भजन संहिता 46:9
वह पृथ्वी की छोर तक लड़ाइयों को मिटाता है; वह धनुष को तोड़ता, और भाले को दो टुकड़े कर डालता है, और रथों को आग में झोंक देता है!
He maketh wars | מַשְׁבִּ֥ית | mašbît | mahsh-BEET |
to cease | מִלְחָמוֹת֮ | milḥāmôt | meel-ha-MOTE |
unto | עַד | ʿad | ad |
end the | קְצֵ֪ה | qĕṣē | keh-TSAY |
of the earth; | הָ֫אָ֥רֶץ | hāʾāreṣ | HA-AH-rets |
he breaketh | קֶ֣שֶׁת | qešet | KEH-shet |
bow, the | יְ֭שַׁבֵּר | yĕšabbēr | YEH-sha-bare |
and cutteth sunder; | וְקִצֵּ֣ץ | wĕqiṣṣēṣ | veh-kee-TSAYTS |
the spear | חֲנִ֑ית | ḥănît | huh-NEET |
burneth he in | עֲ֝גָל֗וֹת | ʿăgālôt | UH-ɡa-LOTE |
the chariot | יִשְׂרֹ֥ף | yiśrōp | yees-ROFE |
in the fire. | בָּאֵֽשׁ׃ | bāʾēš | ba-AYSH |