भजन संहिता 28:1
हे यहोवा, मैं तुझी को पुकारूंगा; हे मेरी चट्टान, मेरी सुनी अनसुनी न कर, ऐसा न हो कि तेरे चुप रहने से मैं कब्र में पड़े हुओं के समान हो जाऊं जो पाताल में चले जाते हैं।
Unto | אֵ֘לֶ֤יךָ | ʾēlêkā | A-LAY-ha |
thee will I cry, | יְהוָ֨ה׀ | yĕhwâ | yeh-VA |
O Lord | אֶקְרָ֗א | ʾeqrāʾ | ek-RA |
rock; my | צוּרִי֮ | ṣûriy | tsoo-REE |
be not | אַֽל | ʾal | al |
silent | תֶּחֱרַ֪שׁ | teḥĕraš | teh-hay-RAHSH |
to | מִ֫מֶּ֥נִּי | mimmennî | MEE-MEH-nee |
me: lest, | פֶּן | pen | pen |
silent be thou if | תֶּֽחֱשֶׁ֥ה | teḥĕše | teh-hay-SHEH |
to | מִמֶּ֑נִּי | mimmennî | mee-MEH-nee |
me, I become like | וְ֝נִמְשַׁ֗לְתִּי | wĕnimšaltî | VEH-neem-SHAHL-tee |
עִם | ʿim | eem | |
them that go down | י֥וֹרְדֵי | yôrĕdê | YOH-reh-day |
into the pit. | בֽוֹר׃ | bôr | vore |