HA |
aloud sing will I yea, | וַאֲרַנֵּ֥ן | waʾărannēn | va-uh-ra-NANE |
of thy mercy | לַבֹּ֗קֶר | labbōqer | la-BOH-ker |
morning: the in | חַ֫סְדֶּ֥ךָ | ḥasdekā | HAHS-DEH-ha |
for | כִּֽי | kî | kee |
thou hast been | הָיִ֣יתָ | hāyîtā | ha-YEE-ta |
my defence | מִשְׂגָּ֣ב | miśgāb | mees-ɡAHV |
refuge and | לִ֑י | lî | lee |
in the day | וּ֝מָנ֗וֹס | ûmānôs | OO-ma-NOSE |
of my trouble. | בְּי֣וֹם | bĕyôm | beh-YOME |
צַר | ṣar | tsahr | |
לִֽי׃ | lî | lee |